PRES (Posterior Reversible Encephalopathy Syndrome) क्या है? कारण, लक्षण, इलाज और गर्भावस्था में प्रभाव

PRES यानी Posterior Reversible Encephalopathy Syndrome एक अस्थायी और उपचार योग्य न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो दिमाग की सूजन और मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में गड़बड़ी के कारण होती है। इसका सीधा प्रभाव मानसिक स्थिति, सिरदर्द, दौरे (seizures), दृष्टि संबंधी समस्या और उलझन जैसी समस्याओं में दिखाई देता है। PRES अधिकतर गर्भवती महिलाओं, उच्च रक्तचाप के मरीजों या कुछ दवाओं के कारण देखने को मिलता है।

PRES के लक्षण (Symptoms of PRES)

  • तेज़ सिरदर्द

  • धुंधला दिखाई देना या दृष्टि का पूरी तरह से जाना

  • दौरे (Seizures)

  • मानसिक भ्रम या उलझन

  • मतली या उल्टी

  • बेहोशी या सुस्ती

PRES के कारण (Causes of PRES)

PRES के मुख्य कारणों में उच्च रक्तचाप (Hypertension), प्रेगनेंसी में प्रीक्लेम्पसिया या ईक्लेम्पसिया, कीमोथेरेपी, ऑटोइम्यून बीमारियाँ और किडनी रोग शामिल हैं। यह स्थिति तब होती है जब मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है और ब्रेन में सूजन आ जाती है।

PRES का इलाज (Treatment of PRES)

इस स्थिति का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। PRES में सबसे जरूरी है उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना, दौरे को रोकने के लिए एंटी-एपिलेप्टिक दवाओं का उपयोग करना, और यदि कारण दवा है तो उसे बंद करना। समय रहते इलाज करने से PRES पूरी तरह से ठीक हो सकता है और मस्तिष्क को स्थायी नुकसान नहीं होता।

PRES और गर्भावस्था (PRES in Pregnancy)

गर्भवती महिलाओं में PRES का सबसे आम कारण प्रीक्लेम्पसिया और ईक्लेम्पसिया होता है। यह स्थिति माँ और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकती है। इसलिए यदि गर्भावस्था के दौरान दौरे, सिरदर्द या धुंधला दिखाई देने जैसी समस्याएं हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर इलाज से खतरे को टाला जा सकता है।

PRES से बचाव (Prevention Tips)

  • ब्लड प्रेशर को नियमित रूप से जांचें और कंट्रोल में रखें

  • प्रेगनेंसी में नियमित एएनसी (ANC) चेकअप करवाएं

  • अगर पहले PRES हो चुका हो, तो भविष्य की प्रेगनेंसी में विशेष सावधानी रखें

  • दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लें

निष्कर्ष (Conclusion)

PRES एक खतरनाक लेकिन पूरी तरह से रिवर्सेबल स्थिति है, बशर्ते इसका समय रहते इलाज किया जाए। यह स्थिति गर्भावस्था या उच्च रक्तचाप से जुड़ी हो सकती है। लक्षणों की अनदेखी न करें और तुरंत मेडिकल सलाह लें। सही समय पर कदम उठाने से यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है।

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