Reactive Attachment Disorder कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय, और सावधानियाँ

Reactive Attachment Disorder (RAD) / प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो मुख्य रूप से छोटे बच्चों में पाई जाती है। यह स्थिति तब विकसित होती है जब कोई बच्चा प्रारंभिक जीवन में अपने देखभाल करने वाले से स्थिर, स्नेहपूर्ण और सुरक्षित संबंध स्थापित करने में असमर्थ होता है। यह विकार बच्चे की सामाजिक, भावनात्मक और मानसिक वृद्धि को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार क्या होता है ? (What is Reactive Attachment Disorder?)

Reactive Attachment Disorder (RAD) एक प्रकार का Attachment Disorder है जो तब उत्पन्न होता है जब बच्चे को प्यार, सुरक्षा, और देखभाल पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलती। परिणामस्वरूप, बच्चा दूसरों के साथ स्वस्थ संबंध विकसित नहीं कर पाता और उसमें व्यवहारिक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार के कारण (Causes of Reactive Attachment Disorder)

  1. शिशु अवस्था में उपेक्षा या भावनात्मक दूरी
  2. शारीरिक, भावनात्मक या यौन शोषण
  3. देखभाल करने वाले का बार-बार बदलना (जैसे अनाथालय में रहना)
  4. लंबे समय तक अस्पताल में रहना और देखभाल की कमी
  5. माता-पिता की मानसिक बीमारियाँ या नशे की लत
  6. देखभाल के दौरान स्नेह और प्रतिक्रिया की अनुपस्थिति

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार के लक्षण (Symptoms of Reactive Attachment Disorder)

  1. दूसरों से भावनात्मक दूरी बनाए रखना
  2. मुस्कराहट या आंखों से संपर्क करने में कठिनाई
  3. चिड़चिड़ापन और अत्यधिक चुप्पी
  4. आराम पाने में कठिनाई (self-soothing में समस्या)
  5. अनपेक्षित गुस्सा या आक्रामकता
  6. अत्यधिक सतर्कता या डर
  7. संबंधों में रुचि की कमी
  8. सहानुभूति का अभाव
  9. अवसाद जैसे लक्षण

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार की पहचान (Diagnosis of Reactive Attachment Disorder)

RAD का निदान बच्चों के व्यवहार, इतिहास और विकासात्मक मूल्यांकन के आधार पर किया जाता है। प्रमुख जांच प्रक्रियाएँ:

  1. क्लिनिकल मूल्यांकन (Clinical Evaluation)
  2. बाल मनोवैज्ञानिक द्वारा साक्षात्कार
  3. परिवार और देखभाल इतिहास का विश्लेषण
  4. DSM-5 निदान मानदंडों के अनुसार मूल्यांकन

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार का इलाज (Treatment of Reactive Attachment Disorder)

  1. थैरेपी आधारित इलाज:

    1. Attachment-Based Therapy: बच्चे और देखभालकर्ता के बीच संबंध मजबूत करने हेतु
    2. Play Therapy: बच्चे के भावनात्मक भाव स्पष्ट करने में सहायक
    3. Parent-Child Interaction Therapy (PCIT)
    4. Trauma-Focused Cognitive Behavioral Therapy (TF-CBT)
  2. परिवार परामर्श (Family Counseling)

  3. देखभालकर्ता को शिक्षित करना

  4. गंभीर मामलों में मनोचिकित्सकीय देखभाल और दवाएं (यदि अन्य मानसिक विकार भी हों)

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार से बचाव (Prevention of Reactive Attachment Disorder)

  1. शिशु को सुरक्षित, स्थिर और स्नेहपूर्ण माहौल देना
  2. नियमित देखभाल और स्नेह देना
  3. गोद लिए गए या अनाथ बच्चों की भावनात्मक ज़रूरतों का ध्यान रखना
  4. देखभालकर्ताओं को प्रशिक्षित करना
  5. समय पर चिकित्सा और परामर्श सहायता प्राप्त करना

प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार घरेलू उपाय (Home Remedies for Reactive Attachment Disorder)

  1. बच्चे के साथ प्रतिदिन बातचीत और खेल
  2. नियमित रूटीन बनाना ताकि सुरक्षा की भावना उत्पन्न हो
  3. कहानियों और स्पर्श से भावनात्मक संबंध मजबूत करना
  4. धैर्यपूर्वक व्यवहार करना
  5. थैरेपी में सक्रिय भाग लेना

सावधानियाँ (Precautions)

  1. बच्चे की भावनात्मक ज़रूरतों को नजरअंदाज़ न करें
  2. बच्चा यदि व्यवहार में असामान्यता दिखाए, तो देरी न करें
  3. अवांछनीय अनुशासन या सजा से बचें
  4. देखभालकर्ता को समय-समय पर काउंसलिंग देना
  5. परिवार का सहयोग और सकारात्मक माहौल बनाए रखें

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्र. 1: क्या प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार ठीक हो सकता है?
उत्तर: हाँ, यदि समय पर थैरेपी और सही देखभाल मिले तो यह विकार काफी हद तक ठीक किया जा सकता है।

प्र. 2: क्या यह विकार वयस्कों में भी हो सकता है?
उत्तर: यह विकार मुख्य रूप से बचपन में उत्पन्न होता है, लेकिन यदि इलाज न मिले तो इसके प्रभाव वयस्क अवस्था तक बने रह सकते हैं।

प्र. 3: RAD और ऑटिज़्म में क्या अंतर है?
उत्तर: RAD में समस्या भावनात्मक जुड़ाव की होती है जबकि ऑटिज़्म में सामाजिक और संज्ञानात्मक विकास प्रभावित होता है। सही मूल्यांकन से भिन्नता स्पष्ट की जा सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Reactive Attachment Disorder (प्रतिक्रियात्मक संलग्नता विकार) एक गंभीर लेकिन उपचार योग्य मानसिक स्थिति है, जो बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करती है। समय पर पहचान, सही देखभाल और पेशेवर चिकित्सा से इस विकार से निपटना संभव है। हर बच्चे को प्यार, सुरक्षा और स्थायित्व की आवश्यकता होती है – यह उनकी मानसिक सेहत का मूल आधार है 


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