Idiopathic Thrombocytopenic Purpura कारण, लक्षण, इलाज और बचाव की पूरी जानकारी

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा (Idiopathic Thrombocytopenic Purpura - ITP) एक ऑटोइम्यून (Autoimmune) रक्त विकार है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) गलती से प्लेटलेट्स (platelets) को नष्ट कर देती है। प्लेटलेट्स खून का थक्का जमाने में मदद करते हैं, इसलिए ITP में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है, जिससे आसानी से खून बहने लगता है और शरीर पर नीले या बैंगनी निशान (purpura) बन जाते हैं।

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा क्या होता है ? (What is ITP?)

ITP एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र अपनी ही प्लेटलेट्स को विदेशी समझकर नष्ट करने लगता है। इसका परिणाम यह होता है कि शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या असामान्य रूप से कम हो जाती है और खून बहने की संभावना बढ़ जाती है।

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा के कारण (Causes of Idiopathic Thrombocytopenic Purpura)

हालांकि अधिकांश मामलों में इसका कारण स्पष्ट नहीं होता (इसलिए इसे "Idiopathic" कहा जाता है), फिर भी कुछ संभावित कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. वायरल संक्रमण (Viral infections) - जैसे चिकनपॉक्स, HIV, हेपेटाइटिस।
  2. ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (Autoimmune response)
  3. कुछ दवाएं (Certain medications)
  4. गर्भावस्था (Pregnancy) – कुछ मामलों में अस्थायी ITP देखा गया है।
  5. प्रतिरक्षा प्रणाली में गड़बड़ी (Immune system disorder)

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा के लक्षण (Symptoms of Idiopathic Thrombocytopenic Purpura)

  • त्वचा पर नीले या बैंगनी निशान (Purpura)
  • छोटे-छोटे लाल धब्बे (Petechiae)
  • नाक से खून आना (Nosebleeds)
  • मसूड़ों से खून बहना (Bleeding gums)
  • अधिक मासिक धर्म रक्तस्राव (Heavy menstrual periods)
  • पेशाब या मल में खून आना (Blood in urine or stool)
  • थकावट या कमजोरी (Fatigue or weakness)

निदान (Diagnosis)

ITP की पहचान करने के लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जाते हैं:

  1. Complete Blood Count (CBC) – प्लेटलेट्स की संख्या की जांच।
  2. Peripheral Blood Smear – प्लेटलेट्स और अन्य रक्त कोशिकाओं की स्थिति देखने हेतु।
  3. Bone Marrow Test (यदि आवश्यक हो) – अन्य रक्त विकारों को बाहर करने के लिए।
  4. Viral Test & Autoimmune Markers – संक्रमण या प्रतिरक्षा संबंधी कारणों की जांच।

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा का इलाज (Treatment of ITP)

इलाज प्लेटलेट्स की संख्या और खून बहने की गंभीरता पर निर्भर करता है:

  1. स्टेरॉइड्स (Steroids) – जैसे प्रेडनिसोन (Prednisone)।
  2. इम्यूनोग्लोबुलिन (IVIG) – प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को दबाने के लिए।
  3. स्प्लीनक्टॉमी (Splenectomy) – जब अन्य इलाज काम न करें तो प्लीहा (spleen) को हटाना।
  4. थ्रोम्बोपोएटिन रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (TPO-RA) – प्लेटलेट उत्पादन बढ़ाने वाली दवाएं।
  5. रितुक्सिमैब (Rituximab) – ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने हेतु।

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा को कैसे रोके (Prevention)

ITP को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ बचाव के उपाय इस प्रकार हैं:

  • संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई और टीकाकरण।
  • ऐसी दवाओं से बचना जो प्लेटलेट्स को कम कर सकती हैं।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखना।

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा के घरेलू उपाय (Home Remedies for ITP)

  • पपीते के पत्ते का रस (Papaya leaf juice) – प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक।
  • अनार और चुकंदर (Pomegranate and beetroot) – खून को मजबूत बनाते हैं।
  • विटामिन C युक्त आहार – जैसे आंवला, संतरा।
  • प्रोटीन युक्त भोजन – जैसे अंडा, दालें।
  • अधिक पानी पीना और शरीर को हाइड्रेटेड रखना।

नोट: कोई भी घरेलू उपाय डॉक्टर की सलाह के बिना न अपनाएं।

सावधानियाँ (Precautions in ITP)

  • खून पतला करने वाली दवाओं से बचें।
  • चोट लगने की स्थिति से बचें (खेल, तेज गतिविधि आदि से बचाव)।
  • मुँह की सफाई करते समय नरम ब्रश का प्रयोग करें।
  • डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या ITP जानलेवा हो सकता है?
हाँ, अगर प्लेटलेट्स बहुत कम हो जाएँ और आंतरिक रक्तस्राव हो तो यह गंभीर हो सकता है।

Q2. क्या ITP बच्चों में होता है?
हाँ, बच्चों में भी ITP हो सकता है, विशेषकर किसी वायरल संक्रमण के बाद।

Q3. क्या ITP का इलाज संभव है?
हाँ, कई मामलों में यह स्वयं ठीक हो जाता है या दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है।

Q4. क्या ITP स्थायी रोग है?
कुछ लोगों में यह पुरानी (chronic) स्थिति बन सकती है, लेकिन प्रबंधन संभव है।

Q5. क्या ITP के मरीज को टीके लगवाने चाहिए?
हाँ, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद ही क्योंकि कुछ टीके अस्थायी रूप से प्लेटलेट्स को प्रभावित कर सकते हैं।

आइडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा को कैसे पहचाने (How to Identify ITP)

अगर शरीर पर बिना कारण के नीले या लाल निशान बनने लगें, नाक या मसूड़ों से बार-बार खून निकले, थकावट बनी रहे या मासिक धर्म अत्यधिक हो रहा हो, तो यह संकेत हो सकता है कि प्लेटलेट्स की संख्या कम है और ITP की जांच करानी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

Idiopathic Thrombocytopenic Purpura (ITP) एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है। शुरुआती पहचान और उचित चिकित्सा से इसे सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सकता है। जीवनशैली में सुधार, घरेलू देखभाल, और समय पर उपचार ITP रोगी के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं। किसी भी लक्षण की अनदेखी न करें और विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें।



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