Pseudogout क्या होता है, कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय, सावधानियाँ

Pseudogout (स्यूडोगाउट) एक प्रकार की गठिया (arthritis) है जो जोड़ में कैल्शियम पायरोफॉस्फेट डिपॉज़िट्स (Calcium Pyrophosphate Crystals) के जमने से होती है। यह स्थिति आमतौर पर घुटनों, टखनों, कलाई और कंधों को प्रभावित करती है और इसके लक्षण गाउट (Gout) से मिलते-जुलते होते हैं, इसलिए इसे "pseudo" यानी "नकली" गाउट कहा जाता है।

यह समस्या अक्सर बुजुर्गों (60 वर्ष से ऊपर) में देखी जाती है लेकिन अन्य कारणों से कम उम्र में भी हो सकती है।

स्यूडोगाउट क्या होता है? (What is Pseudogout?)

Pseudogout एक जोड़ों की सूजन (inflammatory arthritis) है जिसमें जोड़ में कैल्शियम पायरोफॉस्फेट डाईहाइड्रेट (CPPD) नामक क्रिस्टल जमा हो जाते हैं। ये क्रिस्टल जोड़ों में दर्द, सूजन और कठोरता उत्पन्न करते हैं, जिससे चलने-फिरने या जोड़ को हिलाने में कठिनाई होती है।

स्यूडोगाउट के कारण (Causes of Pseudogout)

  1. उम्र बढ़ना (Aging) – उम्र बढ़ने के साथ क्रिस्टल बनने की संभावना बढ़ जाती है
  2. जोड़ों की चोट या सर्जरी (Joint trauma or surgery)
  3. जेनिटिक कारण (Genetic factors) – परिवार में यदि किसी को यह रोग हो
  4. अन्य रोग (Medical conditions)
    1. Hypothyroidism (हाइपोथायरायडिज़्म)
    2. Hyperparathyroidism (हाइपरपैराथायरायडिज़्म)
    3. Hemochromatosis (हीमोक्रोमैटोसिस – शरीर में आयरन का अधिक जमाव)
    4. Hypomagnesemia (शरीर में मैग्नीशियम की कमी)
  5. Dehydration (निर्जलीकरण)
  6. कभी-कभी कोई स्पष्ट कारण नहीं होता (Idiopathic)

स्यूडोगाउट के लक्षण (Symptoms of Pseudogout)

  1. प्रभावित जोड़ में अचानक तेज दर्द
  2. जोड़ में सूजन और लालिमा
  3. जोड़ का गर्म होना
  4. जोड़ को हिलाने-डुलाने में कठिनाई
  5. बुखार (कुछ मामलों में)
  6. बार-बार जोड़ में दर्द का आना
  7. घुटनों, टखनों, कलाई और कोहनी में सबसे ज़्यादा असर

स्यूडोगाउट की पहचान (Diagnosis of Pseudogout)

  1. शारीरिक परीक्षण (Physical Examination) – सूजन, दर्द और चलने में दिक्कत की जांच
  2. Joint Aspiration (अर्थ्रोसेंटेसिस) – जोड़ से तरल निकाल कर माइक्रोस्कोप से CPPD क्रिस्टल की पहचान
  3. X-ray – जोड़ों में कैल्शियम क्रिस्टल की उपस्थिति
  4. Blood Tests – थायरॉइड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन के स्तर की जांच
  5. Ultrasound या CT Scan – गंभीर मामलों में अंदरूनी सूजन देखने हेतु

स्यूडोगाउट का इलाज (Treatment of Pseudogout)

1. दवाएं (Medications)

  • NSAIDs (Non-Steroidal Anti-Inflammatory Drugs) जैसे Ibuprofen, Naproxen
  • Colchicine – flare-ups के नियंत्रण के लिए
  • Corticosteroids – सूजन कम करने के लिए (गोलियों या इंजेक्शन के रूप में)

2. Joint Drainage (जोड़ से तरल निकालना)

  • दर्द और सूजन कम करने हेतु

3. Cold Compress (ठंडा सेक)

  • दर्द वाले जोड़ पर बर्फ लगाने से राहत

4. Rest (आराम)

  • जोड़ पर दबाव कम करने के लिए आराम आवश्यक

स्यूडोगाउट से बचाव कैसे करें (Prevention of Pseudogout)

  1. जोड़ की किसी भी चोट से बचें
  2. शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनाए रखें
  3. नियमित रूप से थायरॉइड, कैल्शियम और आयरन की जांच कराएं
  4. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और वजन नियंत्रित रखें
  5. पहले से मौजूद बीमारियों का समय पर इलाज कराएं

स्यूडोगाउट के घरेलू उपाय (Home Remedies for Pseudogout)

  1. बर्फ से सेक (Cold compress) – सूजन और दर्द कम करने में सहायक
  2. हल्दी और अदरक – प्राकृतिक सूजनरोधी गुण
  3. एलोवेरा या सरसों तेल की मालिश – जोड़ों में आराम के लिए
  4. पानी ज़्यादा पिएं – शरीर से टॉक्सिन निकालने के लिए
  5. योग और स्ट्रेचिंग – लचीलापन बढ़ाने के लिए (केवल flare-up न हो तब करें)

सावधानियाँ (Precautions)

  • दर्द या सूजन महसूस होने पर तुरंत आराम करें
  • बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें
  • flare-up के दौरान ज़्यादा चलने या वजन उठाने से बचें
  • जोड़ों को गर्म या ठंडे तापमान में ज़्यादा एक्सपोज़ न करें
  • शराब और धूम्रपान से बचें, क्योंकि ये सूजन को बढ़ा सकते हैं

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1: क्या स्यूडोगाउट गाउट से अलग है?
उत्तर: हां, गाउट में यूरिक एसिड क्रिस्टल होते हैं जबकि स्यूडोगाउट में कैल्शियम पायरोफॉस्फेट क्रिस्टल।

प्र.2: स्यूडोगाउट किस उम्र में ज़्यादा होता है?
उत्तर: आमतौर पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में।

प्र.3: क्या स्यूडोगाउट का इलाज संभव है?
उत्तर: स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन flare-up को नियंत्रित किया जा सकता है।

प्र.4: क्या स्यूडोगाउट खतरनाक होता है?
उत्तर: यह जानलेवा नहीं है लेकिन अगर इलाज न किया जाए तो जोड़ स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकता है।

प्र.5: क्या यह स्थिति बार-बार हो सकती है?
उत्तर: हां, स्यूडोगाउट बार-बार flare-up के रूप में हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Pseudogout (स्यूडोगाउट) एक गंभीर लेकिन नियंत्रित की जा सकने वाली गठिया की स्थिति है। समय पर पहचान, उचित इलाज और जीवनशैली में सुधार से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आप किसी जोड़ में बार-बार सूजन, दर्द या जकड़न महसूस करें तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।


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