Stroke क्या होता है? – कारण, लक्षण, इलाज और बचाव

स्ट्रोक (Stroke) एक चिकित्सा आपातकाल (medical emergency) है जो तब होता है जब मस्तिष्क (brain) को रक्त की आपूर्ति (blood supply) बाधित हो जाती है या मस्तिष्क में रक्तस्राव (bleeding) हो जाता है। इसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं ऑक्सीजन और पोषण के बिना मरने लगती हैं, जिससे शरीर के किसी हिस्से की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। स्ट्रोक का तत्काल इलाज न केवल जान बचा सकता है बल्कि विकलांगता को भी रोक सकता है।

स्ट्रोक क्या होता है? (What is Stroke)

स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति में रुकावट आ जाती है। यह मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:

  1. इस्केमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke): मस्तिष्क की रक्त वाहिका में थक्का बनने से रक्त प्रवाह रुक जाता है।
  2. हेमरेजिक स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke): मस्तिष्क की रक्त वाहिका फट जाती है जिससे अंदरूनी रक्तस्राव होता है।
  3. टीआईए (Transient Ischemic Attack): इसे "मिनी स्ट्रोक" कहा जाता है जिसमें रक्त प्रवाह थोड़े समय के लिए रुकता है लेकिन बाद में सामान्य हो जाता है।

स्ट्रोक के कारण (Causes of Stroke)

  • उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
  • डायबिटीज (Diabetes)
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)
  • हृदय रोग (Heart Disease)
  • धूम्रपान (Smoking)
  • अत्यधिक शराब सेवन (Heavy Alcohol Use)
  • मोटापा (Obesity)
  • शारीरिक निष्क्रियता (Lack of Physical Activity)
  • तनाव और चिंता (Stress and Anxiety)
  • अनुवांशिक कारण (Genetic Factors)
  • उम्र (अधिकतर 55 वर्ष से ऊपर)

स्ट्रोक के लक्षण (Symptoms of Stroke)

  • चेहरे का एक भाग अचानक झुक जाना
  • शरीर के एक ओर हाथ या पैर में कमजोरी या सुन्नता
  • बोलने में कठिनाई या अस्पष्ट भाषा
  • दृष्टि में अचानक धुंधलापन या कमी
  • संतुलन की कमी या चलने में कठिनाई
  • अचानक तेज सिरदर्द
  • चक्कर आना या चेतना का अचानक खो जाना

स्ट्रोक को कैसे पहचाने (How to Identify Stroke)

F.A.S.T. टेस्ट द्वारा पहचान करें:

  • Face: क्या व्यक्ति के चेहरे का एक हिस्सा गिरा हुआ है?
  • Arms: क्या दोनों हाथ ऊपर उठाने पर एक हाथ नीचे गिर रहा है?
  • Speech: क्या बोलने में अस्पष्टता है?
  • Time: यदि उपरोक्त लक्षण दिखें तो तुरंत आपातकालीन मदद लें।

स्ट्रोक का इलाज (Treatment of Stroke)

1. इस्केमिक स्ट्रोक के लिए:

  • थ्रोम्बोलाइटिक दवाएं (Thrombolytic Medicines): जैसे tPA जो थक्का घोलती हैं
  • एंटीकोएगुलेंट्स और एंटीप्लेटलेट्स: जैसे Aspirin
  • एंडोवास्कुलर प्रक्रियाएं: थ्रोम्बेक्टॉमी (Thrombectomy)

2. हेमरेजिक स्ट्रोक के लिए:

  • ब्लीडिंग रोकने वाली दवाएं
  • सर्जरी द्वारा रक्तस्राव का नियंत्रण
  • दबाव कम करने की प्रक्रिया (Intracranial Pressure Control)

3. पुनर्वास (Rehabilitation):

  • फिजियोथेरेपी (Physiotherapy)
  • स्पीच थैरेपी (Speech Therapy)
  • मानसिक पुनर्वास (Psychological Rehabilitation)

स्ट्रोक को कैसे रोका जाए (Prevention of Stroke)

  • नियमित रक्तचाप और शुगर की जांच
  • धूम्रपान और शराब से पूरी तरह परहेज
  • संतुलित आहार लेना (फल, सब्जियां, कम वसा)
  • रोजाना हल्का व्यायाम
  • तनाव प्रबंधन और ध्यान
  • वजन नियंत्रित रखना
  • हृदय रोग की स्थिति में दवा का नियमित सेवन

स्ट्रोक के घरेलू उपाय (Home Remedies for Stroke)

स्ट्रोक का इलाज केवल डॉक्टर द्वारा ही संभव है। घरेलू उपाय केवल पुनर्वास में सहायक हो सकते हैं:

  • हल्का योग और प्राणायाम (जैसे अनुलोम-विलोम)
  • पौष्टिक और कम वसा वाला भोजन
  • तुलसी, अदरक और लहसुन का सेवन (डॉक्टर की सलाह से)
  • मानसिक शांति के लिए ध्यान और संगीत चिकित्सा
  • भरपूर नींद लेना और दिनचर्या बनाए रखना

स्ट्रोक में सावधानियाँ (Precautions after Stroke)

  • डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं समय पर लेना
  • स्ट्रेस और अत्यधिक मेहनत से बचाव
  • धूम्रपान और शराब से परहेज
  • फॉल्स से बचने के लिए घर में सुरक्षा उपाय
  • नियमित रूप से फिजियोथेरेपी कराना
  • मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना

सामान्य प्रश्न (FAQs about Stroke)

प्रश्न 1: क्या स्ट्रोक अचानक होता है?
उत्तर: हां, स्ट्रोक अचानक हो सकता है और यह एक आपातकालीन स्थिति होती है।

प्रश्न 2: स्ट्रोक से क्या मौत हो सकती है?
उत्तर: हां, यदि समय पर इलाज न मिले तो स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है।

प्रश्न 3: क्या स्ट्रोक के बाद ठीक होना संभव है?
उत्तर: हां, यदि सही समय पर इलाज और पुनर्वास मिले तो व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है।

प्रश्न 4: क्या युवाओं को भी स्ट्रोक हो सकता है?
उत्तर: हां, हालांकि इसका खतरा अधिकतर बुजुर्गों में होता है लेकिन यह किसी को भी हो सकता है।

प्रश्न 5: क्या मिनी स्ट्रोक भी खतरनाक होता है?
उत्तर: हां, यह भविष्य में बड़े स्ट्रोक का संकेत हो सकता है, अतः इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

स्ट्रोक (Stroke) एक जानलेवा लेकिन पहचाने जाने योग्य और उपचार योग्य स्थिति है। सही जानकारी, समय पर पहचान और चिकित्सा सहायता से जीवन बचाया जा सकता है। जीवनशैली में सुधार और नियमित जांच से इसे काफी हद तक रोका जा सकता है।



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