प्लेटलेट काउंट (Platelet Count) एक सामान्य रक्त परीक्षण है, जो खून में प्लेटलेट्स (thrombocytes) की संख्या को मापता है। प्लेटलेट्स रक्त का एक अहम घटक हैं जो ब्लीडिंग को रोकने में सहायता करते हैं। अगर प्लेटलेट्स की संख्या बहुत कम या बहुत ज़्यादा हो जाए, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।
प्लेटलेट काउंट टेस्ट क्या होता है ? (What is Platelet Count Test?)
यह टेस्ट ब्लड सैंपल के ज़रिए किया जाता है और यह बताता है कि आपके रक्त में प्लेटलेट्स की कुल संख्या कितनी है। सामान्यतः एक स्वस्थ व्यक्ति में प्लेटलेट काउंट 1,50,000 से 4,50,000 प्रति माइक्रोलिटर के बीच होता है।
प्लेटलेट काउंट कम या ज़्यादा होने के कारण (Causes of Abnormal Platelet Count):
1. प्लेटलेट्स कम होने के कारण (Thrombocytopenia):
- डेंगू (Dengue)
- वायरल इंफेक्शन
- बोन मैरो की समस्या
- ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune diseases)
- कीमोथेरेपी या रेडिएशन
- लिवर डिजीज
2. प्लेटलेट्स ज़्यादा होने के कारण (Thrombocytosis):
- इंफेक्शन या इंफ्लेमेशन
- आयरन की कमी (Iron deficiency)
- कैंसर
- अस्थि मज्जा विकार (Bone marrow disorder)
प्लेटलेट काउंट असामान्य होने के लक्षण (Symptoms of Abnormal Platelet Count):
कम प्लेटलेट्स (Low Platelet Count) के लक्षण:
- आसानी से चोट लगना या खून बहना
- नाक या मसूड़ों से बार-बार खून आना
- स्किन पर नीले या लाल चकत्ते (petechiae)
- बहुत अधिक थकान
- भारी माहवारी (महिलाओं में)
ज़्यादा प्लेटलेट्स (High Platelet Count) के लक्षण:
- सिरदर्द
- चक्कर आना
- सीने में दर्द
- ब्लड क्लॉटिंग से जुड़ी दिक्कतें (जैसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस)
प्लेटलेट काउंट की जाँच कैसे होती है? (Diagnosis)
- Complete Blood Count (CBC) टेस्ट के जरिए प्लेटलेट्स की संख्या मापी जाती है।
- यदि प्लेटलेट्स बहुत कम या अधिक हों, तो डॉक्टर आगे की जाँच जैसे बोन मैरो बायोप्सी या स्पेशल ब्लड टेस्ट्स सुझा सकते हैं।
उपचार (Treatment of Abnormal Platelet Count):
कम प्लेटलेट्स का इलाज:
- कारण अनुसार इलाज (जैसे डेंगू में तरल पदार्थ और आराम)
- प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन (अत्यंत कम काउंट में)
- स्टेरॉयड्स या इम्यूनोथेरेपी (ऑटोइम्यून मामलों में)
ज़्यादा प्लेटलेट्स का इलाज:
- ब्लड थिनर दवाइयाँ (जैसे एस्पिरिन)
- बोन मैरो विकार में विशेष दवाएं
- जीवनशैली में बदलाव
प्लेटलेट काउंट को सामान्य रखने के उपाय (Prevention Tips):
- वायरस से बचाव के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें
- संतुलित आहार लें जिसमें आयरन और फोलेट भरपूर हो
- शराब का सेवन कम करें
- ज़रूरत से ज़्यादा दवाएं न लें, खासकर पेन किलर
- नियमित हेल्थ चेकअप कराएं
घरेलू उपाय (Home Remedies for Platelet Count):
- पपीते के पत्ते का रस
- गिलोय (Tinospora cordifolia)
- विटामिन C युक्त फल जैसे संतरा, आंवला
- बीटroot और अनार का सेवन
सावधानियाँ (Precautions):
- किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें
- प्लेटलेट्स कम हों तो खून बहने से बचने के लिए ब्लेडिंग एक्टिविटी से बचें
- नियमित जांच कराते रहें अगर कोई पुराना रोग है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
Q1. प्लेटलेट काउंट कितना होना चाहिए?
सामान्यतः 1,50,000 से 4,50,000 प्रति माइक्रोलिटर।
Q2. क्या डेंगू में प्लेटलेट्स घटते हैं?
हाँ, डेंगू वायरस प्लेटलेट्स को कम करता है।
Q3. क्या सिर्फ डाइट से प्लेटलेट्स बढ़ सकते हैं?
हल्के मामलों में डाइट मदद कर सकती है, लेकिन गंभीर स्थिति में दवा या ट्रांसफ्यूजन ज़रूरी होता है।
कैसे पहचानें कि प्लेटलेट्स कम हैं? (How to Identify Low Platelet Count)
- बार-बार खून आना
- स्किन पर चकत्ते
- ब्लीडिंग रोकने में समय लगना
- थकावट और कमजोरी
निष्कर्ष (Conclusion):
प्लेटलेट काउंट टेस्ट एक महत्वपूर्ण जाँच है जो कई गंभीर बीमारियों का संकेत देती है। समय पर जाँच और उपचार से जटिलताओं से बचा जा सकता है। यदि आपको किसी प्रकार की ब्लीडिंग की समस्या हो या ऊपर बताए गए लक्षण हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित जांच कराएं।
