Sexual Dysfunction क्या होता है?
Sexual Dysfunction यानी यौन विकार एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को यौन संबंध बनाने या उसका आनंद लेने में कठिनाई होती है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकती है। इसमें इच्छा की कमी, उत्तेजना में परेशानी, इरेक्शन या स्खलन से जुड़ी समस्याएं, और चरमसुख (orgasm) न होना जैसे लक्षण शामिल हो सकते हैं।
यह सिर्फ शारीरिक समस्या नहीं होती, बल्कि मानसिक, भावनात्मक और हार्मोनल असंतुलन से भी जुड़ी हो सकती है। बहुत से लोग शर्म या झिझक के कारण इसके बारे में बात नहीं करते, लेकिन समय पर सही जानकारी और इलाज से यौन जीवन को पूरी तरह से बेहतर बनाया जा सकता है।
यौन विकार के प्रकार (Types of Sexual Dysfunction)
पुरुषों में:
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Erectile Dysfunction (इरेक्शन न होना या बनाए न रख पाना)
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Premature Ejaculation (शीघ्रपतन)
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Delayed Ejaculation (स्खलन में देरी)
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Low Libido (कामेच्छा की कमी)
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Anorgasmia (ऑर्गैज़्म न होना)
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Peyronie’s Disease (लिंग का टेढ़ा होना)
महिलाओं में:
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Hypoactive Sexual Desire Disorder (HSDD – कामेच्छा में कमी)
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Arousal Disorder (उत्तेजना में कठिनाई)
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Anorgasmia (चरमसुख की अनुपस्थिति)
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Dyspareunia (सेक्स के दौरान दर्द)
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Vaginismus (योनि की मांसपेशियों का सिकुड़ना)
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Sexual Aversion Disorder (सेक्स से घृणा या डर)
यौन विकार के कारण
शारीरिक कारण:
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डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर
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हार्मोनल असंतुलन (Testosterone, Estrogen की कमी)
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थायरॉइड या प्रोलैक्टिन का असंतुलन
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हृदय रोग, किडनी या लिवर की बीमारी
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मोटापा या कमज़ोरी
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सर्जरी या चोट (खासकर पेल्विक क्षेत्र में)
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कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट (जैसे antidepressants, BP की दवाएं)
मानसिक और भावनात्मक कारण:
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डिप्रेशन या चिंता (Depression, Anxiety)
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तनाव (Stress)
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कम आत्म-सम्मान या बॉडी इमेज की चिंता
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पार्टनर से भावनात्मक दूरी या झगड़े
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यौन दुर्व्यवहार या ट्रॉमा का अतीत
जीवनशैली और आदतें:
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अत्यधिक शराब या धूम्रपान
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नींद की कमी
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शारीरिक निष्क्रियता
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अस्वस्थ खानपान
यौन विकार के सामान्य लक्षण
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सेक्स में रुचि की कमी
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उत्तेजना में परेशानी
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इरेक्शन न होना या जल्दी खत्म होना
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स्खलन बहुत जल्दी या बहुत देर से होना
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चरमसुख (orgasm) न आना
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सेक्स के दौरान दर्द
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आत्मविश्वास में कमी और शर्मिंदगी
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पार्टनर से दूरी या तनाव
यौन विकार का इलाज
Sexual Dysfunction के इलाज में सबसे ज़रूरी है सही कारण की पहचान। इसके लिए डॉक्टर पहले ब्लड टेस्ट, हार्मोन प्रोफाइल, पेल्विक एग्ज़ाम, या साइकोलॉजिकल असेसमेंट कर सकते हैं।
मुख्य उपचार विकल्प:
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दवाइयां (जैसे Sildenafil, Tadalafil पुरुषों में ED के लिए)
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हार्मोन थेरेपी (Testosterone या Estrogen सप्लीमेंट)
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सेक्स थेरेपी और काउंसलिंग
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Couples Therapy (रिश्ते में संवाद बढ़ाने के लिए)
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Pelvic Floor Therapy (महिलाओं के लिए)
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Lifestyle बदलाव – वजन कम करना, व्यायाम, डाइट सुधारना
महिलाओं के लिए अमेरिका में Flibanserin (Addyi) और Bremelanotide (Vyleesi) जैसी दवाएं HSDD के लिए उपलब्ध हैं (भारत में सीमित उपयोग होता है)।
घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय
आयुर्वेद में यौन स्वास्थ्य को सुधारने के लिए वाजीकरण औषधियों का उल्लेख मिलता है। निम्न जड़ी-बूटियाँ उपयोगी होती हैं:
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शतावरी – महिलाओं में हार्मोन संतुलन के लिए
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अश्वगंधा – तनाव कम कर यौन ऊर्जा बढ़ाने में सहायक
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सफेद मूसली – शारीरिक ताकत और वीर्य गुणवत्ता में सुधार
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कौंच बीज – पुरुषों में शुक्राणु और सेक्स ड्राइव सुधारने के लिए
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गोक्षुर – यौन अंगों के रक्त प्रवाह में सुधार
योगासनों में भुजंगासन, अश्विनी मुद्रा, मूलबंध, नौकासन और मंडूकासन पेल्विक फ्लोर को मजबूत करने और यौन शक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं।
लाइफस्टाइल टिप्स
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हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें
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7–8 घंटे की अच्छी नींद लें
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तनाव कम करने के लिए ध्यान या प्राणायाम करें
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शराब, सिगरेट और नशे से दूर रहें
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पौष्टिक आहार लें: सूखे मेवे, फल, दूध, अंडा, मछली
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पार्टनर के साथ खुलकर संवाद करें
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या यौन विकार स्थायी होते हैं?
नहीं, सही इलाज और लाइफस्टाइल बदलाव से यह पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।
Q2. क्या महिलाओं में भी यौन विकार होते हैं?
हाँ, महिलाओं में भी इच्छा की कमी, उत्तेजना में दिक्कत, या सेक्स के दौरान दर्द जैसी समस्याएं आम हैं।
Q3. क्या शर्मिंदगी के कारण इसका इलाज नहीं होता?
जी हाँ, बहुत से लोग झिझक के कारण इलाज नहीं करवाते – लेकिन यह एक सामान्य मेडिकल स्थिति है।
Q4. क्या आयुर्वेदिक इलाज सुरक्षित होता है?
यदि किसी योग्य वैद्य या डॉक्टर की सलाह से लिया जाए, तो आयुर्वेदिक इलाज फायदेमंद और सुरक्षित होता है
निष्कर्ष
Sexual Dysfunction कोई शर्म की बात नहीं, बल्कि एक चिकित्सा स्थिति है जो पूरी तरह ठीक की जा सकती है। यह न केवल आपके यौन जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि मानसिक और वैवाहिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। सही जानकारी, समय पर इलाज, और पार्टनर का सहयोग इस समस्या से बाहर निकलने का सबसे बेहतर तरीका है।
याद रखें – सेक्स केवल शरीर नहीं, आत्मा और रिश्तों का भी मेल है।