Otomycosis को आमतौर पर Fungal Otitis कहा जाता है, जो कि कान के बाहरी हिस्से का फंगल संक्रमण है। यह एक असामान्य लेकिन काफ़ी परेशान करने वाली समस्या है, जिसमें कान में खुजली, दर्द, और सफेद या काले रंग का पदार्थ दिखाई देता है। यह समस्या खासकर गर्म और आर्द्र मौसम में ज़्यादा होती है।
क्या होता है Otomycosis?
Otomycosis में फफूंदी (fungus) कान के बाहरी हिस्से (External Ear Canal) में बढ़ जाती है, जिससे वहां पर सूजन, खुजली और संक्रमण हो जाता है।
यह समस्या बैक्टीरियल इंफेक्शन से अलग होती है और इसका इलाज भी अलग तरीके से किया जाता है।
Otomycosis के कारण (Causes)
- नमी और गीलापन – बार-बार तैराकी या नहाने के दौरान कान में पानी जाना
- गर्मी और आद्र्रता – फंगस को बढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण
- कान में बार-बार उंगली या रुई डालना
- Antibiotic या steroid drops का ज्यादा प्रयोग – कान की रक्षा प्रणाली को कमज़ोर करता है
- डायबिटीज या इम्यून सिस्टम कमजोर होना
Otomycosis के लक्षण (Symptoms)
- कान में तेज़ खुजली
- कान से सफेद, काला या हरा स्राव निकलना
- कान में बंद-बंद या भरा हुआ महसूस होना
- कभी-कभी हल्का दर्द या जलन
- सुनने में थोड़ी कमी
- कान से बदबू आना
Otomycosis का इलाज (Treatment)
A. डॉक्टर द्वारा इलाज:
Microscopic Cleaning – डॉक्टर कान की सफाई करते हैं ताकि फंगस हट सके
Antifungal Ear Drops – जैसे Clotrimazole, Fluconazole drops
Oral antifungal medicines (गंभीर मामलों में)
B. उपचार की अवधि:
इलाज 7-14 दिनों तक चल सकता है, लेकिन दोबारा संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह से पूरी दवा लें।
Otomycosis के घरेलू उपाय (Home Remedies – डॉक्टर की सलाह से)
> नोट: फंगल संक्रमण में घरेलू उपाय सीमित होते हैं। कोई भी चीज़ कान के अंदर डालने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
सिरका और पानी का घोल (Diluted Vinegar): हल्का एसिडिक वातावरण बनाकर फंगस को बढ़ने से रोकता है (सिर्फ डॉक्टर की सलाह से)
गर्म पानी की भाप (Steam): नमी निकालने में मदद करती है
सूखे तौलिये से कान को सुखाना: नहाने के बाद विशेष ध्यान दें
लहसुन का तेल: एंटीफंगल गुण होते हैं, लेकिन सिर्फ बाहर लगाएं
कैसे रोकें Otomycosis? (Prevention Tips)
- नहाने या तैराकी के बाद कान को अच्छी तरह सुखाएं
- ईयरबड्स या नुकीली चीज़ों से कान की सफाई न करें
- गर्म और नमी वाले मौसम में सावधानी रखें
- कान में पानी जाने से बचाएं – तैराकी करते समय ईयरप्लग्स पहनें
- बार-बार संक्रमण हो तो ENT विशेषज्ञ से जांच कराएं
सावधानियाँ (Precautions)
- खुद से कोई दवा या घरेलू उपाय कान में न डालें
- यदि दर्द या स्राव बढ़ जाए, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
- पुरानी डायबिटीज़ या इम्यून की समस्या हो तो ज्यादा सतर्क रहें
- कान में नमी न रहने दें
- इलाज पूरा करें, अधूरी दवा से संक्रमण दोबारा हो सकता है
निष्कर्ष (Conclusion)
Fungal Otitis (Otomycosis) एक आम लेकिन असुविधाजनक कान की समस्या है, जिसे उचित देखभाल, डॉक्टर की सलाह और स्वच्छता से पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। समय पर इलाज और नमी से बचाव से इसकी पुनरावृत्ति को रोका जा सकता है।