Adult-Onset Still’s Disease क्या है? जानिए इसके लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ (Adult-Onset Still’s Disease - AOSD) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रकार की सूजन वाली बीमारी (Inflammatory Disorder) है जो शरीर के कई हिस्सों को एक साथ प्रभावित कर सकती है। यह बीमारी वयस्कों में होती है और इसके लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों में सूजन, गुलाबी दाने और गले में खराश प्रमुख हैं। यह बीमारी बच्चों में होने वाली Systemic Juvenile Idiopathic Arthritis (SJIA) से मिलती-जुलती है, लेकिन यह 20 वर्ष से अधिक उम्र में होती है।

 एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ क्या होता है (What is Adult-Onset Still’s Disease)

Adult-Onset Still’s Disease एक ऑटोइम्यून/इंफ्लेमेटरी कंडीशन है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊतकों और अंगों पर हमला करने लगती है। इसके कारण जोड़ों, त्वचा, और आंतरिक अंगों में सूजन आ सकती है। यदि समय रहते इलाज न हो, तो यह बीमारी पुरानी गठिया (Chronic Arthritis) में बदल सकती है।

एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ के कारण (Causes of AOSD)

इस बीमारी का सटीक कारण आज तक ज्ञात नहीं है, लेकिन संभवतः इसमें निम्नलिखित कारण शामिल हो सकते हैं:

  1. ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (Autoimmune Response)
  2. वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण का ट्रिगर (Infection-Triggered Immune Dysfunction)
  3. आनुवंशिक कारण (Genetic Predisposition)
  4. प्रतिरक्षा प्रणाली की गड़बड़ी (Immune Dysregulation)

यह बीमारी संक्रामक नहीं होती।

एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ के लक्षण (Symptoms of Adult-Onset Still’s Disease)

  1. तेज बुखार (High spiking fever) – आमतौर पर दिन में एक या दो बार आता है
  2. संधियों में दर्द और सूजन (Joint pain and swelling) – घुटने, कलाई, टखने आदि
  3. गुलाबी या सल्मन रंग के रैश (Salmon-colored rash) – शरीर पर विशेषकर बुखार के समय
  4. गले में खराश (Sore throat)
  5. थकान और कमजोरी (Fatigue and Weakness)
  6. मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain)
  7. लसीका ग्रंथियों की सूजन (Swollen lymph nodes)
  8. तिल्ली या यकृत का बढ़ना (Enlarged spleen or liver)
  9. वजन कम होना (Unintended weight loss)
  10. फेफड़ों में सूजन (Pleuritis या Pericarditis) – कभी-कभी गंभीर रूप ले सकती है

 एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ को कैसे पहचाने  (Diagnosis of Adult-Onset Still’s Disease)

इसका कोई विशेष परीक्षण नहीं होता, लेकिन निम्न तरीकों से निदान किया जाता है:

  1. रोग के लक्षणों का विश्लेषण (Clinical Evaluation)
  2. रक्त परीक्षण (Blood Tests)
    • ESR और CRP का बढ़ना
    • Ferritin लेवल अत्यधिक बढ़ा होना
    • White blood cell count बढ़ा होना
  3. ANA और RF नकारात्मक होते हैं (Seronegative for ANA and Rheumatoid Factor)
  4. इमेजिंग परीक्षण – एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड या MRI से जोड़ों की स्थिति जांची जाती है
  5. अन्य बीमारियों को बाहर करना (Exclusion of infections, cancers, other autoimmune diseases)

 एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ का इलाज (Treatment of Adult-Onset Still’s Disease)

  1. NSAIDs (Non-Steroidal Anti-inflammatory Drugs) – शुरुआती चरण के दर्द और सूजन के लिए
  2. कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) – सूजन को तेजी से कम करने के लिए
  3. Disease-Modifying Anti-Rheumatic Drugs (DMARDs)
    • Methotrexate, Hydroxychloroquine
  4. Biologic Agents (Biologics) – गंभीर या लगातार मामलों में
    • Anakinra, Tocilizumab, TNF inhibitors
  5. भोजन और जीवनशैली में सुधार
    • हेल्दी डाइट और व्यायाम

इलाज लंबे समय तक चल सकता है और फॉलो-अप ज़रूरी है।

 एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ को कैसे रोके  (Prevention Tips)

इस बीमारी को पूरी तरह रोकना संभव नहीं है, लेकिन flare-ups को कम करने के लिए:

  1. संक्रमणों से बचें
  2. तनाव को नियंत्रित रखें
  3. नियमित रूप से दवा लें
  4. संतुलित और एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट अपनाएं
  5. नींद और आराम का ध्यान रखें
  6. समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाएं

 एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ के घरेलू उपाय (Home Remedies for AOSD)

नोट: ये उपाय केवल सहायक हैं, इलाज नहीं।

  1. हल्दी (Turmeric) – सूजन कम करने में सहायक
  2. अदरक (Ginger) – एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
  3. आंवला (Indian Gooseberry) – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला
  4. तुलसी और गिलोय का काढ़ा – प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने के लिए
  5. ध्यान और प्राणायाम – मानसिक तनाव घटाने और रोग नियंत्रण के लिए

सावधानियाँ (Precautions for Patients with AOSD)

  1. दवाएं समय पर लें, बिना डॉक्टर की सलाह के न छोड़ें
  2. संक्रमण से बचने के लिए भीड़-भाड़ से दूर रहें
  3. दर्द या सूजन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
  4. हड्डियों की सेहत का ध्यान रखें – कैल्शियम और विटामिन D लें
  5. भावनात्मक समर्थन लें – यह बीमारी मानसिक रूप से भी असर डाल सकती है
  6. सक्रिय रहें लेकिन थकावट से बचें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र1: क्या AOSD पूरी तरह ठीक हो सकती है?
उत्तर: कुछ लोगों में यह बीमारी एक बार आती है और फिर नहीं लौटती, लेकिन कई में यह बार-बार होती है। सही इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

प्र2: क्या यह बीमारी संक्रामक है?
उत्तर: नहीं, यह किसी दूसरे को नहीं फैलती।

प्र3: क्या यह रुमेटॉइड गठिया (RA) से अलग है?
उत्तर: हाँ, AOSD में ANA और RF नकारात्मक रहते हैं और इसमें तेज बुखार तथा रैश आम हैं।

प्र4: क्या ये बीमारी बच्चों में भी होती है?
उत्तर: हाँ, लेकिन तब इसे Systemic Juvenile Idiopathic Arthritis (SJIA) कहा जाता है।

प्र5: क्या खानपान से राहत मिल सकती है?
उत्तर: हाँ, एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट से सूजन और दर्द में कमी लाई जा सकती है, लेकिन दवा ज़रूरी है।

निष्कर्ष (Conclusion)

एडल्ट-ऑनसेट स्टिल्स डिज़ीज़ (Adult-Onset Still’s Disease) एक जटिल लेकिन संभालने योग्य बीमारी है। जल्दी पहचान, समय पर इलाज और जागरूकता से मरीज सामान्य जीवन जी सकता है। दवा, खानपान और मानसिक संतुलन तीनों मिलकर इस रोग से राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं।


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