Khushveer Choudhary

BUN/Creatinine Test क्या है? कारण, प्रक्रिया, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

BUN/Creatinine Test (ब्लड यूरिया नाइट्रोजन और क्रिएटिनिन टेस्ट) एक सामान्य रक्त परीक्षण है जिसका उपयोग गुर्दों (Kidneys) की कार्यक्षमता को जांचने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण यह दर्शाता है कि आपके गुर्दे रक्त से अपशिष्ट (waste) को कितनी अच्छी तरह से छान रहे हैं। BUN (Blood Urea Nitrogen) और Creatinine दो महत्वपूर्ण बायोमार्कर हैं जो इस प्रक्रिया को मापते हैं।









BUN/Creatinine Test क्या है ? (What is BUN and Creatinine?)

  • BUN (ब्लड यूरिया नाइट्रोजन): यह शरीर में प्रोटीन के टूटने से उत्पन्न होता है और लिवर द्वारा बनाया जाता है। यह रक्त के माध्यम से गुर्दों में पहुँचता है और पेशाब के जरिए बाहर निकलता है।
  • Creatinine (क्रिएटिनिन): यह मांसपेशियों के सामान्य मेटाबोलिज्म से उत्पन्न अपशिष्ट है। गुर्दे इसे रक्त से फ़िल्टर कर पेशाब के माध्यम से निकालते हैं।

परीक्षण का उद्देश्य (Purpose of the Test):

  • गुर्दों की कार्यक्षमता की जांच करना
  • किडनी रोग (Kidney Disease) का पता लगाना
  • डिहाइड्रेशन (Dehydration) या उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) की स्थिति को समझना
  • डायलिसिस की ज़रूरत का मूल्यांकन

बीयूएन / क्रिएटिनिन टेस्ट के लक्षण (Symptoms of Needing BUN/Creatinine Test):

  1. पेशाब की मात्रा में कमी या बदलाव
  2. शरीर में सूजन (विशेषकर टखनों, पैरों, आंखों के नीचे)
  3. थकान और कमजोरी
  4. मांसपेशियों में ऐंठन
  5. भूख में कमी
  6. मतली या उल्टी
  7. भ्रम या एकाग्रता में कठिनाई
  8. त्वचा पर खुजली

BUN/Creatinine Test कारण (Causes of Abnormal BUN/Creatinine Levels):

  • गुर्दों की बीमारी (Kidney Disease)
  • डिहाइड्रेशन (Dehydration)
  • हृदय की समस्याएं (Heart Failure)
  • यूरीनरी ट्रैक्ट ब्लॉकेज (Urinary Tract Obstruction)
  • ज्यादा प्रोटीन डाइट या स्टेरॉइड का सेवन
  • शारीरिक तनाव या मांसपेशियों की क्षति

निदान (Diagnosis):

रक्त का सैंपल लेकर लैब में BUN और Creatinine का स्तर मापा जाता है।
Normal range (सामान्य मान):

  • BUN: 7-20 mg/dL
  • Creatinine:
    1. पुरुषों में: 0.74 से 1.35 mg/dL
    1. महिलाओं में: 0.59 से 1.04 mg/dL

BUN/Creatinine Ratio (अनुपात):
सामान्यतः 10:1 से 20:1 के बीच

BUN/Creatinine Test इलाज (Treatment):

इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि असामान्य रिपोर्ट का कारण क्या है:

  • यदि डिहाइड्रेशन है तो पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स दिए जाते हैं।
  • किडनी डिसऑर्डर की स्थिति में दवा, डाइट कंट्रोल और डायलिसिस की जरूरत हो सकती है।
  • यूरीनरी ट्रैक्ट ब्लॉकेज हो तो सर्जरी या कैथेटर का उपयोग किया जाता है।

कैसे रोके (Prevention Tips):

  1. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
  2. संतुलित आहार लें जिसमें प्रोटीन का संतुलन हो
  3. नियमित रूप से किडनी फंक्शन की जांच करवाएं
  4. उच्च रक्तचाप और डायबिटीज को नियंत्रण में रखें
  5. धूम्रपान और शराब से बचें
  6. दवाओं का अधिक सेवन न करें (विशेषकर दर्दनिवारक)

घरेलू उपाय (Home Remedies):

  1. नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन
  2. लो-प्रोटीन डाइट लेना
  3. पपीते, ककड़ी और तरबूज का सेवन
  4. तुलसी का रस या काढ़ा
  5. अजवाइन और धनिया पानी

सावधानियाँ (Precautions):

  • कोई भी घरेलू उपाय करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें
  • दवा अपने मन से बंद न करें
  • नियमित रूप से पेशाब का निरीक्षण करें
  • यदि डायलिसिस चल रहा हो तो समय पर कराएं
  • ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की मॉनिटरिंग करें

कैसे पहचाने कब टेस्ट करवाना चाहिए? (When to Get Tested?)

  • यदि पेशाब में जलन, कम मात्रा, या बार-बार पेशाब की जरूरत महसूस हो
  • थकान या सुस्ती महसूस हो रही हो
  • त्वचा पर सूजन या खुजली हो
  • हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज का इतिहास हो

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

प्रश्न 1: क्या BUN/Creatinine टेस्ट फास्टिंग में होता है?
उत्तर: यह टेस्ट फास्टिंग में नहीं भी हो सकता, लेकिन कभी-कभी डॉक्टर फास्टिंग की सलाह देते हैं।

प्रश्न 2: यह टेस्ट किडनी की बीमारी की पुष्टि करता है?
उत्तर: यह टेस्ट शुरुआती संकेत देता है, लेकिन अंतिम पुष्टि के लिए अन्य किडनी टेस्ट जैसे GFR (Glomerular Filtration Rate) भी जरूरी होते हैं।

प्रश्न 3: क्या रिपोर्ट में अंतर का मतलब हमेशा बीमारी होता है?
उत्तर: नहीं, कई बार डिहाइड्रेशन या डायट की वजह से भी रिपोर्ट असामान्य हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion):

BUN/Creatinine Test (बीयूएन / क्रिएटिनिन टेस्ट) एक आवश्यक रक्त जांच है जो आपके गुर्दों की सेहत का संकेत देती है। यदि समय रहते इस जांच के द्वारा किडनी की समस्याएं पहचानी जाएं, तो गंभीर जटिलताओं से बचा जा सकता है। संतुलित जीवनशैली, हाइड्रेशन और नियमित चेकअप के माध्यम से आप अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post