Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome (गैलेक्टोरिया-हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया सिंड्रोम) एक चिकित्सा स्थिति है जिसमें महिलाओं या कभी-कभी पुरुषों में स्तनों से दूध का असामान्य स्राव (Galactorrhea – गैलेक्टोरिया) और रक्त में प्रोलैक्टिन हार्मोन का उच्च स्तर (Hyperprolactinemia – हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया) देखा जाता है। यह स्थिति आमतौर पर हाइपोथैलेमस (Hypothalamus) और पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland) में असंतुलन के कारण होती है।
यह किसी महिला में गर्भावस्था या स्तनपान न होने के बावजूद दूध का स्राव उत्पन्न कर सकता है।
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome यह क्या होता है (What is it)
- Galactorrhea (गैलेक्टोरिया): स्तनों से दूध का असामान्य या अनैतिक स्राव।
- Hyperprolactinemia (हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया): रक्त में प्रोलैक्टिन हार्मोन का सामान्य से अधिक स्तर।
सामान्य प्रोलैक्टिन स्तर:
- महिलाओं में: 5–25 ng/mL
- पुरुषों में: 5–15 ng/mL
इस स्थिति में प्रोलैक्टिन का स्तर इन सीमाओं से अधिक होता है और यह हार्मोनल असंतुलन के लक्षण उत्पन्न करता है।
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome कारण (Causes of Galactorrhea-Hyperprolactinemia)
- पिट्यूटरी एडेनोमा (Pituitary Adenoma – पिट्यूटरी ग्रंथि का ट्यूमर): यह सबसे आम कारण है।
- हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance – हार्मोनल असंतुलन): थायरॉइड या पिट्यूटरी हार्मोन का असंतुलन।
- दवाइयाँ (Medications – दवाइयाँ):
- एंटीसाइकोटिक दवाइयाँ (Antipsychotics)
- एंटीहाइपरटेंसिव दवाइयाँ (Antihypertensives)
- एंटी-एसिड दवाइयाँ (Antacids, especially metoclopramide)
- स्ट्रेस और मानसिक तनाव (Stress and Mental Stress – तनाव): तनाव हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है।
- अन्य कारण (Other Causes – अन्य कारण):
- स्तन उत्तेजना (Nipple stimulation)
- क्रोनिक किडनी रोग (Chronic kidney disease)
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome लक्षण (Symptoms of Galactorrhea-Hyperprolactinemia)
- स्तनों से दूध का असामान्य स्राव (Milk discharge from nipples)
- मासिक धर्म का अनियमित होना (Irregular menstrual cycles in women)
- पुरुषों में यौन समस्या (Reduced libido or erectile dysfunction in men)
- सिरदर्द और दृष्टि समस्या (Headaches and visual disturbances if pituitary tumor is present)
- थकान और वजन बढ़ना (Fatigue and weight changes)
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome कैसे पहचाने (How to Diagnose)
- रक्त परीक्षण (Blood Test – Blood Prolactin Level): प्रोलैक्टिन का स्तर मापा जाता है।
- थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (Thyroid Function Test – TSH, T3, T4): हाइपोथायरॉइडिज़्म को चेक करने के लिए।
- MRI स्कैन (MRI Scan – Magnetic Resonance Imaging): पिट्यूटरी ग्रंथि में ट्यूमर का पता लगाने के लिए।
- स्राव की जांच (Nipple Discharge Test – स्राव परीक्षण): अगर स्राव में असामान्य पदार्थ हैं।
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome इलाज (Treatment)
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दवा उपचार (Medication – दवा):
- Bromocriptine (ब्रोमोक्रिप्टीन)
- Cabergoline (कैबेरगोलाइन)
ये दवाइयाँ प्रोलैक्टिन का स्तर नियंत्रित करती हैं।
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सर्जरी (Surgery – शल्य चिकित्सा):
- पिट्यूटरी एडेनोमा के लिए।
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हार्मोनल थेरपी (Hormonal Therapy – हार्मोनल उपचार):
- अगर थायरॉइड या अन्य हार्मोनल असंतुलन कारण हैं।
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome कैसे रोके उसे (Prevention)
- दवाइयों का सही इस्तेमाल (Proper use of medications)
- मानसिक तनाव कम करना (Stress management)
- नियमित स्वास्थ्य जाँच (Regular health check-ups)
- थायरॉइड और हार्मोन स्तर पर ध्यान देना (Monitor thyroid and hormone levels)
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- पर्याप्त नींद और विश्राम (Adequate sleep and rest)
- स्ट्रेस कम करने के लिए योग और ध्यान (Yoga and meditation)
- कैफीन और शराब से बचना (Avoid caffeine and alcohol)
- पौष्टिक आहार लेना (Healthy diet with sufficient vitamins and minerals)
सावधानियाँ (Precautions)
- स्राव या मासिक धर्म में असामान्य परिवर्तन को नजरअंदाज न करें
- दवा या हर्बल सप्लीमेंट्स बिना डॉक्टर की सलाह के न लें
- सिरदर्द या दृष्टि में बदलाव आने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: क्या यह गर्भावस्था के बिना भी हो सकता है?
A: हाँ, यह गर्भावस्था या स्तनपान के बिना भी हो सकता है।
Q2: क्या यह पुरुषों में भी होता है?
A: हाँ, पुरुषों में भी प्रोलैक्टिन असंतुलन के कारण स्तन से स्राव या यौन समस्या हो सकती है।
Q3: क्या यह कैंसर का संकेत है?
A: आमतौर पर नहीं, लेकिन अगर पिट्यूटरी ट्यूमर है तो गंभीर स्थिति बन सकती है।
Q4: क्या योग या घरेलू उपाय मदद कर सकते हैं?
A: हाँ, ये लक्षणों को कम करने में सहायक हैं, लेकिन दवा उपचार जरूरी हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Galactorrhea-Hyperprolactinemia Syndrome (गैलेक्टोरिया-हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया सिंड्रोम) एक हार्मोनल असंतुलन की स्थिति है जिसमें स्तनों से दूध का असामान्य स्राव और प्रोलैक्टिन स्तर का वृद्धि होता है। समय पर निदान और उपचार से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। दवा, जीवनशैली बदलाव, और नियमित जांच इसके मुख्य उपाय हैं।
सही उपचार और जीवनशैली सुधार से रोगियों का जीवन सामान्य बनाया जा सकता है।