Heart Failure with Preserved EF (HFpEF): कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

 HFpEF का पूरा नाम है Heart Failure with Preserved Ejection Fraction, जिसका मतलब है कि हृदय की पंपिंग क्षमता सामान्य रहती है, लेकिन फिर भी हार्ट फेल्योर के लक्षण मौजूद रहते हैं। यह हार्ट फेल्योर का एक प्रकार है जिसमें इजेक्शन फ्रैक्शन (EF) सामान्य (≥50%) बनी रहती है, परंतु दिल की मांसपेशियां ठीक से रिलैक्स नहीं कर पातीं, जिससे रक्त का भराव प्रभावित होता है।

यह स्थिति पहले Diastolic Heart Failure के नाम से जानी जाती थी।


इजेक्शन फ्रैक्शन (EF) क्या होता है

EF वह प्रतिशत है जो दर्शाता है कि दिल प्रत्येक धड़कन में कितना रक्त पंप करता है।

  • HFpEF: EF ≥ 50%
  • HFmrEF: EF 41%–49%
  • HFrEF: EF ≤ 40%

HFpEF में दिल की पंपिंग शक्ति बनी रहती है, लेकिन हार्ट रिलैक्स नहीं कर पाता जिससे शरीर में पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं हो पाता।


HFpEF के लक्षण

HFpEF के लक्षण आम तौर पर अन्य हार्ट फेल्योर की तरह ही होते हैं, जैसे:

  • सांस फूलना, विशेषकर चलते समय या लेटने पर
  • थकान और कमजोरी
  • पैरों, टखनों और पेट में सूजन
  • सीने में जकड़न या असहजता
  • तेजी से वजन बढ़ना (तरल जमा होने के कारण)
  • दिल की अनियमित धड़कन
  • व्यायाम सहन करने में कठिनाई

HFpEF के कारण

HFpEF कई कारणों से हो सकता है, जिनमें प्रमुख हैं:

  1. उच्च रक्तचाप (Hypertension)
  2. बढ़ती उम्र (अधिकतर 60 वर्ष से ऊपर)
  3. मधुमेह (Diabetes Mellitus)
  4. मोटापा (Obesity)
  5. क्रॉनिक किडनी डिजीज
  6. हृदय की मांसपेशियों की मोटाई (Left ventricular hypertrophy)
  7. महिलाओं में अधिक प्रचलित
  8. अनियंत्रित थायराइड या एनिमिया

HFpEF की पहचान कैसे करें

HFpEF की पहचान के लिए निम्नलिखित जांचें की जाती हैं:

  • Echocardiography (Echo): EF की गणना और दिल के स्ट्रक्चर की जानकारी देता है
  • BNP या NT-proBNP टेस्ट: हार्ट फेल्योर के संकेतक
  • ECG (Electrocardiogram): हृदय की विद्युत गतिविधि को दर्शाता है
  • Chest X-ray: फेफड़ों में तरल और हृदय की स्थिति दिखाता है
  • Stress Test या MRI (आवश्यकता अनुसार)
  • ब्लड टेस्ट: शुगर, थायराइड, किडनी आदि की जांच

HFpEF का इलाज

HFpEF का इलाज आमतौर पर लक्षणों को कम करने, जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाने और कारणों को नियंत्रित करने पर आधारित होता है। इसके लिए कोई एक निश्चित दवा नहीं है, लेकिन निम्नलिखित उपचार उपयोगी हो सकते हैं:

दवाएं:

  • Diuretics (तरल कम करने के लिए)
  • ACE Inhibitors या ARBs
  • Beta Blockers
  • Mineralocorticoid Receptor Antagonists (Spironolactone)
  • SGLT2 Inhibitors (जैसे Dapagliflozin)
  • ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल करने वाली दवाएं

उपचार की रणनीति:

  • सह-रुग्णताओं (Hypertension, Diabetes, Obesity) का प्रबंधन
  • जीवनशैली में बदलाव
  • नियमित फॉलो-अप और जांचें

HFpEF में घरेलू उपाय

HFpEF की स्थिति में निम्नलिखित घरेलू उपाय सहायक हो सकते हैं:

  • कम नमक वाला भोजन
  • वजन को संतुलित रखें
  • हरी सब्जियों, फल और साबुत अनाज का सेवन
  • हल्की शारीरिक गतिविधि जैसे वॉक, प्राणायाम
  • अत्यधिक पानी के सेवन से बचें (डॉक्टर की सलाह से)
  • धूम्रपान और शराब से परहेज
  • तनाव प्रबंधन जैसे ध्यान या योग

HFpEF में सावधानियाँ

  • दवाएं समय पर लें और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई बदलाव न करें
  • वजन और ब्लड प्रेशर की नियमित निगरानी करें
  • सांस लेने में कठिनाई या सूजन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
  • नियमित व्यायाम करें लेकिन अपनी क्षमता अनुसार
  • बार-बार पेशाब या अत्यधिक थकान होने पर डॉक्टर को बताएं
  • अधिक नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें

HFpEF से बचाव कैसे करें

HFpEF को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन निम्नलिखित उपायों से जोखिम कम किया जा सकता है:

  • ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को नियंत्रित रखना
  • स्वस्थ और संतुलित आहार लेना
  • नियमित रूप से व्यायाम करना
  • वजन को नियंत्रण में रखना
  • शराब और धूम्रपान से परहेज
  • मानसिक तनाव को कम करना
  • समय-समय पर हृदय की जांच करवाना

HFpEF से जुड़े FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1: HFpEF क्या पूरी तरह से ठीक हो सकता है?
HFpEF एक क्रॉनिक कंडीशन है, जिसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता लेकिन सही इलाज और जीवनशैली से कंट्रोल किया जा सकता है।

Q2: HFpEF में EF कितना होता है?
HFpEF में इजेक्शन फ्रैक्शन 50% या उससे अधिक होता है।

Q3: HFpEF किन लोगों में अधिक होता है?
यह स्थिति वृद्धों, महिलाओं, उच्च रक्तचाप और डायबिटीज के रोगियों में ज्यादा देखी जाती है।

Q4: क्या HFpEF खतरनाक है?
हाँ, अगर समय पर इलाज न हो तो यह गंभीर हो सकता है। लेकिन सही देखभाल से सामान्य जीवन संभव है।

Q5: HFpEF और HFrEF में क्या अंतर है?
HFpEF में EF सामान्य होता है जबकि HFrEF में EF बहुत कम होता है। HFpEF में हार्ट रिलैक्स नहीं करता जबकि HFrEF में हार्ट पंप नहीं कर पाता।


निष्कर्ष

HFpEF एक ऐसी हृदय स्थिति है जिसमें हृदय की पंपिंग क्षमता सामान्य होने के बावजूद लक्षण मौजूद रहते हैं। यह स्थिति विशेषकर वृद्धों और उच्च रक्तचाप, मधुमेह वाले लोगों में पाई जाती है। इसके लिए समय पर पहचान, दवाओं का नियमित सेवन, सह-रोगों का नियंत्रण, और जीवनशैली में सुधार अत्यंत आवश्यक है। HFpEF को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन जागरूकता और सतर्कता से इसके असर को कम किया जा सकता है।



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