हर मौसम बदलते समय कई लोगों को छींक, नाक बहना, आंखों में खुजली जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसे सीजनल एलर्जी (Seasonal Allergies) या हे फीवर (Hay Fever) या एलर्जिक राइनाइटिस (Allergic Rhinitis) कहा जाता है। यह एलर्जी तब होती है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली धूल, परागकण (pollen), फफूंद या पालतू जानवरों की त्वचा जैसी सामान्य चीज़ों पर अत्यधिक प्रतिक्रिया करने लगती है।
सीजनल एलर्जी क्या है ? (What is Seasonal Allergy / Hay Fever?)
सीजनल एलर्जी एक प्रकार की नाक और सांस की एलर्जी है जो खास मौसम (जैसे वसंत, पतझड़) में बढ़ती है। इसमें रोगी को छींक, नाक बंद, नाक से पानी आना, आंखों में जलन, और गले में खराश जैसी समस्याएं होती हैं।
सीजनल एलर्जी के कारण (Causes of Seasonal Allergies):
- परागकण (Pollen) – पेड़, घास और झाड़ियों से निकलने वाले परागकण
- धूल-मिट्टी (Dust Mites)
- पालतू जानवरों के बाल/त्वचा (Pet Dander)
- फफूंद (Mold)
- धुआं या प्रदूषण (Smoke or Pollution)
सीजनल एलर्जी के लक्षण (Symptoms of Seasonal Allergies):
- लगातार छींक आना
- नाक बहना या बंद होना
- आंखों में पानी आना, खुजली या लाल होना
- गले में खराश या खिचखिच
- खांसी या सांस लेने में तकलीफ
- थकान और नींद की कमी
सीजनल एलर्जी की पहचान कैसे करें? (Diagnosis of Seasonal Allergies):
- फिजिकल एग्ज़ामिनेशन (Physical Examination)
- Allergy Skin Test – त्वचा पर एलर्जी वाले तत्व लगाकर प्रतिक्रिया देखना
- Blood Test (IgE Antibodies) – शरीर की एलर्जिक प्रतिक्रिया को मापना
सीजनल एलर्जी का इलाज (Treatment of Seasonal Allergies):
1. दवाइयाँ (Medications):
- एंटीहिस्टामिन्स (Antihistamines) – छींक और खुजली कम करने के लिए
- नाक में स्टेरॉयड स्प्रे (Nasal Steroid Spray) – सूजन कम करने के लिए
- Decongestants – नाक खोलने के लिए
- Leukotriene Modifiers – गंभीर एलर्जी के लिए
2. इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy):
- एलर्जी शॉट्स या टैबलेट से शरीर को धीरे-धीरे एलर्जी के प्रति सहनशील बनाया जाता है।
सीजनल एलर्जी के घरेलू उपाय (Home Remedies for Seasonal Allergies):
- भाप लेना (Steam Inhalation) – बंद नाक और गले के लिए फायदेमंद
- शहद और अदरक का सेवन – इम्यूनिटी बढ़ाता है
- नीम की पत्तियों का काढ़ा – एंटीएलर्जिक गुणों से भरपूर
- नमक वाले पानी से गरारे (Salt Water Gargle) – गले की खराश से राहत
- त्रिफला और हल्दी – एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने में सहायक
सीजनल एलर्जी से बचाव (Prevention of Seasonal Allergies):
- परागकणों के मौसम में बाहर जाने से बचें, खासकर सुबह और हवा चलने पर
- बाहर जाते समय मास्क पहनें
- घर आने के बाद कपड़े बदलें और स्नान करें
- कमरे को साफ और सूखा रखें, धूल या फफूंद से बचाएं
- एसी के फिल्टर समय-समय पर साफ करें
सीजनल एलर्जी में सावधानियाँ (Precautions during Seasonal Allergies):
- एलर्जी ट्रिगर करने वाली चीज़ों से दूर रहें
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयों का सेवन न करें
- एलर्जी बढ़ने पर खुद ट्रीटमेंट न करें, डॉक्टर से संपर्क करें
- धूम्रपान और खुशबूदार स्प्रे से बचें
- इम्युनिटी कमजोर होने पर तुरंत मेडिकल सलाह लें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
Q1. क्या सीजनल एलर्जी हमेशा एक ही मौसम में होती है?
हाँ, यह आमतौर पर हर साल एक ही मौसम में होती है जब परागकण या एलर्जी कारक अधिक होते हैं।
Q2. क्या एलर्जी का स्थायी इलाज संभव है?
इम्यूनोथेरेपी से लंबे समय तक राहत संभव है लेकिन पूरी तरह से ठीक होना मुश्किल हो सकता है।
Q3. क्या बच्चों को भी सीजनल एलर्जी हो सकती है?
हाँ, यह समस्या बच्चों में भी हो सकती है, खासकर जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।
Q4. क्या एलर्जी से दमा (Asthma) हो सकता है?
जी हाँ, अगर सीजनल एलर्जी नियंत्रित न की जाए तो यह अस्थमा का कारण बन सकती है।
Q5. क्या घरेलू उपाय कारगर हैं?
हल्की एलर्जी में घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में दवा आवश्यक होती है।
निष्कर्ष (Conclusion):
Seasonal Allergies (Hay Fever / Allergic Rhinitis) एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है। यदि इसका समय रहते सही इलाज और रोकथाम की जाए, तो इससे राहत पाना संभव है। पौष्टिक आहार, साफ-सफाई, और एलर्जी ट्रिगर से दूरी ही इसका सबसे बड़ा समाधान है। अगर लक्षण गंभीर हों, तो बिना देरी किए डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।