ईोसिनोफिलिक ग्रैनुलोमैटोसिस विद पॉलीएंजाइटिस (Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis - EGPA), जिसे पहले Churg-Strauss Syndrome (चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम) कहा जाता था, एक दुर्लभ ऑटोइम्यून (Autoimmune) रोग है। यह रोग मुख्य रूप से रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) में सूजन (Vasculitis) पैदा करता है और शरीर के विभिन्न अंगों जैसे फेफड़े, हृदय, त्वचा, नाक, और नसों को प्रभावित करता है।
Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis क्या होता है (What is EGPA)
EGPA एक प्रकार की वेस्कुलाइटिस (Vasculitis) है, जिसमें रोगी के शरीर में ईोसिनोफिल्स (Eosinophils – सफेद रक्त कोशिकाओं का एक प्रकार) की संख्या असामान्य रूप से बढ़ जाती है। ये कोशिकाएं शरीर के ऊतकों और अंगों पर हमला करके सूजन, क्षति और कार्य क्षमता में कमी पैदा करती हैं।
Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis कारण (Causes of EGPA)
EGPA का सटीक कारण पूरी तरह से ज्ञात नहीं है, लेकिन कुछ कारक इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं:
- ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (Autoimmune reaction) – शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊतकों पर हमला करने लगती है।
- आनुवंशिक कारण (Genetic factors) – परिवार में वेस्कुलाइटिस या ऑटोइम्यून रोग का इतिहास होना।
- पर्यावरणीय कारण (Environmental factors) – धूल, धुआं, प्रदूषण और एलर्जी ट्रिगर करने वाले कारक।
- दमा और एलर्जी (Asthma and allergies) – EGPA अक्सर लंबे समय से दमा (Asthma) और एलर्जिक राइनाइटिस (Allergic Rhinitis) वाले मरीजों में पाई जाती है।
Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis लक्षण (Symptoms of EGPA)
EGPA के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और समय के साथ अलग-अलग चरणों में दिखाई देते हैं:
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सांस संबंधी लक्षण (Respiratory Symptoms)
- लगातार दमा (Chronic Asthma)
- सांस फूलना (Shortness of breath)
- खांसी (Cough)
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नाक और साइनस के लक्षण (Nasal and Sinus Symptoms)
- बार-बार साइनस इंफेक्शन (Repeated sinus infections)
- नाक बंद होना (Nasal congestion)
- नाक से खून आना (Nosebleeds)
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त्वचा संबंधी लक्षण (Skin Symptoms)
- त्वचा पर लाल चकत्ते या गांठें (Rashes and nodules)
- खुजली और दर्द (Itching and pain)
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नस और अंगों के लक्षण (Nerve and Organ Symptoms)
- हाथ-पैरों में सुन्नपन (Numbness)
- कमजोरी (Weakness)
- हृदय की धड़कन में अनियमितता (Irregular heartbeat)
- पेट दर्द (Abdominal pain)
Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis कैसे पहचाने (Diagnosis of EGPA)
EGPA का निदान विभिन्न जांचों द्वारा किया जाता है:
- खून की जांच (Blood Test) – ईोसिनोफिल्स की संख्या का पता लगाने के लिए।
- सीटी स्कैन (CT Scan) – फेफड़ों और साइनस की स्थिति देखने के लिए।
- बायोप्सी (Biopsy) – प्रभावित ऊतक से सैंपल लेकर सूजन और क्षति की जांच।
- ANCA टेस्ट (Antineutrophil Cytoplasmic Antibodies Test) – EGPA से संबंधित एंटीबॉडी की पहचान।
Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis इलाज (Treatment of EGPA)
EGPA का इलाज लंबे समय तक चल सकता है और यह मुख्य रूप से रोग की गंभीरता पर निर्भर करता है।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) – जैसे प्रेडनिसोन (Prednisone), सूजन कम करने के लिए।
- इम्यूनोसप्रेसिव दवाएं (Immunosuppressive drugs) – जैसे साइक्लोफॉस्फेमाइड (Cyclophosphamide) और मेथोट्रेक्सेट (Methotrexate)।
- बायोलॉजिकल थैरेपी (Biological therapy) – जैसे मेपोलिज़ुमैब (Mepolizumab), जो ईोसिनोफिल्स को नियंत्रित करता है।
- सपोर्टिव इलाज (Supportive treatment) – फेफड़ों और हृदय की कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए।
Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis कैसे रोके (Prevention)
EGPA को पूरी तरह रोकना संभव नहीं है, लेकिन कुछ उपाय मददगार हो सकते हैं:
- दमा और एलर्जी का समय पर इलाज कराना।
- प्रदूषण और धूल से बचाव करना।
- नियमित स्वास्थ्य जांच कराना।
- शरीर में किसी भी असामान्य लक्षण को अनदेखा न करना।
घरेलू उपाय (Home Remedies)
EGPA का इलाज केवल दवाओं से संभव है, लेकिन घरेलू उपाय लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं:
- स्टीम इनहेलेशन (Steam inhalation) – सांस लेने में आराम।
- हेल्दी डाइट (Healthy diet) – फल, सब्जियां और प्रोटीनयुक्त आहार।
- योग और प्राणायाम (Yoga and Pranayama) – फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए।
- धूम्रपान और शराब से परहेज (Avoid smoking and alcohol)।
सावधानियाँ (Precautions)
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न बंद करें।
- संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखें।
- स्टेरॉइड लेने पर नियमित ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच कराएं।
- थकान और तनाव से बचें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: क्या EGPA जानलेवा है?
उत्तर: हां, अगर समय पर इलाज न हो तो EGPA हृदय, फेफड़ों और नसों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रश्न 2: क्या EGPA पूरी तरह ठीक हो सकता है?
उत्तर: EGPA का पूरी तरह इलाज संभव नहीं है, लेकिन सही दवाओं और निगरानी से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
प्रश्न 3: क्या EGPA सिर्फ दमा के मरीजों को होता है?
उत्तर: EGPA अधिकतर दमा और एलर्जी वाले मरीजों में पाया जाता है, लेकिन यह हर दमा रोगी में नहीं होता।
निष्कर्ष (Conclusion)
ईोसिनोफिलिक ग्रैनुलोमैटोसिस विद पॉलीएंजाइटिस (Eosinophilic Granulomatosis with Polyangiitis - EGPA) एक गंभीर लेकिन दुर्लभ रोग है, जो समय पर पहचान और इलाज से नियंत्रित किया जा सकता है। मरीजों को नियमित जांच, डॉक्टर की सलाह और जीवनशैली में सुधार अपनाना जरूरी है।
