Bilateral Adrenal Hyperplasia (बाइलेटरल एड्रिनल हाइपरप्लेसिया) एक हार्मोनल विकार है जिसमें दोनों adrenal glands (एड्रिनल ग्रंथियाँ) का आकार बढ़ जाता है और वे सामान्य से अधिक हार्मोन (मुख्यतः कॉर्टिसोल, एल्डोस्टेरोन, या एंड्रोजन) बनाने लगती हैं। यह एक endocrine system disorder है और कई बार Cushing’s syndrome या primary aldosteronism का कारण बनता है।
Bilateral Adrenal Hyperplasia क्या होता है ? (What is Bilateral Adrenal Hyperplasia?)
एड्रिनल ग्रंथियाँ दोनों किडनी के ऊपर स्थित छोटी ग्रंथियाँ होती हैं, जो शरीर में तनाव, रक्तचाप, नमक-पानी संतुलन और यौन विकास को नियंत्रित करने वाले हार्मोन बनाती हैं।
Bilateral Adrenal Hyperplasia में ये दोनों ग्रंथियाँ अनियंत्रित रूप से बड़ी हो जाती हैं और ज़रूरत से अधिक हार्मोन बनाने लगती हैं, जिससे शरीर में कई तरह की समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
Bilateral Adrenal Hyperplasia कारण (Causes of Bilateral Adrenal Hyperplasia):
- Congenital Adrenal Hyperplasia (CAH) – जन्मजात स्थिति
- ACTH hormone का अत्यधिक उत्पादन (Excess ACTH stimulation)
- Genetic mutations
- Familial hyperaldosteronism – आनुवांशिक कारणों से एल्डोस्टेरोन का अधिक स्राव
- Cushing’s disease या pituitary tumors के कारण
- Unclear etiology – कुछ मामलों में कारण स्पष्ट नहीं होता
Bilateral Adrenal Hyperplasia के लक्षण (Symptoms of Bilateral Adrenal Hyperplasia):
लक्षण उस हार्मोन पर निर्भर करते हैं जो अधिक मात्रा में बन रहा होता है। सामान्यतः:
यदि कॉर्टिसोल अधिक हो (Cushing's syndrome के लक्षण):
- चेहरे का गोल और फूला हुआ होना (moon face)
- पेट और चेहरे पर चर्बी का जमाव
- हाई ब्लड प्रेशर
- थकान और मांसपेशियों की कमजोरी
- त्वचा पर खिंचाव के निशान (stretch marks)
- बार-बार संक्रमण होना
- मानसिक परिवर्तन (depression, irritability)
- असामान्य वजन बढ़ना
यदि एल्डोस्टेरोन अधिक हो (Primary aldosteronism के लक्षण):
- लगातार हाई ब्लड प्रेशर
- शरीर में पोटैशियम की कमी (hypokalemia)
- कमजोरी, थकान
- पेशियों में ऐंठन
- बार-बार पेशाब आना
- सिरदर्द
Bilateral Adrenal Hyperplasia कैसे पहचाने (Diagnosis of Bilateral Adrenal Hyperplasia):
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रक्त जांच (Blood tests):
- Cortisol
- Aldosterone
- ACTH
- Electrolyte levels (विशेष रूप से पोटैशियम)
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24-घंटे की मूत्र जांच (Urinary cortisol)
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Dexamethasone suppression test
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CT या MRI स्कैन: एड्रिनल ग्रंथियों का आकार और स्थिति देखने के लिए
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Adrenal venous sampling: दोनों ग्रंथियों की कार्यक्षमता की तुलना
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Genetic testing: CAH या पारिवारिक विकार के लिए
Bilateral Adrenal Hyperplasia इलाज (Treatment of Bilateral Adrenal Hyperplasia):
इलाज इस पर निर्भर करता है कि किस हार्मोन का अत्यधिक उत्पादन हो रहा है:
1. दवाइयां (Medications):
- Steroid synthesis inhibitors: जैसे ketoconazole, metyrapone
- Mineralocorticoid receptor antagonists: जैसे spironolactone (अगर एल्डोस्टेरोन बढ़ा हो)
- Glucocorticoid therapy: यदि CAH हो
2. Surgery (शल्य चिकित्सा):
- Adrenalectomy (एड्रिनल ग्रंथि को निकालना):
- अगर दवाइयों से लाभ न हो
- ज्यादातर मामलों में दोनों ग्रंथियाँ नहीं निकाली जातीं; एक ग्रंथि को हटाना आम है
3. Hormone replacement therapy:
- यदि ग्रंथि हटाई गई हो तो
4. Lifestyle changes:
- वजन नियंत्रण
- ब्लड प्रेशर का प्रबंधन
- लो-सोडियम डाइट
Bilateral Adrenal Hyperplasia कैसे रोके (Prevention of Bilateral Adrenal Hyperplasia):
- यह एक हार्मोनल और अक्सर जन्मजात या आनुवांशिक स्थिति है, जिसकी प्राथमिक रोकथाम संभव नहीं होती।
- अनुवांशिक परामर्श (Genetic counseling) — यदि पारिवारिक इतिहास हो
- गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण और दवाओं का सेवन
- ब्लड प्रेशर की नियमित जांच
- डॉक्टर से समय-समय पर जाँच कराना
घरेलू उपाय (Home Remedies for Bilateral Adrenal Hyperplasia):
घरेलू उपाय केवल लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं, इलाज नहीं:
- लो-सोडियम डाइट (Low-salt diet): ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के लिए
- पोटैशियम युक्त आहार: केला, नारियल पानी, पालक आदि
- योग और प्राणायाम: तनाव और हार्मोन संतुलन के लिए
- पर्याप्त नींद और आराम
- कैफीन और अल्कोहल से बचें
सावधानियाँ (Precautions):
- उच्च रक्तचाप को अनदेखा न करें
- नियमित रूप से हार्मोन की जांच कराएं
- डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं को समय पर लें
- तनाव से बचें
- किसी भी नई दवा या लक्षण पर डॉक्टर से सलाह लें
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
प्र1. क्या Bilateral Adrenal Hyperplasia खतरनाक है?
उत्तर: हाँ, यदि इसका समय पर इलाज न हो तो यह हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, और हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
प्र2. क्या यह इलाज योग्य है?
उत्तर: हाँ, दवाओं और सर्जरी दोनों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
प्र3. क्या यह आनुवांशिक बीमारी है?
उत्तर: कुछ प्रकार जैसे Congenital Adrenal Hyperplasia (CAH) आनुवांशिक हो सकते हैं।
प्र4. क्या यह कैंसर से जुड़ा होता है?
उत्तर: नहीं, यह ग्रंथियों के आकार के बढ़ने से जुड़ा होता है, न कि कैंसर से।
प्र5. क्या मरीज सामान्य जीवन जी सकता है?
उत्तर: हाँ, सही इलाज और नियमित निगरानी से सामान्य जीवन संभव है।
निष्कर्ष (Conclusion):
Bilateral Adrenal Hyperplasia (बाइलेटरल एड्रिनल हाइपरप्लेसिया) एक हार्मोनल विकार है जिसमें एड्रिनल ग्रंथियाँ अत्यधिक सक्रिय हो जाती हैं और हार्मोन का असंतुलन उत्पन्न करती हैं। इसका समय रहते निदान और उपचार अत्यंत आवश्यक है। उचित चिकित्सा, जीवनशैली में बदलाव और डॉक्टर की निगरानी से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है और व्यक्ति एक सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकता है।