Khushveer Choudhary

Keratoma: कारण, लक्षण, इलाज और बचाव के उपाय

कैराटोमा (Keratoma) त्वचा से संबंधित एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा के किसी हिस्से पर मोटापन या कठोरता (hardening or thickening) विकसित हो जाती है। यह आमतौर पर शरीर के उन हिस्सों में होती है जो लगातार घर्षण (friction) या दबाव (pressure) में रहते हैं, जैसे पैर के तलवे, हथेलियाँ, या उंगलियाँ।

कैराटोमा को आम भाषा में “Callus” या “Corn” भी कहा जाता है। यह एक सामान्य लेकिन कभी-कभी दर्दनाक स्थिति हो सकती है, खासकर जब यह बहुत मोटी या संक्रमित हो जाए।

कैराटोमा क्या होता है  (What is Keratoma)

कैराटोमा त्वचा की बाहरी परत (epidermis) में केराटिन (Keratin) नामक प्रोटीन के अत्यधिक उत्पादन के कारण बनता है। जब त्वचा को बार-बार घर्षण या दबाव झेलना पड़ता है, तो शरीर उस हिस्से की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त केराटिन बनाता है, जिससे त्वचा मोटी हो जाती है और एक कठोर परत बन जाती है — यही कैराटोमा है।

कैराटोमा के प्रकार (Types of Keratoma)

  1. Callus (कैलस): यह सामान्यत: हथेलियों या पैरों के तलवों पर बनता है।
  2. Corn (कॉर्न): यह छोटा लेकिन गहरा होता है, और आमतौर पर पैर की उंगलियों के बीच या ऊपर बनता है।
  3. Senile Keratoma (सेनाइल कैराटोमा): यह उम्र बढ़ने के साथ त्वचा पर दिखाई देता है और भूरे या काले धब्बों के रूप में होता है।

कैराटोमा के कारण (Causes of Keratoma)

  • तंग जूते या ऊँची हील पहनना
  • लगातार चलना या खड़े रहना
  • गलत मुद्रा या पैर की असमानता
  • मैन्युअल काम जैसे खेती, जिम, या वजन उठाना
  • त्वचा पर बार-बार घर्षण या दबाव
  • उम्र बढ़ने के कारण त्वचा की नमी और लचीलापन कम होना

कैराटोमा के लक्षण (Symptoms of Keratoma)

  • त्वचा का मोटा या कठोर हो जाना
  • प्रभावित क्षेत्र में दर्द या जलन
  • सूखापन और दरारें
  • कभी-कभी त्वचा का पीला या धूसर रंग हो जाना
  • कॉर्न के मामले में केंद्र में सख्त कोर होना जो चलने पर दर्द देता है

कैराटोमा का निदान (Diagnosis of Keratoma)

डॉक्टर आमतौर पर त्वचा की जांच (physical examination) से इसे पहचान लेते हैं।
यदि कोई असामान्य वृद्धि दिखाई दे या त्वचा में रंग परिवर्तन हो, तो बायोप्सी (biopsy) की जा सकती है ताकि किसी कैंसरस वृद्धि (malignant growth) की संभावना को खारिज किया जा सके।

कैराटोमा का इलाज (Treatment of Keratoma)

1. मेडिकल उपचार (Medical Treatment)

  • सैलिसिलिक एसिड क्रीम (Salicylic acid cream): यह मृत त्वचा को हटाने में मदद करती है।
  • प्यूमिस स्टोन या स्किन फाइल: डॉक्टर द्वारा निर्देशित तरीके से प्रयोग करें।
  • ऑर्थोपेडिक पैड्स या इन्सोल्स: पैरों पर दबाव कम करने में मदद करते हैं।
  • सर्जिकल रिमूवल: गंभीर मामलों में कैराटोमा को हटाया जा सकता है।

2. घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • गर्म पानी में भिगोना: 10–15 मिनट तक पैर या हाथों को गुनगुने पानी में भिगोकर मृत त्वचा को हल्के से रगड़ें।
  • नींबू और शहद: यह त्वचा को नरम बनाते हैं।
  • नारियल या जैतून का तेल: प्रभावित हिस्से को मॉइस्चराइज रखने में मदद करता है।
  • कैस्टर ऑयल (Castor oil): यह सख्त त्वचा को मुलायम करता है और दर्द कम करता है।

कैराटोमा से बचाव (Prevention of Keratoma)

  • आरामदायक और सही फिटिंग वाले जूते पहनें।
  • नियमित रूप से पैरों और हथेलियों को मॉइस्चराइज करें।
  • बार-बार घर्षण वाले कामों के दौरान दस्ताने पहनें।
  • पैरों की सफाई और देखभाल पर ध्यान दें।
  • अत्यधिक सूखापन या फटने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • कॉर्न को स्वयं काटने या छीलने की कोशिश न करें।
  • किसी भी संक्रमण या पस (pus) के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
  • डायबिटीज़ वाले रोगियों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि त्वचा में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

कैसे पहचानें कि आपको कैराटोमा है (How to Identify Keratoma)

  • यदि त्वचा किसी जगह पर लगातार मोटी या सख्त होती जा रही है।
  • चलने या दबाव पड़ने पर दर्द महसूस हो रहा है।
  • पैर के किसी हिस्से पर कॉर्न जैसा कठोर उभार बन गया है।
    इन लक्षणों की स्थिति में त्वचा विशेषज्ञ से जाँच कराएँ।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: क्या कैराटोमा खतरनाक होता है?
उत्तर: नहीं, यह आमतौर पर खतरनाक नहीं होता, लेकिन दर्द या संक्रमण की स्थिति में इलाज जरूरी है।

प्रश्न 2: क्या कैराटोमा अपने आप ठीक हो सकता है?
उत्तर: हल्के मामलों में हाँ, लेकिन लंबे समय से बना कैराटोमा चिकित्सा उपचार से ही हटता है।

प्रश्न 3: क्या कैराटोमा और कैंसर एक ही हैं?
उत्तर: नहीं, कैराटोमा त्वचा का मोटापन है जबकि कैंसर में असामान्य कोशिकाएँ बनती हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

कैराटोमा एक सामान्य त्वचा की समस्या है जो अधिकतर घर्षण और दबाव के कारण होती है। हालांकि यह गंभीर नहीं है, लेकिन दर्द या संक्रमण से बचने के लिए उचित देखभाल और समय पर उपचार जरूरी है। सही जूते पहनना, त्वचा की नमी बनाए रखना और नियमित साफ-सफाई रखना इस समस्या से बचाव के सबसे अच्छे उपाय हैं।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post