Khushveer Choudhary

Relapsing Polychondritis कारण, लक्षण, पहचान और इलाज की पूरी जानकारी

Relapsing Polychondritis (रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस) एक दुर्लभ (rare) लेकिन गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी (autoimmune disease) है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपनी ही उपास्थि (cartilage) पर हमला करने लगती है।

इस बीमारी में लक्षण बार-बार उभरते और शांत होते रहते हैं (relapsing nature)। यह मुख्य रूप से कान, नाक, श्वासनली, जोड़ और आंखों को प्रभावित कर सकती है।

रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस क्या होता है? (What is Relapsing Polychondritis)

Relapsing Polychondritis वह स्थिति है जिसमें:

  • शरीर की cartilage में बार-बार सूजन (inflammation) होती है
  • कान, नाक और श्वसन मार्ग की संरचना कमजोर होने लगती है
  • बीमारी के दौरे (flare-ups) आते-जाते रहते हैं

यह रोग धीरे-धीरे बढ़ सकता है और कई अंगों को प्रभावित कर सकता है।

रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस के कारण (Causes of Relapsing Polychondritis)

1. ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (Autoimmune reaction)

  • शरीर की immune system cartilage को foreign समझकर हमला करती है

2. आनुवांशिक कारक (Genetic factors)

  • कुछ लोगों में अनुवांशिक प्रवृत्ति पाई गई है

3. अन्य ऑटोइम्यून रोग (Associated autoimmune diseases)

  • Rheumatoid Arthritis
  • Systemic Lupus Erythematosus
  • Vasculitis

सटीक कारण अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।

रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस के लक्षण (Symptoms of Relapsing Polychondritis)

कान से जुड़े लक्षण (Ear symptoms)

  • कान का लाल, सूजा और दर्दनाक होना
  • कान का soft भाग सुरक्षित रहता है
  • सुनने में कमी

नाक से जुड़े लक्षण (Nose symptoms)

  • नाक में दर्द और सूजन
  • Saddle nose deformity (नाक का धँस जाना)

जोड़ और मांसपेशियाँ (Joints & muscles)

  • जोड़ों में दर्द और सूजन
  • सुबह जकड़न

श्वसन तंत्र (Respiratory system)

  • सांस लेने में तकलीफ
  • आवाज बैठना
  • श्वासनली का संकुचन

आंखों से जुड़े लक्षण (Eye symptoms)

  • लाल आंख
  • आंख में दर्द
  • धुंधली दृष्टि

रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Relapsing Polychondritis)

1. क्लिनिकल लक्षण (Clinical features)

  • बार-बार cartilage की सूजन

2. रक्त परीक्षण (Blood tests)

  • ESR, CRP बढ़ा हुआ
  • Autoimmune markers

3. इमेजिंग टेस्ट (Imaging tests)

  • CT scan / MRI
  • X-ray (advanced cases में)

4. बायोप्सी (Cartilage biopsy)

  • दुर्लभ मामलों में पुष्टि के लिए

रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस का इलाज (Treatment of Relapsing Polychondritis)

इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है

1. सूजन कम करने की दवाएँ (Anti-inflammatory drugs)

  • NSAIDs (हल्के मामलों में)

2. स्टेरॉयड थेरेपी (Corticosteroids)

  • Prednisolone (मध्यम से गंभीर मामलों में)

3. इम्यूनोसप्रेसिव दवाएँ (Immunosuppressive drugs)

  • Methotrexate
  • Azathioprine
  • Cyclophosphamide (गंभीर मामलों में)

4. बायोलॉजिकल थेरेपी (Biologic therapy)

  • Refractory मामलों में

रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस कैसे रोके? (Prevention)

  • पूरी तरह रोकथाम संभव नहीं
  • लेकिन flare-ups को कम किया जा सकता है

सावधानी उपाय:

  • दवाओं का नियमित सेवन
  • संक्रमण से बचाव
  • stress management
  • नियमित डॉक्टर फॉलो-अप

घरेलू उपाय (Home Remedies)

घरेलू उपाय मुख्य इलाज का विकल्प नहीं हैं।

  • पर्याप्त आराम
  • हल्का व्यायाम
  • संतुलित आहार
  • नमक और प्रोसेस्ड फूड कम करें
  • stress कम रखें

सावधानियाँ (Precautions)

  • सांस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत अस्पताल जाएँ
  • कान या नाक की सूजन को नजरअंदाज न करें
  • खुद से स्टेरॉयड बंद न करें
  • नियमित जांच कराते रहें

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. क्या Relapsing Polychondritis जानलेवा है?

यदि श्वासनली या हृदय प्रभावित हो जाए तो यह गंभीर हो सकती है।

2. क्या यह पूरी तरह ठीक हो सकती है?

नहीं, लेकिन दवाओं से इसे लंबे समय तक नियंत्रित किया जा सकता है।

3. क्या यह दुर्लभ बीमारी है?

हाँ, यह एक rare autoimmune disease है।

4. क्या यह बच्चों में होती है?

बहुत दुर्लभ, लेकिन हो सकती है।

5. क्या जीवनभर दवा लेनी पड़ती है?

कई मामलों में लंबे समय तक उपचार की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Relapsing Polychondritis (रिलैप्सिंग पॉलीकॉन्ड्राइटिस) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर ऑटोइम्यून रोग है, जो शरीर की cartilage को प्रभावित करता है।
समय पर पहचान, सही दवा और नियमित निगरानी से:

  • लक्षण नियंत्रित किए जा सकते हैं
  • जटिलताओं से बचा जा सकता है
  • जीवन की गुणवत्ता बेहतर रखी जा सकती है

यदि कान, नाक या सांस से संबंधित सूजन बार-बार हो रही है, तो तुरंत Rheumatologist या ENT specialist से परामर्श लेना आवश्यक है।

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