Peripheral Artery Disease क्या है? कारण, लक्षण और इलाज पूरी जानकारी

Peripheral Artery Disease (पेरिफेरल आर्टरी डिजीज) जिसे हिंदी में परिधीय धमनी रोग कहा जाता है, एक ऐसी बीमारी है जिसमें पैरों की धमनियों (arteries) में रक्त प्रवाह कम हो जाता है। यह तब होता है जब धमनियों में प्लाक जम जाता है और रक्त प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। यह बीमारी मुख्य रूप से पैरों में रक्त की कमी का कारण बनती है, जिससे चलने-फिरने में दर्द और अन्य समस्याएं होती हैं।

Peripheral Artery Disease क्या होता है? (What is Peripheral Artery Disease?)

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज में शरीर की धमनियाँ, विशेषकर पैरों की धमनियाँ, संकरी हो जाती हैं या उनमें प्लाक जम जाता है, जिससे रक्त का प्रवाह बाधित होता है। इससे प्रभावित अंगों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे पैरों में दर्द, कमजोरी और गंभीर मामलों में घाव भी हो सकते हैं।

Peripheral Artery Disease के कारण (Causes of Peripheral Artery Disease)

  • एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis): धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का जमाव, जिससे धमनियाँ संकरी हो जाती हैं।
  • धूम्रपान (Smoking): यह धमनियों को नुकसान पहुंचाता है और बीमारी का जोखिम बढ़ाता है।
  • डायबिटीज (Diabetes): उच्च रक्त शर्करा से धमनियों को नुकसान होता है।
  • उच्च रक्तचाप (Hypertension): रक्त वाहिकाओं पर अधिक दबाव बनाता है।
  • हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol): रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) की अधिकता।
  • मोटापा (Obesity): शरीर पर अतिरिक्त दबाव और रक्त प्रवाह में रुकावट।
  • आयु (Age): उम्र बढ़ने के साथ जोखिम बढ़ता है।
  • परिवारिक इतिहास (Family History): यदि परिवार में किसी को हृदय रोग या PAD हो तो जोखिम अधिक होता है।

Peripheral Artery Disease के लक्षण (Symptoms of Peripheral Artery Disease)

  • पैरों या बछड़ों (Calves) में चलने पर दर्द या ऐंठन (Claudication)
  • पैरों में ठंडापन या सुन्नपन महसूस होना
  • त्वचा का रंग बदलना, जैसे पीला या नीला पड़ जाना
  • पैरों की नसों का कमजोर हो जाना या कमजोर नाड़ी (Weak pulse)
  • घाव या छाले जो जल्दी भरते नहीं हैं
  • पैरों में कमजोरी या थकावट
  • गंभीर मामलों में पैर या पैर के अंगों का सड़ना (Gangrene)

Peripheral Artery Disease कैसे पहचाने? (How to Identify Peripheral Artery Disease?)

  • डॉक्टर शारीरिक जांच करते हैं और पैरों की नाड़ियों की जांच करते हैं।
  • Ankle-Brachial Index (ABI) टेस्ट: यह पैरों और बांहों के रक्त दबाव की तुलना करता है।
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) या डॉप्लर स्कैन (Doppler scan) द्वारा रक्त प्रवाह की जांच।
  • एंजियोग्राफी (Angiography) से धमनियों की स्थिति का पता लगाया जाता है।

Peripheral Artery Disease का इलाज (Treatment of Peripheral Artery Disease)

  • दवाइयाँ (Medications): रक्त को पतला करने वाली दवाइयाँ (Antiplatelets), कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाइयाँ (Statins), और रक्तचाप नियंत्रित करने वाली दवाइयाँ।
  • जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes): धूम्रपान छोड़ना, वजन कम करना, स्वस्थ आहार लेना।
  • व्यायाम (Exercise Therapy): नियमित पैदल चलना जिससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है।
  • सर्जरी (Surgery): गंभीर मामलों में एंजियोप्लास्टी (Angioplasty), स्टेंटिंग या धमनी बायपास सर्जरी।

Peripheral Artery Disease से कैसे बचें? (Prevention of Peripheral Artery Disease)

  • धूम्रपान से पूरी तरह बचें।
  • संतुलित आहार लें, जिसमें फल, सब्ज़ियाँ और फाइबर शामिल हों।
  • नियमित व्यायाम करें, खासकर पैदल चलना।
  • रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें।
  • मधुमेह को सही तरीके से मैनेज करें।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहें।

Peripheral Artery Disease के घरेलू उपाय (Home Remedies for Peripheral Artery Disease)

  • पैर को ऊपर उठाकर आराम दें ताकि रक्त प्रवाह बेहतर हो सके।
  • हल्का व्यायाम करें जैसे पैदल चलना, लेकिन ज़ोरदार व्यायाम से बचें।
  • स्वस्थ और संतुलित आहार लें, कम तला हुआ और कम वसा वाला भोजन।
  • हरी सब्ज़ियाँ, फल, नट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार शामिल करें।
  • पैरों को साफ और सूखा रखें ताकि संक्रमण न हो।

Peripheral Artery Disease से जुड़ी सावधानियाँ (Precautions)

  • धूम्रपान बिल्कुल बंद करें।
  • चोट लगने पर तुरंत इलाज करवाएं क्योंकि घाव तेजी से बढ़ सकते हैं।
  • यदि पैर में अत्यधिक दर्द, सूजन या रंग में बदलाव हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
  • नियमित जांच कराते रहें खासकर यदि आपका जोखिम ज्यादा है।
  • दवाइयों को डॉक्टर के निर्देशानुसार ही लें।

Peripheral Artery Disease से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या Peripheral Artery Disease पूरी तरह ठीक हो सकती है?
उत्तर: सही इलाज और जीवनशैली में बदलाव से स्थिति नियंत्रित की जा सकती है, लेकिन पूरी तरह ठीक होना मुश्किल हो सकता है।

प्रश्न 2: क्या PAD हार्ट अटैक का कारण बन सकती है?
उत्तर: हाँ, PAD अक्सर हृदय रोग का संकेत होती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है।

प्रश्न 3: क्या केवल पैरों में दर्द PAD का लक्षण है?
उत्तर: नहीं, पैरों में सुन्नपन, ठंडापन और रंग में बदलाव भी इसके लक्षण हो सकते हैं।

प्रश्न 4: PAD के मरीजों को कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
उत्तर: धूम्रपान छोड़ना, डॉक्टर से नियमित जांच कराना, और दवाइयाँ समय पर लेना।

निष्कर्ष (Conclusion)

Peripheral Artery Disease एक गंभीर स्थिति है जो धमनियों में ब्लॉकेज के कारण पैरों में रक्त प्रवाह को प्रभावित करती है। इसे नजरअंदाज करने पर गंभीर जटिलताएँ हो सकती हैं। सही समय पर पहचान, इलाज और जीवनशैली में बदलाव से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि पैरों में लगातार दर्द, सुन्नता या रंग बदलने जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


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