Khushveer Choudhary

Anxiety Scale क्या है? एंग्जायटी स्केल की जांच, लक्षण, उपचार, कारण, सावधानियाँ और सम्पूर्ण जानकारी

Anxiety Scale (एंग्जायटी स्केल) एक मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण होता है जिसका उपयोग व्यक्ति की चिंता (Anxiety) के स्तर को मापने के लिए किया जाता है। यह स्केल मनोवैज्ञानिक या चिकित्सक द्वारा उपयोग किया जाता है ताकि चिंता संबंधी विकारों की गंभीरता को समझा जा सके और उचित इलाज की दिशा में कदम उठाए जा सकें।









Anxiety Scale क्या है (What is Anxiety Scale)?

Anxiety Scale एक प्रश्नावली (Questionnaire) या स्कोरिंग सिस्टम होता है जिसमें व्यक्ति की भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक प्रतिक्रिया के आधार पर स्कोर दिया जाता है। यह सामान्य चिंता (General Anxiety) और विकारों जैसे GAD (Generalized Anxiety Disorder), Panic Disorder, आदि की पहचान में मदद करता है।

Anxiety Scale कारण (Causes of Anxiety):

  1. मानसिक तनाव (Mental Stress)
  2. पारिवारिक समस्याएं (Family Issues)
  3. वित्तीय समस्या (Financial Problems)
  4. भविष्य की चिंता (Fear of Future)
  5. शारीरिक बीमारी (Chronic Illness)
  6. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
  7. नशा या ड्रग्स का प्रभाव (Substance Abuse)

Anxiety Scale के लक्षण (Symptoms of Anxiety):

  1. लगातार चिंता या घबराहट
  2. दिल की धड़कन तेज होना
  3. पसीना आना
  4. थकावट महसूस होना
  5. नींद की समस्या
  6. ध्यान न लगना
  7. चिड़चिड़ापन
  8. साँस लेने में तकलीफ

Anxiety Scale कैसे पहचाने (Diagnosis):

  • चिकित्सक द्वारा एक Anxiety Scale Test भरवाया जाता है।
  • स्कोर के आधार पर यह पता चलता है कि व्यक्ति को हल्की, मध्यम या गंभीर चिंता है।
  • इसमें GAD-7, Hamilton Anxiety Rating Scale, Beck Anxiety Inventory आदि का उपयोग होता है।

Anxiety Scale इलाज (Treatment):

  1. मनोचिकित्सा (Psychotherapy) – CBT (Cognitive Behavioral Therapy)
  2. दवाएं (Medications) – Anti-anxiety drugs, SSRIs
  3. योग और ध्यान (Yoga and Meditation)
  4. लाइफस्टाइल में बदलाव
  5. काउंसलिंग

Anxiety Scale कैसे रोके (Prevention):

  1. नियमित व्यायाम करें
  2. पर्याप्त नींद लें
  3. कैफीन और शराब से बचें
  4. सकारात्मक सोच अपनाएं
  5. सामाजिक जुड़ाव बनाए रखें
  6. तनाव को प्रबंधित करें

घरेलू उपाय (Home Remedies):

  1. तुलसी या कैमोमाइल चाय
  2. गहरी साँस लेने का अभ्यास
  3. संगीत सुनना
  4. आवश्यक तेल (Essential oils) जैसे लैवेंडर का प्रयोग
  5. लेखन (Journaling)

सावधानियाँ (Precautions):

  1. आत्म-निदान से बचें
  2. डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें
  3. यदि लक्षण बढ़ें तो तुरंत मनोचिकित्सक से संपर्क करें
  4. नियमित जांच कराएं
  5. नकारात्मक लोगों या माहौल से दूरी बनाएं

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

Q. Anxiety Scale टेस्ट कितनी बार करना चाहिए?
A. जब भी लक्षण बढ़ें या इलाज की प्रगति जांचनी हो।

Q. क्या यह टेस्ट ऑनलाइन हो सकता है?
A. हाँ, कई प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन स्केल उपलब्ध हैं, लेकिन डॉक्टर की पुष्टि आवश्यक है।

Q. क्या Anxiety Scale बच्चों के लिए भी होता है?
A. हाँ, बच्चों के लिए विशेष स्केल होते हैं जैसे SCARED स्केल।

निष्कर्ष (Conclusion):

Anxiety Scale (एंग्जायटी स्केल) मानसिक स्वास्थ्य को समझने और anxiety disorder की गंभीरता को मापने में सहायक होता है। समय पर परीक्षण और इलाज से चिंता को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपको या किसी अपने को लगातार चिंता महसूस हो रही हो, तो मनोचिकित्सक से संपर्क करें और इस स्केल की सहायता से सही दिशा में इलाज शुरू करें।


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