Otitis Externa, जिसे आम भाषा में स्विमर्स ईयर (Swimmer’s Ear) कहा जाता है, एक आम कान की बीमारी है। यह कान की बाहरी नली (External Ear Canal) में होने वाला संक्रमण है, जो अक्सर तैराकी या नमी के संपर्क में आने से होता है। यह संक्रमण बहुत असहज हो सकता है और इलाज न मिलने पर बिगड़ सकता है।
स्विमर्स ईयर क्या होता है? (What is Swimmer’s Ear?)
Swimmer’s Ear एक बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण होता है, जो कान के बाहरी हिस्से — यानी कान की नली (ear canal) में होता है। यह संक्रमण उस समय होता है जब कान में नमी फंस जाती है, जिससे बैक्टीरिया या फंगस पनपते हैं। यह स्थिति खासकर तैराकों, बच्चों और बारिश में भीगने वालों में ज्यादा पाई जाती है।
Otitis Externa के कारण (Causes of Otitis Externa)
- बार-बार तैराकी करने से कान में पानी भरना
- कान को तीली, पिन या ईयरबड से बार-बार साफ करना
- एलर्जी, एक्ज़िमा या त्वचा की सूजन
- पसीना, बारिश या नहाने से कान में लगातार नमी रहना
- गंदे या संक्रमित पानी से संपर्क
- कान में ईयरफोन या हियरिंग एड लंबे समय तक लगाना
- कान की त्वचा में खरोंच या चोट
Otitis Externa के लक्षण (Symptoms of Swimmer’s Ear)
- कान में खुजली या जलन
- हल्का या तेज़ दर्द, विशेषकर कान छूने पर
- सुनने में कमी या आवाज गूंजना
- कान से बदबूदार मवाद या द्रव निकलना
- कान में सूजन या लालपन
- जबड़ा हिलाने पर दर्द होना
- बुखार (कुछ मामलों में)
Otitis Externa के इलाज (Treatment for Otitis Externa)
A. चिकित्सा उपचार (Medical Treatment):
1. एंटीबायोटिक ड्रॉप्स: संक्रमण को खत्म करने के लिए
2. एंटीफंगल ईयर ड्रॉप्स: यदि संक्रमण फंगल हो
3. दर्द निवारक दवाएं: जैसे पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन
4. ENT डॉक्टर द्वारा कान की सफाई (अगर मवाद जमा हो)
5. गंभीर मामलों में ओरल एंटीबायोटिक भी दी जाती है
Otitis Externa के घरेलू उपाय (Home Remedies for Swimmer’s Ear)
> नोट: ये उपाय केवल हल्के संक्रमण में करें। अधिक दर्द, मवाद या बुखार होने पर डॉक्टर से मिलें।
1. सेब का सिरका और रबिंग अल्कोहल:
बराबर मात्रा में मिलाकर रुई से कान के बाहरी हिस्से की सफाई करें (भीतर न डालें)। इससे बैक्टीरिया और फंगस खत्म होते हैं।
2. गर्म सेंक (Warm Compress):
गर्म कपड़ा कान पर 10-15 मिनट रखने से दर्द और सूजन कम होती है।
3. तुलसी का रस:
ताजे तुलसी के पत्तों को पीसकर रस निकालें और रुई से बाहर से लगाएं।
4. लहसुन का तेल:
प्राकृतिक एंटीबायोटिक होने के कारण हल्का गर्म लहसुन का तेल कान के बाहरी भाग पर लगाने से राहत मिलती है।
Otitis Externa के बचाव के उपाय (Prevention Tips)
- तैराकी करते समय ईयरप्लग्स का प्रयोग करें
- तैराकी, नहाने या बारिश के बाद कान को अच्छी तरह सुखाएं
- कान में कुछ भी न डालें — जैसे तीली, पिन, ईयरबड
- बार-बार कान की सफाई न करें — वैक्स संक्रमण से बचाता है
- कान में ईयरफोन या हियरिंग एड का प्रयोग साफ-सफाई से करें
- किसी भी एलर्जी या स्किन कंडीशन का समय पर इलाज करें
सावधानियाँ (Precautions)
- खुद से एंटीबायोटिक ड्रॉप्स कभी न डालें
- दर्द, सूजन या मवाद निकलने पर तुरंत ENT विशेषज्ञ से संपर्क करें
- घरेलू उपायों से आराम न मिले तो इलाज में देरी न करें
- बच्चों को तैरने के बाद कान सुखाने की आदत डालें
- कान में कुछ डालते समय हमेशा हाथ और उपकरण साफ रखें
निष्कर्ष (Conclusion)
Swimmer’s Ear (Otitis Externa) एक सामान्य लेकिन उपेक्षा करने पर गंभीर होने वाली कान की समस्या है। यदि समय रहते पहचान कर इलाज किया जाए और नमी से बचाव किया जाए, तो इस संक्रमण से पूरी तरह बचा जा सकता है। स्वच्छता, सावधानी और जागरूकता ही इसका सबसे बेहतर समाधान है।
Otitis Externa (Swimmer’s Ear) FAQs – संक्षेप में:
1. Otitis Externa क्या है?
यह कान की बाहरी नली का संक्रमण है, जिसे स्विमर्स ईयर भी कहते हैं।
2. मुख्य कारण क्या हैं?
तैराकी, कान में पानी भरना, चोट या अत्यधिक सफाई।
3. लक्षण क्या हैं?
कान दर्द, खुजली, मवाद, सूजन और सुनने में दिक्कत।
4. इलाज कैसे होता है?
एंटीबायोटिक ड्रॉप्स, दर्द निवारक दवाएं, और डॉक्टर द्वारा सफाई।
5. बचाव कैसे करें?
कान को सूखा रखें, तैरते समय ईयरप्लग्स पहनें, और तीली आदि न डालें।
6. क्या घरेलू उपाय फायदेमंद हैं?
हल्के मामलों में गर्म सेंक, तुलसी का रस, या सेब का सिरका मदद कर सकते हैं
(डॉक्टर से पूछें)।