एनाफिलैक्सिस (Anaphylaxis) एक गंभीर और जानलेवा एलर्जिक प्रतिक्रिया है जो अचानक शुरू होती है और बहुत तेज़ी से शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। यह स्थिति मेडिकल इमरजेंसी होती है, जिसमें तुरंत इलाज न मिलने पर मरीज की जान भी जा सकती है।
एनाफिलैक्सिस क्या है ? (What is Anaphylaxis?)
एनाफिलैक्सिस एक तीव्र एलर्जिक प्रतिक्रिया है जो तब होती है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली किसी एलर्जन (जैसे भोजन, दवा, कीड़े के डंक आदि) पर अत्यधिक प्रतिक्रिया देती है। इसमें सांस लेने में कठिनाई, रक्तचाप गिरना, त्वचा पर चकत्ते और चेतना खोना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
एनाफिलैक्सिस के कारण (Causes of Anaphylaxis):
- भोजन (Foods) – मूंगफली, दूध, अंडा, मछली, सोया, गेहूं आदि
- दवाएं (Medications) – पेनिसिलिन, एस्पिरिन, NSAIDs आदि
- कीड़ों के डंक (Insect stings) – मधुमक्खी, ततैया आदि
- लेटेक्स (Latex) – दस्ताने, गुब्बारे आदि से एलर्जी
- एक्सरसाइज-प्रेरित एनाफिलैक्सिस – खासकर खाने के तुरंत बाद व्यायाम करने से
एनाफिलैक्सिस के लक्षण (Symptoms of Anaphylaxis):
लक्षण अचानक और तेजी से प्रकट होते हैं:
- सांस लेने में कठिनाई (Breathing difficulty)
- गले में जकड़न या सूजन
- त्वचा पर पित्ती (Hives) या चकत्ते
- जीभ, होंठ, चेहरे की सूजन
- पेट दर्द, उल्टी या डायरिया
- तेज़ या अनियमित दिल की धड़कन
- बहुत कम रक्तचाप (Low Blood Pressure)
- चक्कर आना या बेहोशी
- भ्रम या घबराहट
एनाफिलैक्सिस की पहचान (Diagnosis of Anaphylaxis):
- क्लीनिकल लक्षणों के आधार पर तुरंत पहचाना जाता है
- खून की जांच से Tryptase levels मापे जा सकते हैं (घटना के बाद)
- एलर्जी टेस्ट (Skin prick या Blood test) द्वारा एलर्जन की पहचान
एनाफिलैक्सिस का इलाज (Treatment of Anaphylaxis):
1. तत्काल इलाज (Emergency Treatment):
- एपिनेफ्रिन इंजेक्शन (Epinephrine / Adrenaline) – सबसे जरूरी और जीवनरक्षक उपाय (Auto-injector जैसे EpiPen का प्रयोग)
- मरीज को लेटाकर, पैरों को ऊपर रखें
- ऑक्सीजन और IV Fluids की आवश्यकता हो सकती है
2. हॉस्पिटल में इलाज:
- Antihistamines (एलर्जी कम करने के लिए)
- Corticosteroids (सूजन कम करने के लिए)
- ब्रोंकोडायलेटर (Bronchodilators) – सांस की तकलीफ में
- मरीज को 24 घंटे तक निगरानी में रखना जरूरी होता है (Biphasic Reaction के कारण)
एनाफिलैक्सिस में घरेलू उपाय नहीं चल सकते (Important Note):
यह एक मेडिकल इमरजेंसी है। घरेलू नुस्खों से इसका इलाज संभव नहीं है। हर सेकंड कीमती होता है।
एनाफिलैक्सिस से बचाव (Prevention of Anaphylaxis):
- जिस एलर्जन से प्रतिक्रिया होती है, उससे पूरी तरह बचाव करें
- हमेशा Epinephrine Auto-injector (जैसे EpiPen) अपने पास रखें
- खाने या दवा लेने से पहले लेबल जांचें
- स्कूलों या कार्यस्थलों पर एलर्जी की जानकारी साझा करें
- डॉक्टर से एलर्जी की पुष्टि कराकर Allergy ID Card बनवाएं
एनाफिलैक्सिस में सावधानियाँ (Precautions in Anaphylaxis):
- यदि एक बार एनाफिलैक्सिस हो चुका है, तो आगे जीवन भर सतर्क रहना होगा
- बार-बार जांच और इम्यूनोलॉजिस्ट की सलाह जरूरी है
- Auto-injector की एक्सपायरी डेट हमेशा जांचते रहें
- एलर्जन के संपर्क में आने पर तुरंत एपिनेफ्रिन दें और एंबुलेंस बुलाएँ
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
Q1. क्या एनाफिलैक्सिस जानलेवा होता है?
हाँ, यह स्थिति जानलेवा होती है और तुरंत इलाज जरूरी होता है।
Q2. क्या Epinephrine से साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
छोटे साइड इफेक्ट हो सकते हैं जैसे कांपना, घबराहट, लेकिन यह जीवन बचाने वाली दवा है।
Q3. क्या बच्चों में भी एनाफिलैक्सिस हो सकता है?
हाँ, बच्चों में खासकर खाने की एलर्जी के कारण यह आम है।
Q4. क्या एनाफिलैक्सिस की प्रतिक्रिया दोबारा हो सकती है?
हाँ, इसे Biphasic Reaction कहते हैं — पहली प्रतिक्रिया के बाद कुछ घंटों में फिर से हो सकती है।
Q5. क्या यह एलर्जी की पहचान संभव है?
हाँ, Allergy Test से एलर्जन की पहचान की जा सकती है जिससे बचाव किया जा सके।
निष्कर्ष (Conclusion):
Anaphylaxis (एनाफिलैक्सिस) एक गंभीर और जीवन-धमकाने वाली एलर्जिक प्रतिक्रिया है, जिसे अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है। इसकी समय पर पहचान, एपिनेफ्रिन का प्रयोग और मेडिकल इमरजेंसी सेवा ही मरीज की जान बचा सकती है। यदि आपको या किसी परिजन को यह प्रतिक्रिया हो चुकी है, तो हमेशा सतर्क रहना और उचित बचाव करना ज़रूरी है।