Stomal Stenosis एक ऐसी चिकित्सकीय स्थिति है जिसमें स्टोमा (शरीर की सतह पर सर्जरी द्वारा बनाया गया खुला मार्ग) का मुहाना धीरे-धीरे सिकुड़ या संकरा हो जाता है। इससे मल (या मूत्र, यदि यूरोस्टोमा हो) के बाहर निकलने में बाधा उत्पन्न होती है।
Stomal Stenosis क्या होता है?
Stomal Stenosis एक ऐसी स्थिति है जिसमें स्टोमा का खुला हिस्सा (ओपनिंग) धीरे-धीरे सिकुड़ जाता है या संकरा हो जाता है, जिससे मल या मूत्र का बाहर निकलना कठिन हो जाता है। यह स्थिति खासकर कोलोस्टोमी या इलियोस्टोमी सर्जरी के बाद देखने को मिलती है।
समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह पेट दर्द, सूजन, रुकावट और संक्रमण का कारण बन सकता है।
Stomal Stenosis के कारण (Causes)
- सर्जरी के बाद टिशू का अधिक बढ़ना (Fibrosis)
- स्टोमा के आसपास संक्रमण या सूजन
- स्टोमा की बार-बार चोट या खिंचाव
- गहरे टांके या अनुचित हीलिंग
- स्किन इरिटेशन या स्कार टिशू बनना
- गलत फिटिंग स्टोमा बैग
- धूम्रपान या मधुमेह जैसी स्वास्थ्य समस्याएँ
Stomal Stenosis के लक्षण (Symptoms)
- स्टोमा से मल या गैस का ठीक से बाहर न आना
- पेट में सूजन या फुलाव
- स्टोमा से मल का रिसाव कम होना
- मल त्याग में कठिनाई
- स्टोमा के मुहाने पर दर्द या जलन
- स्टोमा छोटा, संकरा या बंद दिखना
- उल्टी या मितली
कैसे पहचाने? (Diagnosis: How to Identify Stomal Stenosis)
- फिजिकल एग्जामिनेशन: डॉक्टर स्टोमा की ओपनिंग का आकार और फ्लो जांचते हैं
- डिजिटल एग्जाम (उंगली से जाँच): तंग होने का पता चलता है
- इमेजिंग टेस्ट: CT स्कैन या बैरियम एनिमा से आंतरिक रुकावट का पता
- एंडोस्कोपी: स्टोमा के अंदर देखने के लिए
Stomal Stenosis का इलाज (Treatment)
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हल्के मामलों में:
- स्टोमा डाइलेशन (धीरे-धीरे खोलना)
- दर्द और सूजन के लिए दवाएं
- मल को नरम करने वाले लैक्जेटिव
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मध्यम से गंभीर मामलों में:
- बार-बार डाइलेशन की आवश्यकता
- स्टोमा रीविजन सर्जरी – नया स्टोमा बनाना पड़ सकता है
- यदि आंत में रुकावट है तो आपातकालीन सर्जरी भी संभव
Stomal Stenosis को कैसे रोकें? (Prevention Tips)
- स्टोमा की सही देखभाल और साफ-सफाई
- स्टोमा बैग का सही फिटिंग
- खिंचाव और चोट से बचाना
- हर सप्ताह स्टोमा के आकार का निरीक्षण
- कब्ज से बचाव के लिए फाइबर और पानी का सेवन
- डॉक्टर की नियमित जांच कराना
- टाइट कपड़े या बेल्ट से परहेज
घरेलू उपाय (Home Remedies for Support)
नोट: Stomal Stenosis का इलाज डॉक्टर द्वारा ही संभव है, लेकिन कुछ उपाय इसे बिगड़ने से रोक सकते हैं:
- गुनगुने पानी से स्टोमा की नियमित सफाई
- मल को नरम रखने के लिए तरल आहार और रेशेदार सब्ज़ियां
- हल्के पेट की एक्सरसाइज
- नारियल तेल या एलोवेरा जेल (सावधानी से)
- पर्याप्त पानी पिएं
- तनाव से दूर रहें, कब्ज से बचें
सावधानियाँ (Precautions for Stoma Patients)
- जब भी स्टोमा से मल कम या बिल्कुल न निकले, डॉक्टर से मिलें
- स्टोमा के आकार में बदलाव को नजरअंदाज न करें
- दर्द, सूजन या जलन हो तो खुद इलाज न करें
- धूम्रपान और अत्यधिक मसालेदार भोजन से बचें
- मलत्याग में कठिनाई हो तो जबरदस्ती न करें
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: क्या Stomal Stenosis खतरनाक है?
उत्तर: हां, यदि इलाज न हो तो यह आंतों में रुकावट और संक्रमण का कारण बन सकता है।
Q2: क्या इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है?
उत्तर: हल्के मामलों में बिना सर्जरी के ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता होती है।
Q3: इसका घरेलू इलाज संभव है?
उत्तर: केवल प्रारंभिक देखभाल और रोकथाम घरेलू उपायों से संभव है; उपचार डॉक्टर ही करेगा।
Q4: क्या यह फिर से हो सकता है?
उत्तर: हां, अगर स्टोमा की देखभाल में लापरवाही हो तो पुनः हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Stomal Stenosis एक आम लेकिन गंभीर जटिलता है जो स्टोमा सर्जरी के बाद हो सकती है। इसके लक्षणों की पहचान, समय पर इलाज और सावधानी से इस स्थिति को रोका जा सकता है। रोगी और देखभालकर्ता दोनों को इस विषय में जागरूक होना आवश्यक है।