Khushveer Choudhary

Idiopathic Hypercalciuria– कारण, लक्षण, इलाज और रोकथाम

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया (Idiopathic Hypercalciuria) एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के मूत्र में सामान्य से अधिक कैल्शियम (Calcium) निकलता है। यह किसी अन्य चिकित्सकीय समस्या के कारण नहीं होता, इसलिए इसे “इडियोपैथिक” कहा जाता है। यह अवस्था यूरोलॉजिकल समस्याओं, किडनी स्टोन (Kidney Stones) और हड्डियों की कमजोरी का कारण बन सकती है।

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया क्या होता है (What is Idiopathic Hypercalciuria)

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया में शरीर में कैल्शियम का स्तर सामान्य हो सकता है, लेकिन यह अधिकतर मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाता है। परिणामस्वरूप:

  • किडनी स्टोन बन सकते हैं।
  • हड्डियाँ कमजोर हो सकती हैं।
  • मूत्र में रक्त या दर्द जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया कारण (Causes of Idiopathic Hypercalciuria)

  1. आनुवंशिक कारण (Genetic Factors): परिवार में यदि किसी को यह समस्या रही हो, तो इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।
  2. असंतुलित आहार (Dietary Factors): अत्यधिक प्रोटीन और नमक का सेवन कैल्शियम के मूत्र में निकलने को बढ़ा सकता है।
  3. विटामिन डी का अधिक सेवन (Excess Vitamin D): अधिक विटामिन डी लेने से कैल्शियम अवशोषण बढ़ सकता है।
  4. हड्डियों की विकृति (Bone Disorders): कभी-कभी हड्डियों से कैल्शियम की अधिक निकासी होती है।

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया लक्षण (Symptoms of Idiopathic Hypercalciuria)

  • बार-बार यूरिन आना या मूत्र संबंधी समस्या।
  • मूत्र में रक्त आना (Hematuria).
  • पीठ या पेट में दर्द, जो कभी-कभी किडनी स्टोन के कारण होता है।
  • हड्डियों में दर्द या कमजोरी (Osteopenia/Osteoporosis)।
  • बार-बार किडनी स्टोन बनना।

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया कैसे पहचाने (How to Diagnose)

  1. मूत्र परीक्षण (Urine Tests): 24 घंटे के मूत्र में कैल्शियम की मात्रा मापी जाती है।
  2. खून के परीक्षण (Blood Tests): कैल्शियम, फॉस्फेट और विटामिन डी के स्तर की जांच।
  3. इमेजिंग (Imaging): अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन से किडनी स्टोन का पता लगाया जा सकता है।
  4. हिस्ट्री और परिवारिक जांच (Medical History & Family History): परिवार में किसी को किडनी स्टोन या हाइपरकैल्सियूरिया की समस्या।

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया इलाज (Treatment of Idiopathic Hypercalciuria)

  1. डाइटरी बदलाव (Dietary Modifications):
    1. नमक का सेवन कम करें।
    1. प्रोटीन का संतुलित सेवन करें।
    1. कैल्शियम का सामान्य स्तर बनाए रखें।
  2. दवाइयाँ (Medications):
    1. थियाज़ाइड डाययूरेटिक्स (Thiazide Diuretics) मूत्र में कैल्शियम को कम करते हैं।
    1. पोटेशियम साइट्रेट (Potassium Citrate) किडनी स्टोन बनने से रोकता है।
  3. हाइड्रेशन (Hydration): दिनभर पर्याप्त पानी पीना (कम से कम 2-3 लीटर)।
  4. नियमित जांच (Regular Monitoring): मूत्र और खून की जांच समय-समय पर।

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया कैसे रोके इसे (Prevention of Idiopathic Hypercalciuria)

  • पर्याप्त पानी पिएँ।
  • नमक और प्रोटीन का संतुलित सेवन करें।
  • कैल्शियम सप्लीमेंट केवल डॉक्टर की सलाह पर लें।
  • नियमित व्यायाम और हड्डियों को मजबूत रखने वाले भोजन।

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • नींबू पानी (Lemon Water): साइट्रेट बढ़ाकर किडनी स्टोन बनने से रोकता है।
  • अदरक और हल्दी (Ginger & Turmeric): सूजन और दर्द कम करने में मददगार।
  • संतुलित आहार (Balanced Diet): हरी सब्जियाँ, फलों और साबुत अनाज का सेवन।

सावधानियाँ (Precautions)

  • बिना डॉक्टर की सलाह कैल्शियम या विटामिन डी सप्लीमेंट न लें।
  • पेशाब में लगातार रक्त दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ।
  • किडनी स्टोन या हाइपरकैल्सियूरिया की पारिवारिक इतिहास होने पर नियमित जांच।

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. क्या यह बीमारी सिर्फ बच्चों में होती है?
नहीं, इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया किसी भी उम्र में हो सकती है।

2. क्या ज्यादा कैल्शियम खाने से यह रोग बढ़ता है?
संतुलित कैल्शियम सामान्यतः हानिकारक नहीं है, लेकिन अधिक सेवन मूत्र में कैल्शियम बढ़ा सकता है।

3. क्या किडनी स्टोन हमेशा बनते हैं?
हर व्यक्ति में स्टोन नहीं बनते, लेकिन अधिक मूत्र कैल्शियम होने पर जोखिम बढ़ता है।

4. क्या घरेलू उपाय पर्याप्त हैं?
घरेलू उपाय सहायक हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह और दवा जरूरी हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

इडियोपैथिक हाइपरकैल्सियूरिया एक गंभीर लेकिन नियंत्रित होने वाली स्थिति है। समय पर पहचान, संतुलित आहार, पर्याप्त पानी और आवश्यक दवाओं से इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। नियमित जांच और जीवनशैली में बदलाव इस बीमारी से जुड़े जटिलताओं को रोकने में मदद करते हैं।

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