Khushveer Choudhary

Henoch-Schönlein Purpura कारण, लक्षण, इलाज, बचाव और घरेलू उपाय

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा (Henoch-Schönlein Purpura), जिसे संक्षेप में HSP कहा जाता है, एक प्रकार की वस्कुलाइटिस (Vasculitis) यानी रक्त वाहिकाओं की सूजन है। यह समस्या अक्सर बच्चों में अधिक देखने को मिलती है, लेकिन वयस्कों में भी हो सकती है। इसमें त्वचा पर बैंगनी या लाल रंग के धब्बे दिखाई देते हैं और यह रोग मुख्य रूप से त्वचा (Skin), जोड़ (Joints), आँतें (Intestines) और गुर्दे (Kidneys) को प्रभावित करता है।

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा क्या होता है  (What is Henoch-Schönlein Purpura)

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा एक इम्यून-सम्बंधित रोग है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) गलती से अपनी ही रक्त वाहिकाओं पर हमला करने लगती है। इसके कारण छोटे रक्त वाहिकाओं में सूजन और रक्त का रिसाव होता है, जिससे त्वचा पर धब्बे, जोड़ो में दर्द और पाचन तंत्र में समस्या उत्पन्न होती है।

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा कारण (Causes of Henoch-Schönlein Purpura)

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा का सटीक कारण पूरी तरह ज्ञात नहीं है, लेकिन इसके प्रमुख कारण और ट्रिगर निम्न हो सकते हैं:

  1. संक्रमण (Infections) – गले का संक्रमण (Streptococcal throat infection), श्वसन तंत्र के संक्रमण।
  2. प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (Immune Reaction) – शरीर की असामान्य इम्यून प्रतिक्रिया।
  3. एलर्जी (Allergy) – दवाओं, खाने की चीजों या कीड़े-मकौड़ों के काटने से।
  4. अनुवांशिक कारक (Genetic Factors) – परिवार में किसी को यह समस्या होने पर।
  5. मौसमी प्रभाव (Seasonal Factor) – सर्दी और बरसात के मौसम में इसका खतरा अधिक रहता है।

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा लक्षण (Symptoms of Henoch-Schönlein Purpura)

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और कई अंगों को प्रभावित कर सकते हैं।

  • त्वचा पर लक्षण (Skin Symptoms):

    1. बैंगनी या लाल रंग के धब्बे (Purpura)
    1. त्वचा पर चकत्ते या छोटे दाने
    1. अक्सर पैरों और नितंबों पर अधिक दिखाई देना
  • जोड़ों से जुड़े लक्षण (Joint Symptoms):

    1. घुटनों और टखनों में दर्द
    1. सूजन और अकड़न
  • पाचन तंत्र से जुड़े लक्षण (Gastrointestinal Symptoms):

    1. पेट दर्द
    1. उल्टी और मितली
    1. खून वाली मल (Bloody stool)
  • गुर्दों से जुड़े लक्षण (Kidney Symptoms):

    1. पेशाब में खून आना (Hematuria)
    1. गुर्दे की कार्यक्षमता में कमी

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा कैसे पहचाने (Diagnosis of Henoch-Schönlein Purpura)

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा की पहचान करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित जाँचें कर सकते हैं:

  1. शारीरिक परीक्षण (Physical Examination) – त्वचा पर धब्बों और जोड़ों की स्थिति देखकर।
  2. रक्त परीक्षण (Blood Test) – सूजन और प्रतिरक्षा की गतिविधि को जाँचने के लिए।
  3. मूत्र परीक्षण (Urine Test) – गुर्दे की कार्यक्षमता और खून/प्रोटीन की जाँच।
  4. बायोप्सी (Biopsy) – त्वचा या गुर्दे की जाँच से पुष्टि।

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा इलाज (Treatment of Henoch-Schönlein Purpura)

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा अक्सर खुद ही कुछ हफ्तों में ठीक हो जाता है, लेकिन गंभीर मामलों में इलाज की जरूरत होती है।

  • दवाएँ (Medications):

    1. दर्द और सूजन के लिए पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन
    1. गंभीर सूजन के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids)
    1. गुर्दे की समस्या में विशेष दवाएँ
  • आराम और देखभाल (Rest and Care):

    1. पर्याप्त आराम करना
    1. तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाना
  • अस्पताल में उपचार (Hospital Treatment):

    1. गंभीर पेट दर्द, उल्टी या किडनी फेलियर की स्थिति में भर्ती की आवश्यकता

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा कैसे रोके (Prevention of Henoch-Schönlein Purpura)

HSP को पूरी तरह रोकना संभव नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियाँ अपनाकर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।

  1. संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखें।
  2. बच्चों को बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
  3. मौसमी बदलाव के समय रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखें।
  4. एलर्जी से बचने की कोशिश करें।

घरेलू उपाय (Home Remedies for Henoch-Schönlein Purpura)

  1. गुनगुना पानी – दर्द और सूजन कम करने में सहायक।
  2. हल्दी वाला दूध – सूजन कम करने में फायदेमंद।
  3. अदरक और तुलसी – प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक।
  4. भरपूर पानी पीना – शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में मदद करता है।

(नोट: घरेलू उपाय केवल सामान्य राहत के लिए हैं, इलाज का विकल्प नहीं।)

सावधानियाँ (Precautions)

  • बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएँ न लें।
  • बच्चे में खून वाली उल्टी या मल दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • गुर्दे से जुड़ी समस्या को नजरअंदाज न करें।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: क्या हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा बच्चों में ज्यादा होता है?
हाँ, यह रोग 2 से 11 साल के बच्चों में ज्यादा पाया जाता है।

प्रश्न 2: क्या यह रोग खतरनाक है?
अधिकतर मामलों में यह खुद ही ठीक हो जाता है, लेकिन अगर गुर्दे प्रभावित हो जाएं तो गंभीर हो सकता है।

प्रश्न 3: क्या यह संक्रामक (Infectious) है?
नहीं, यह संक्रामक रोग नहीं है।

प्रश्न 4: इसका इलाज कितने समय में होता है?
सामान्य रूप से 4 से 6 हफ्तों में ठीक हो जाता है, लेकिन गुर्दे की समस्या होने पर अधिक समय लग सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

हेनोक-शॉनलाइन पुरप्यूरा (Henoch-Schönlein Purpura) एक प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ी बीमारी है, जो खासकर बच्चों को प्रभावित करती है। हालांकि यह अधिकतर मामलों में स्वयं ठीक हो जाती है, लेकिन गंभीर लक्षण जैसे पेट दर्द, खून वाली उल्टी, मल या पेशाब में खून आने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। समय पर पहचान और उपचार से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है और जटिलताओं से बचा जा सकता है।

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post