Infected Sebaceous Cyst with Tract क्या है? लक्षण, इलाज और बचाव के उपाय

सिबेशियस सिस्ट (Sebaceous Cyst) त्वचा के नीचे बनने वाली एक छोटी गांठ होती है, जो त्वचा में मौजूद सेबेशियस ग्रंथि के अवरुद्ध हो जाने के कारण होती है। जब इस सिस्ट में बैक्टीरिया का संक्रमण हो जाता है और यह फोड़ा बन जाती है, तो इससे एक ट्रैक्ट या सुरंग बन सकती है जिससे मवाद या बदबूदार द्रव बाहर निकलता है। इस जटिल स्थिति को ही Infected Sebaceous Cyst with Tract कहा जाता है।

Infected Sebaceous Cyst with Tract क्या होता है?

जब सिबेशियस सिस्ट में संक्रमण हो जाता है, तो यह एक दर्दनाक और सूजी हुई गांठ बन जाती है। अगर इसे समय रहते ठीक न किया जाए, तो इसके अंदर से एक ट्रैक्ट (fistulous tract) बन जाता है, जो त्वचा पर दूसरा रास्ता बनाकर मवाद बाहर निकालता है। यह स्थिति एक क्रॉनिक (पुरानी) और जटिल समस्या बन जाती है।


Infected Sebaceous Cyst with Tract के कारण (Causes)

  • सेबेशियस ग्रंथि का ब्लॉक होना
  • त्वचा पर चोट या कट
  • संक्रमण (बैक्टीरिया का प्रवेश)
  • बालों की जड़ में जलन या संक्रमण
  • सिस्ट को बार-बार छूना या फोड़ने की कोशिश
  • अस्वच्छता और गंदगी
  • अत्यधिक पसीना और नमी

Infected Sebaceous Cyst with Tract के लक्षण (Symptoms)

  • त्वचा के नीचे एक दर्दनाक, लालिमा युक्त गांठ
  • गांठ से मवाद या बदबूदार तरल का रिसाव
  • सूजन, जलन और खुजली
  • ट्रैक्ट बनने पर एक या एक से अधिक छेद से लगातार रिसाव
  • बुखार (संक्रमण के बढ़ने पर)
  • आसपास के ऊतकों में कठोरता या गांठ जैसी बनावट

Infected Sebaceous Cyst with Tract को कैसे रोके? (Prevention)

  • त्वचा की स्वच्छता बनाए रखें — नहाते समय साबुन और साफ पानी से त्वचा को अच्छी तरह साफ करें।
  • ढीले और सांस लेने योग्य कपड़े पहनें — टाइट कपड़ों से रगड़ बढ़ती है जिससे समस्या और बढ़ सकती है।
  • बालों की साफ-सफाई रखें — संक्रमित या उलझे बालों को हटाएं।
  • गर्म और गंदे वातावरण से बचें — पसीने से संक्रमण बढ़ सकता है।
  • सिस्ट को छेड़ें नहीं — दबाने या फोड़ने से ट्रैक्ट बनने की संभावना बढ़ जाती है।

Infected Sebaceous Cyst with Tract का इलाज (Treatment)

1. औषधीय इलाज (Medical Treatment)

  • एंटीबायोटिक्स: संक्रमण रोकने के लिए
  • दर्दनिवारक दवाएं: सूजन और जलन को कम करने के लिए
  • गर्म पानी से सेंक (Hot Compress): शुरुआती चरण में उपयोगी

2. सर्जरी (Surgical Treatment)

  • Incision and Drainage (I&D):
    संक्रमित सिस्ट को चीर कर मवाद निकाला जाता है।

  • Excision Surgery:
    सिस्ट और ट्रैक्ट को पूरी तरह हटाने के लिए की जाती है। इससे दोबारा संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।

  • Laser Excision:
    आधुनिक तकनीक से की जाने वाली प्रक्रिया जिसमें कम कटाई, कम दर्द और जल्दी रिकवरी होती है।


Infected Sebaceous Cyst with Tract के घरेलू उपाय (Home Remedies)

सावधानी: ये उपाय केवल लक्षणों से राहत के लिए हैं, इलाज नहीं।

  • गर्म पानी से सेंक (Hot Compress): दर्द और सूजन कम करने में मदद करता है।
  • हल्दी और शहद का लेप: एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।
  • नीम का पेस्ट या पानी: संक्रमण को शांत करने में सहायक
  • एलोवेरा जेल: त्वचा को ठंडक और आराम देता है।
  • गिलोय/आंवला रस: शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।

सावधानियाँ (Precautions)

  • संक्रमित सिस्ट को कभी न दबाएं या फोड़ें
  • साफ-सुथरे कपड़े पहनें और रोजाना स्नान करें
  • ड्रेसिंग के बाद हाथ धोना न भूलें
  • किसी भी घरेलू नुस्खे को लंबे समय तक अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें
  • सर्जरी के बाद नियमित चेकअप जरूर कराएं

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1: क्या Sebaceous Cyst खतरनाक होती है?
उत्तर: सामान्य स्थिति में नहीं, लेकिन संक्रमित होने पर गंभीर जटिलता बन सकती है।

प्र.2: क्या सिस्ट अपने आप ठीक हो सकती है?
उत्तर: अगर संक्रमण नहीं है तो हाँ, लेकिन अगर मवाद बनने लगे या ट्रैक्ट बन जाए तो इलाज जरूरी है।

प्र.3: क्या लेजर सर्जरी से सिस्ट पूरी तरह ठीक हो जाती है?
उत्तर: हां, लेजर सर्जरी एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है।

प्र.4: क्या सिस्ट दोबारा हो सकती है?
उत्तर: हां, अगर जड़ से हटाया न जाए तो दोबारा होने की संभावना रहती है।

प्र.5: सिस्ट और फोड़े में क्या अंतर है?
उत्तर: फोड़ा अचानक होता है और दर्दनाक होता है, जबकि सिस्ट धीरे-धीरे बनती है और सिस्ट में ट्रैक्ट बनने पर वह क्रॉनिक हो जाती है।


निष्कर्ष

Infected Sebaceous Cyst with Tract एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य समस्या है। यदि समय रहते इसे पहचाना और सही तरीके से इलाज किया जाए, तो इससे पूरी तरह छुटकारा पाया जा सकता है। घरेलू उपाय शुरुआती राहत दे सकते हैं, लेकिन गंभीर संक्रमण या ट्रैक्ट बनने पर डॉक्टर की सलाह लेना और सर्जरी कराना ही सर्वोत्तम उपाय है।




Post a Comment (0)
Previous Post Next Post