स्टोमा आमतौर पर कोलोस्टोमी या इलियोस्टोमी जैसी सर्जरी के बाद बनाई जाती है। यह मल या मूत्र को शरीर से बाहर निकालने का एक मार्ग होता है। लेकिन जब इसकी देखभाल सही तरीके से नहीं की जाती, या सर्जरी के दौरान कुछ गड़बड़ी हो जाती है, तो यह स्टोमल नेक्रोसिस जैसी स्थिति का कारण बन सकती है।
स्टोमल नेक्रोसिस के कारण (Causes of Stomal Necrosis)
- ब्लड फ्लो की कमी – स्टोमा तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंचना।
- बहुत तंग सर्जिकल साइट – जिससे ऊतक पर दबाव पड़ता है।
- मोटापा – मोटे रोगियों में रक्त संचार में समस्या हो सकती है।
- डायबिटीज – रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं।
- धूम्रपान – ब्लड सर्कुलेशन कम करता है।
- संक्रमण या सूजन – स्टोमा क्षेत्र में।
लक्षण (Symptoms of Stomal Necrosis)
- स्टोमा का रंग काला, बैंगनी या नीला होना
- स्टोमा सख्त और ठंडा महसूस होना
- स्टोमा के आसपास दर्द और सूजन
- बदबूदार या मरे हुए ऊतक का दिखना
- मल या मूत्र का सही से बाहर न आना
कैसे पहचाने? (Diagnosis: How to Identify Stomal Necrosis)
- शारीरिक निरीक्षण: डॉक्टर स्टोमा के रंग, तापमान और संरचना को देखकर इसका मूल्यांकन करते हैं।
- CT स्कैन या एंडोस्कोपी से आंतरिक स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
- स्टोमा के आसपास का रक्त प्रवाह जाँचने के लिए डॉप्लर टेस्ट।
इलाज (Treatment of Stomal Necrosis)
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हल्के मामलों में:
- नियमित निरीक्षण
- एन्टीबायोटिक्स
- स्टोमा के आसपास साफ-सफाई
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गंभीर मामलों में:
- डेड टिशू को हटाना (Debridement)
- नई सर्जरी के ज़रिए स्टोमा को दोबारा बनाना
घरेलू उपाय (Home Remedies for Stomal Health)
नोट: नेक्रोसिस का इलाज घरेलू उपायों से नहीं हो सकता, लेकिन कुछ सावधानियाँ स्टोमा की स्थिति बिगड़ने से रोक सकती हैं:
- हल्का गुनगुना पानी और साफ कपड़े से स्टोमा की सफाई करें
- एलोवेरा जेल का सीमित उपयोग (डॉक्टर की सलाह से)
- पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें जिससे त्वचा का स्वास्थ्य अच्छा रहे
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
कैसे रोकें? (How to Prevent Stomal Necrosis)
- सर्जरी के बाद स्टोमा की सही देखभाल करना
- बहुत तंग कपड़े ना पहनना
- ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना
- धूम्रपान और शराब से दूर रहना
- स्टोमा की नियमित जांच कराते रहना
सावधानियाँ (Precautions)
- स्टोमा को रोज़ साफ करें
- लालिमा, सूजन या बदबू दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें
- स्टोमा बैग को समय पर बदलें
- ज़रूरत से ज़्यादा झुकने या खिंचाव से बचें
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: क्या स्टोमल नेक्रोसिस जानलेवा हो सकता है?
उत्तर: अगर समय रहते इलाज ना किया जाए तो यह जानलेवा हो सकता है।
Q2: स्टोमा का रंग बदलने का मतलब क्या है?
उत्तर: हल्का गुलाबी सामान्य है, लेकिन नीला, काला या बैंगनी रंग संकेत देता है कि स्टोमा में रक्त प्रवाह कम है।
Q3: क्या यह स्थिति दोबारा हो सकती है?
उत्तर: हां, यदि देखभाल में लापरवाही की जाए तो पुनः हो सकती है।
Q4: किस डॉक्टर से संपर्क करें?
उत्तर: कोलोरैक्टल सर्जन या गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से।
निष्कर्ष (Conclusion)
स्टोमल नेक्रोसिस एक गंभीर लेकिन रोकी जा सकने वाली स्थिति है। समय पर लक्षण पहचानना, सावधानी बरतना और विशेषज्ञ से सलाह लेना इसकी रोकथाम और इलाज में मदद कर सकता है।