HFmrEF का पूरा नाम है Heart Failure with mildly reduced Ejection Fraction, यानी हृदय की पंपिंग क्षमता में थोड़ी कमी। यह हार्ट फेल्योर का एक प्रकार है जिसमें हृदय की इजेक्शन फ्रैक्शन (EF) लगभग 41% से 49% के बीच होती है। यह स्थिति न तो पूरी तरह सामान्य होती है, न ही गंभीर।
इसे पहले HFmrEF को "Mid-range EF" भी कहा जाता था, लेकिन अब इसे mildly reduced EF के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
इजेक्शन फ्रैक्शन (EF) क्या होता है
इजेक्शन फ्रैक्शन (Ejection Fraction) वह प्रतिशत होता है, जो यह दर्शाता है कि हर धड़कन में हृदय कितनी मात्रा में खून बाहर निकालता है।
- सामान्य EF: 50 से 70 प्रतिशत
- HFmrEF: 41 से 49 प्रतिशत
- HFrEF (Reduced EF): 40 प्रतिशत या उससे कम
- HFpEF (Preserved EF): 50 प्रतिशत या अधिक
HFmrEF के लक्षण
HFmrEF के लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते हैं और अन्य हृदय रोगों से मिलते-जुलते हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- सांस फूलना, विशेषकर चलते या लेटते समय
- थकान या अत्यधिक कमजोरी
- टखनों, पैरों या पेट में सूजन
- तेजी से वजन बढ़ना, विशेषकर तरल जमा होने के कारण
- दिल की अनियमित या तेज़ धड़कन
- रात में बार-बार पेशाब आना
- भूख में कमी या अपच
- सीने में दबाव या बेचैनी
HFmrEF के कारण
HFmrEF के कई कारण हो सकते हैं जो हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं, जैसे:
- दिल का दौरा या कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज
- उच्च रक्तचाप (Hypertension)
- मधुमेह (Diabetes)
- हृदय वाल्व की समस्याएं
- दिल की मांसपेशियों की कमजोरी (Cardiomyopathy)
- अनियमित हृदय गति (Arrhythmia)
- किडनी की पुरानी बीमारी
- अत्यधिक शराब या नशीले पदार्थों का सेवन
HFmrEF की पहचान कैसे करें
HFmrEF की पहचान निम्नलिखित जाँचों और लक्षणों से की जाती है:
- Echocardiogram (Echo): यह जांच EF की मात्रा मापने में मदद करती है
- Electrocardiogram (ECG): हृदय की विद्युत गतिविधि को मापता है
- Chest X-ray: फेफड़ों में पानी भरने या हृदय के आकार की जांच
- BNP या NT-proBNP टेस्ट: हार्ट फेल्योर का बायोमार्कर
- ब्लड टेस्ट: किडनी, लिवर और थायराइड की स्थिति को जानने के लिए
HFmrEF का इलाज
HFmrEF का उपचार लक्षणों को कम करने, EF को सुधारने और रोग की प्रगति को रोकने के लिए किया जाता है। इलाज में निम्नलिखित शामिल हैं:
दवाएं
- ACE Inhibitors या ARBs
- ARNI (जैसे Sacubitril/Valsartan)
- Beta Blockers (जैसे Metoprolol, Carvedilol)
- Mineralocorticoid Receptor Antagonists (जैसे Spironolactone)
- SGLT2 Inhibitors (जैसे Dapagliflozin)
- Diuretics (सूजन और तरल हटाने के लिए)
डिवाइस और सपोर्ट थेरेपी
- कुछ मामलों में ICD या CRT जैसे उपकरण उपयोग किए जाते हैं, विशेषकर यदि लक्षण गंभीर हों या EF में और गिरावट हो
जीवनशैली में सुधार
- आहार, व्यायाम और तनाव प्रबंधन जैसे उपाय उपचार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं
घरेलू उपाय
HFmrEF के रोगियों के लिए कुछ घरेलू उपाय उपचार के पूरक रूप में मददगार हो सकते हैं:
- कम नमक और वसा वाला संतुलित आहार
- ताजे फल, हरी सब्जियां और साबुत अनाज खाना
- हल्का व्यायाम, जैसे वॉक या योग (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
- वजन पर निगरानी रखना
- धूम्रपान और शराब से परहेज
- रोज़ाना निर्धारित दवाएं लेना
- तनाव कम करने के लिए ध्यान या प्राणायाम
HFmrEF में सावधानियाँ
- दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के न बदलें या बंद करें
- शरीर में सूजन या सांस की दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- वजन में अचानक बदलाव आने पर सतर्क रहें
- अत्यधिक पानी या नमक का सेवन न करें
- नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की निगरानी करें
- किसी भी नई समस्या पर डॉक्टर को सूचित करें
HFmrEF से बचाव कैसे करें
- उच्च रक्तचाप और डायबिटीज को नियंत्रित रखें
- वजन को संतुलित रखें
- दिल के लिए फायदेमंद आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें
- समय-समय पर हृदय की जांच कराते रहें
- मानसिक तनाव को कम करने के उपाय अपनाएं
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्र. HFmrEF क्या पूरी तरह ठीक हो सकता है?
HFmrEF को पूरी तरह ठीक करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
प्र. HFmrEF और HFrEF में क्या अंतर है?
HFmrEF में EF 41 से 49 प्रतिशत के बीच होती है जबकि HFrEF में यह 40 प्रतिशत या उससे कम होती है।
प्र. क्या HFmrEF में व्यायाम करना सुरक्षित है?
हाँ, लेकिन केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार हल्का व्यायाम ही करें।
प्र. HFmrEF की पुष्टि कैसे होती है?
Echo टेस्ट (Echocardiography) से EF की गणना की जाती है, जिससे HFmrEF की पुष्टि होती है।
प्र. क्या यह स्थिति जानलेवा हो सकती है?
यदि सही समय पर इलाज न हो तो हाँ, यह धीरे-धीरे गंभीर बन सकती है।
निष्कर्ष
HFmrEF हृदय से जुड़ी एक मध्यम गंभीरता की स्थिति है जिसमें हृदय की पंपिंग शक्ति थोड़ी कम हो जाती है। इसका जल्दी पहचान कर उचित दवा, खानपान और जीवनशैली में बदलाव के साथ प्रबंधन किया जा सकता है। यह रोगियों को सामान्य और सक्रिय जीवन जीने में मदद करता है यदि वे नियमित चिकित्सा पर ध्यान दें और सतर्क रहें।