Perianal Abscess Fistula क्या है? लक्षण, इलाज, रोकथाम और उपाय

पेरियनल एब्सेस (Perianal Abscess) और फिस्टुला (Fistula) गुदा क्षेत्र से संबंधित एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब मलाशय के पास एक संक्रमित ग्रंथी में मवाद भर जाता है और बाद में फटकर एक असामान्य रास्ता बना देता है जिसे फिस्टुला कहा जाता है। यह रोग दर्द, सूजन और असहजता का कारण बन सकता है और समय पर इलाज न होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है।


क्या होता है पेरियनल एब्सेस और फिस्टुला?

  • पेरियनल एब्सेस: गुदा क्षेत्र के आसपास एक ग्रंथी में संक्रमण के कारण मवाद भर जाता है और एक गांठ बन जाती है।
  • फिस्टुला: जब एब्सेस फट जाता है या इलाज नहीं होता, तब यह एक सुरंग (tract) बनाता है जो आंतरिक गुदा नलिका से त्वचा की बाहरी सतह तक जाती है। इसे फिस्टुला इन एनो (Fistula-in-ano) कहा जाता है।

पेरियनल एब्सेस और फिस्टुला के कारण

  • गुदा ग्रंथियों का संक्रमण
  • क्रोहन डिज़ीज़ (Crohn's Disease)
  • टीबी संक्रमण
  • लंबे समय तक कब्ज या दस्त
  • अधिक मसालेदार भोजन
  • खराब हाइजीन
  • सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ (STD)

Perianal Abscess Fistula के लक्षण (Symptoms)

  • गुदा क्षेत्र में दर्द और सूजन
  • मवाद या खून का रिसाव
  • बुखार
  • चलने या बैठने में तकलीफ
  • जलन और खुजली
  • थकावट और कमजोरी

पेरियनल फिस्टुला का इलाज (Treatment)

1. सर्जरी (Fistulotomy / Fistulectomy)

  • सबसे आम और प्रभावी इलाज
  • फिस्टुला ट्रैक को खोलकर उसे साफ किया जाता है।

2. लेज़र ट्रीटमेंट

  • न्यूनतम कटिंग और जल्दी रिकवरी
  • आधुनिक और सुरक्षित तरीका

3. सेटोन प्लेसमेंट

  • लंबे फिस्टुला ट्रैक के लिए
  • धीरे-धीरे संक्रमण को खत्म कर ट्रैक को बंद किया जाता है।

4. दवाइयाँ

  • एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक
  • क्रोहन डिज़ीज़ जैसे कारणों के लिए इम्यूनोमॉड्यूलेटर

कैसे रोके पेरियनल एब्सेस और फिस्टुला? (Prevention Tips)

  • गुदा क्षेत्र की साफ-सफाई बनाए रखें
  • मसालेदार और ऑयली भोजन से बचें
  • कब्ज से बचने के लिए फाइबर युक्त भोजन करें
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
  • दस्त होने पर तुरंत इलाज करें
  • नियमित व्यायाम करें

Perianal Abscess Fistula के घरेलू उपाय (Home Remedies)

ध्यान दें: ये उपाय केवल शुरुआती लक्षणों में सहायक हो सकते हैं, गंभीर मामलों में डॉक्टर से परामर्श लें।

  1. गुनगुने पानी से Sitz Bath – दिन में 2-3 बार बैठने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है।
  2. हल्दी वाला दूध – हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।
  3. नीम का लेप – नीम संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
  4. एलोवेरा जेल – सूजन कम करने में उपयोगी।
  5. त्रिफला चूर्ण – कब्ज से राहत देने में मददगार।

सावधानियाँ (Precautions)

  • बिना डॉक्टरी सलाह के एंटीबायोटिक न लें
  • बार-बार दर्द या रिसाव को नजरअंदाज न करें
  • फिस्टुला के बार-बार उभरने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
  • इलाज के बाद सफाई और खानपान का खास ध्यान रखें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या फिस्टुला बिना सर्जरी के ठीक हो सकता है?

हल्के मामलों में कुछ समय तक दवाओं से राहत मिल सकती है, लेकिन अधिकतर मामलों में सर्जरी ही अंतिम समाधान है।

Q2. क्या पेरियनल एब्सेस दोबारा हो सकता है?

हां, यदि संक्रमण पूरी तरह खत्म नहीं हुआ या सफाई न रखी जाए तो दोबारा हो सकता है।

Q3. फिस्टुला की सर्जरी कितनी सुरक्षित है?

लेज़र और आधुनिक तकनीकों की मदद से यह बहुत सुरक्षित और कम दर्दनाक हो गया है।

Q4. इलाज के बाद क्या सावधानी जरूरी है?

हाइजीन, हल्का भोजन, नियमित Sitz bath और डॉक्टर के निर्देशों का पालन जरूरी है।

Q5. क्या फिस्टुला कैंसर में बदल सकता है?

बहुत दुर्लभ मामलों में लंबे समय तक अनुपचारित फिस्टुला में कैंसर की संभावना हो सकती है।


निष्कर्ष (Conclusion)

पेरियनल एब्सेस और फिस्टुला गंभीर लेकिन पूरी तरह ठीक होने वाली स्थिति है यदि समय पर इलाज कराया जाए। घरेलू उपायों और जीवनशैली में बदलाव से इसे रोका जा सकता है, लेकिन लक्षण दिखते ही डॉक्टर से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है।



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