Vertebral Osteomyelitis क्या है? लक्षण, कारण, इलाज और सावधानियाँ

Vertebral Osteomyelitis रीढ़ की हड्डी (spine) की हड्डियों में होने वाला एक गंभीर संक्रमण है, जो बैक्टीरिया या फंगस के कारण होता है। यह संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता है और यदि समय पर इलाज न हो, तो यह तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है। यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन बुज़ुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (low immunity) वाले लोगों में ज़्यादा देखी जाती है।

Vertebral Osteomyelitis क्या है?

Vertebral Osteomyelitis में संक्रमण रीढ़ की हड्डी (vertebrae) या इससे जुड़े डिस्क के हिस्सों में फैलता है। संक्रमण अधिकतर मामलों में hematogenous spread यानी खून के जरिए शरीर के दूसरे हिस्से से रीढ़ की हड्डी तक पहुंचता है।


यह संक्रमण धीमा लेकिन खतरनाक होता है, जिससे पीठ में तेज़ दर्द, बुखार और चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है।

Vertebral Osteomyelitis के कारण (Causes)

  • बैक्टीरिया संक्रमण (जैसे Staphylococcus aureus)
  • शरीर के किसी अन्य हिस्से में संक्रमण का खून के जरिए हड्डी तक पहुंचना
  • सर्जरी या इंजेक्शन के ज़रिए संक्रमण
  • IV ड्रग्स का सेवन
  • मधुमेह (Diabetes) या कमजोर इम्यून सिस्टम
  • ट्यूबरकुलोसिस (Spinal TB – Pott’s disease)

Vertebral Osteomyelitis के लक्षण (Symptoms)

  • पीठ में तेज़ और लगातार दर्द (Lower back सबसे ज़्यादा प्रभावित होता है)
  • बुखार और ठंड लगना
  • चलने में परेशानी या कमजोरी
  • रीढ़ की हड्डी के पास सूजन
  • थकान और कमजोरी
  • Neurological symptoms जैसे सुन्नपन या पैरों में झनझनाहट
  • यदि स्पाइनल कॉर्ड दबे तो लकवे की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है

Vertebral Osteomyelitis का इलाज (Treatment)

1. एंटीबायोटिक थेरेपी (Antibiotic Therapy)

IV एंटीबायोटिक्स 6–8 हफ्तों तक दिए जाते हैं।

बैक्टीरिया की पहचान के लिए ब्लड कल्चर या बायोप्सी की जाती है।

2. फिजियोथेरेपी और बेड रेस्ट

आराम और धीरे-धीरे फिजिकल थेरेपी से मूवमेंट में सुधार लाया जाता है।

3. सर्जरी (यदि आवश्यक हो)

अगर संक्रमण से spinal cord compress हो रहा हो या हड्डी टूटने का खतरा हो तो सर्जरी की जाती है।

कभी-कभी abscess drainage या spinal stabilization ज़रूरी होता है।

4. डायबिटीज़ या अन्य बीमारियों का नियंत्रण

क्योंकि इनसे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।

Vertebral Osteomyelitis के बचाव के उपाय (Prevention Tips)

  • किसी भी संक्रमण का समय पर इलाज करवाएं।
  • इंजेक्शन या IV दवाओं का उपयोग डॉक्टर की निगरानी में करें।
  • सर्जरी के बाद साफ-सफाई और घाव की देखभाल पर ध्यान दें।
  • इम्युनिटी बढ़ाएं – संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम करें।
  • डायबिटीज़ या अन्य क्रॉनिक रोगों को कंट्रोल में रखें।

Vertebral Osteomyelitis के घरेलू उपाय (Home Remedies)

> ध्यान दें: ये उपाय केवल supportive हैं। डॉक्टर द्वारा बताए गए इलाज के साथ ही इन्हें अपनाना चाहिए।

1. हल्दी और दूध

एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर। रात को सोते समय हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद हो सकता है।

2. गिलोय और तुलसी

प्रतिरक्षा बढ़ाने में सहायक। गिलोय का काढ़ा या तुलसी का रस रोज़ लें।

3. गर्म पानी से सेंक

पीठ की मांसपेशियों के दर्द को राहत मिल सकती है। ध्यान दें कि संक्रमण खुला न हो।

4. प्राणायाम और हल्का योग

शरीर को दुरुस्त रखने के लिए। पीठ दर्द में डॉक्टर की सलाह से योग करें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • एंटीबायोटिक्स का पूरा कोर्स करें, बीच में बंद न करें।
  • कभी भी पीठ दर्द को नजरअंदाज़ न करें, खासकर अगर बुखार के साथ हो।
  • खुद से दवा या स्टेरॉयड न लें।
  • MRI या ब्लड टेस्ट जैसे ज़रूरी जांच समय पर कराएं।
  • संक्रमण दोबारा न हो, इसके लिए शरीर की साफ-सफाई और खानपान पर ध्यान दें।

निष्कर्ष (Conclusion)

Vertebral Osteomyelitis एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य बीमारी है। यदि आप या आपके किसी जानने वाले को लगातार पीठ दर्द, बुखार या कमजोरी की शिकायत हो, तो इसे नजरअंदाज न करें। समय पर जांच, एंटीबायोटिक थैरेपी और ज़रूरत पड़े तो सर्जरी से इस रोग को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या Vertebral Osteomyelitis जानलेवा हो सकता है?

> हाँ, यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह रीढ़ को नुकसान पहुंचा सकता है और लकवा भी हो सकता है।

2. क्या यह टीबी से जुड़ा होता है?

> हाँ, Pott's Disease यानी स्पाइनल टीबी, Vertebral Osteomyelitis का एक रूप है।

3. क्या यह दूसरों को फैल सकता है?

> अगर यह TB के कारण है, तो हाँ। अन्य मामलों में यह संक्रामक नहीं होता।

4. क्या फिजियोथेरेपी से लाभ होता है?

> हाँ, संक्रमण नियंत्रण 

के बाद फिजियोथेरेपी से मूवमेंट और ताकत वापस लाने में मदद मिलती है।

5. घरेलू इलाज से क्या यह ठीक हो सकता है?

> केवल घरेलू उपाय से नहीं, आपको मेडिकल ट्रीटमेंट ज़रूरी लेना होगा




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