बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर (Body-Focused Repetitive Behavior - BFRB) एक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी स्थिति है जिसमें व्यक्ति बार-बार अपनी ही शारीरिक बनावट से जुड़ी किसी गतिविधि को करता है जैसे बाल नोचना, त्वचा खुरचना, नाखून चबाना आदि। यह आदतें हानिकारक होती हैं और व्यक्ति इन्हें बार-बार करने से खुद को नुकसान पहुंचाता है, फिर भी वह इन्हें रोक नहीं पाता।
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर क्या होता है (What is Body-Focused Repetitive Behavior?):
BFRB मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित आदतन और आवेग नियंत्रण से जुड़ी विकृति (Impulse Control Disorder) होती है। इसमें व्यक्ति अनजाने में या तनाव के कारण शरीर को नुकसान पहुँचाने वाले कार्य करता है। ये आदतें धीरे-धीरे सामान्य जीवन में बाधा डालने लगती हैं और सामाजिक, मानसिक और शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर के प्रकार (Types of Body-Focused Repetitive Behavior):
- ट्राइकोटिलोमैनिया (Trichotillomania): बाल नोचना
- डर्मेटिलोमैनिया (Dermatillomania): त्वचा खुरचना
- ओनिकोफैजिया (Onychophagia): नाखून चबाना
- राइनोटिलेक्सोमैनिया (Rhinotillexomania): बार-बार नाक में उंगली डालना
- चीक्रोथेमिया (Cheek biting): गाल या होंठ काटना
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर के कारण (Causes of BFRB):
- तनाव और चिंता (Stress and Anxiety)
- जैविक या न्यूरोलॉजिकल असंतुलन (Neurological factors)
- गंभीर भावनात्मक आघात या ट्रॉमा (Psychological trauma)
- परिवार में मानसिक बीमारी का इतिहास (Family history of mental disorders)
- आदत बन जाना (Habit formation over time)
- डोपामिन और सेरोटोनिन का असंतुलन (Chemical imbalance in brain)
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर के लक्षण (Symptoms of BFRB):
- बार-बार बाल नोचना या उखाड़ना (Hair pulling repeatedly)
- त्वचा को खरोंचना, छीलना या घाव बनाना (Skin picking or peeling)
- नाखून चबाना और उसे खून तक चबाते रहना (Chronic nail biting)
- होंठ या गाल काटना (Cheek or lip biting)
- इन आदतों को बार-बार दोहराना, चाह कर भी न रोक पाना (Inability to control the behavior)
- शर्मिंदगी, अपराधबोध या सामाजिक दूरी (Feelings of shame or social withdrawal)
- घाव, संक्रमण या त्वचा पर स्थायी नुकसान (Wounds, infections or scarring)
- आदत छूटने पर बेचैनी या घबराहट महसूस होना (Anxiety or tension if the act is resisted)
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर कैसे पहचाने (Diagnosis of BFRB):
- मनोचिकित्सक द्वारा क्लिनिकल इंटरव्यू (Psychiatric clinical interview)
- DSM-5 डायग्नोस्टिक गाइडलाइंस का उपयोग
- व्यवहार मूल्यांकन (Behavioral assessment)
- परिवार और जीवनशैली का मूल्यांकन
- किसी अन्य मानसिक रोग की उपस्थिति की जाँच (Comorbid conditions like OCD or anxiety)
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर इलाज (Treatment of Body-Focused Repetitive Behavior):
- संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (CBT - Cognitive Behavioral Therapy): सबसे प्रभावी इलाज
- Habit Reversal Training (HRT): नई स्वस्थ आदतें सिखाने की विधि
- Acceptance and Commitment Therapy (ACT): व्यवहार को स्वीकार करना और जीवन पर नियंत्रण पाना
- औषधीय उपचार (Medications): जैसे SSRIs (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors)
- ग्रुप थेरेपी या सपोर्ट ग्रुप्स: अनुभव साझा करने और सहारा देने के लिए
- Biofeedback और mindfulness techniques
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर से बचाव (Prevention of Body-Focused Repetitive Behavior):
- बचपन से तनाव प्रबंधन की शिक्षा देना
- नियमित मानसिक स्वास्थ्य जांच कराना
- सोशल और भावनात्मक सहायता देना
- स्क्रीन टाइम और सोशल आइसोलेशन को कम करना
- स्वस्थ आदतें विकसित करना जैसे योग और ध्यान
घरेलू उपाय (Home Remedies for BFRB Management):
- हाथों को व्यस्त रखने के लिए स्ट्रेस बॉल या स्पिनर का उपयोग
- मिरर में चेहरा देखना जब urge आए – इससे व्यवहार पर नजर
- त्वचा को हाइड्रेटेड और सुरक्षित रखने के उपाय
- डायरी में व्यवहार रिकॉर्ड करना
- गहरी सांस और ध्यान तकनीकों का अभ्यास
- संगीत सुनना या क्रिएटिव कामों में लगना
सावधानियाँ (Precautions):
- इन आदतों को शर्म या कमजोरी न समझें
- खुद इलाज करने की बजाय प्रोफेशनल मदद लें
- दवाओं का सेवन बिना सलाह के न करें
- बच्चों में लक्षण दिखने पर तुरंत परामर्श लें
- सोशल मीडिया पर गलत जानकारी से बचें
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
प्रश्न 1: क्या BFRB कोई मानसिक बीमारी है?
उत्तर: हाँ, यह एक मानसिक स्वास्थ्य विकार की श्रेणी में आता है जो व्यवहार और आवेग नियंत्रण से जुड़ा होता है।
प्रश्न 2: क्या यह आदतें जीवनभर रहती हैं?
उत्तर: सही इलाज और थेरेपी से इन पर नियंत्रण पाया जा सकता है और व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है।
प्रश्न 3: क्या यह ओसीडी (OCD) जैसा है?
उत्तर: कुछ हद तक, लेकिन यह OCD से अलग है। हालांकि दोनों में कुछ समानताएँ होती हैं।
प्रश्न 4: क्या इसे नजरअंदाज करना खतरनाक है?
उत्तर: हाँ, इससे शारीरिक और मानसिक नुकसान हो सकता है, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion):
बॉडी-फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर (BFRB) एक जटिल लेकिन संभाली जा सकने वाली मानसिक स्थिति है। इसे केवल एक "आदत" मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समय पर पहचान, सही थेरेपी, पारिवारिक सहयोग और पेशेवर इलाज से व्यक्ति इस व्यवहार पर नियंत्रण पा सकता है और सामान्य जीवन जी सकता है।