Bile Duct Injury (बाइल डक्ट इंजरी): कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

Bile Duct Injury (बाइल डक्ट इंजरी) एक गंभीर चिकित्सीय स्थिति है जिसमें बाइल डक्ट (पित्त नली) को शारीरिक रूप से क्षति (injury) पहुंचती है। यह सामान्यतः गॉलब्लैडर की सर्जरी (Cholecystectomy) के दौरान होती है, विशेषकर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में। यदि समय पर इसका पता न चले, तो यह पित्त रिसाव (bile leakage), संक्रमण, पीलिया और यहां तक कि लीवर फेल्योर का कारण बन सकती है।

Bile Duct Injury क्या होता है ? (What is Bile Duct Injury?)

जब बाइल डक्ट (जो लीवर से पित्त को आंत तक पहुंचाती है) को काट दिया जाए, फाड़ दिया जाए या ब्लॉक कर दिया जाए, तो उसे Bile Duct Injury कहा जाता है। यह आकस्मिक रूप से किसी सर्जरी, आघात या संक्रमण के कारण हो सकती है।

Bile Duct Injury के कारण (Causes):

  1. Laparoscopic Cholecystectomy (गॉलब्लैडर सर्जरी) के दौरान गलती से चोट
  2. Open gallbladder surgery
  3. ERCP (Endoscopic Retrograde Cholangiopancreatography) के दौरान इंजरी
  4. Abdominal trauma या चोट
  5. Cancer surgery involving liver or pancreas
  6. Liver transplant या अन्य hepatic procedures
  7. Severe inflammation due to gallstones or infection

Bile Duct Injury के लक्षण (Symptoms):

  1. पीलिया (Jaundice)
  2. पेट में दर्द, विशेष रूप से ऊपरी दाहिनी ओर (RUQ pain)
  3. बुखार और ठंड लगना (Fever and chills)
  4. मतली और उल्टी
  5. पेट में सूजन या मरोड़
  6. सर्जरी के बाद पेट से पित्त रंग का द्रव निकलना
  7. थकान, वजन घटना
  8. डाइजेस्टिव समस्याएं – जैसे अपच, गैस
  9. बाइल पेरिटोनाइटिस (bile leakage से संक्रमण)

Bile Duct Injury  कैसे पहचाने (Diagnosis of Bile Duct Injury):

  1. Liver Function Tests (LFTs): Bilirubin और ALP का बढ़ना
  2. Ultrasound Abdomen: Fluid collection या bile leakage
  3. CT Scan Abdomen: Intra-abdominal bile collection
  4. MRCP (Magnetic Resonance Cholangiopancreatography): डक्ट में रुकावट या क्षति का पता चलता है
  5. ERCP (Endoscopic Retrograde Cholangiopancreatography): डायग्नोसिस के साथ-साथ ट्रीटमेंट में सहायक
  6. HIDA Scan: बाइल का रिसाव पता करने के लिए
  7. Diagnostic laparoscopy (कभी-कभी)

Bile Duct Injury का इलाज (Treatment):

1. Conservative Treatment (मामूली मामलों में):

  • IV antibiotics
  • Bile drainage through percutaneous catheter
  • Observation और supportive care

2. Endoscopic Management:

  • ERCP with stent placement
  • Sphincterotomy to relieve pressure

3. Surgical Repair (गंभीर मामलों में):

  • Roux-en-Y Hepaticojejunostomy (बाइल डक्ट और आंत को जोड़ना)
  • Duct-to-duct anastomosis (यदि संभव हो)
  • Bile drainage surgery

4. Liver Supportive Care:

  • पोषण, इलेक्ट्रोलाइट संतुलन, लिवर फंक्शन की निगरानी

घरेलू उपाय (Home Remedies):

ध्यान दें: Bile duct injury एक आपातकालीन स्थिति है। घरेलू उपाय सिर्फ रिकवरी के दौरान सहायक हो सकते हैं:

  1. संतुलित और कम वसा वाला भोजन
  2. नींबू पानी, नारियल पानी – हाइड्रेशन में सहायक
  3. हल्दी दूध (सूजन कम करने हेतु, डॉक्टर की अनुमति से)
  4. आराम और नींद पूरी लें
  5. धूम्रपान और शराब से पूरी तरह बचें

सावधानियाँ (Precautions):

  1. गॉलब्लैडर सर्जरी के बाद पेट दर्द, बुखार या पीलिया नजरअंदाज न करें
  2. अनुभवी सर्जन से ही ऑपरेशन कराएं
  3. ERCP या सर्जिकल हस्तक्षेप के बाद लक्षणों पर नजर रखें
  4. सर्जरी के बाद फॉलो-अप टेस्ट कराते रहें
  5. दवाओं का पूरा कोर्स करें और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें

रोकथाम (Prevention):

  1. सर्जरी से पहले सटीक एंटोमी की पहचान और तैयारी
  2. अनुभवी गैस्ट्रोसर्जन द्वारा गॉलब्लैडर सर्जरी कराना
  3. ERCP और अन्य प्रक्रियाओं को सावधानीपूर्वक करना
  4. Gallstones का समय पर इलाज कराना
  5. सर्जरी के बाद सतर्क निगरानी और फॉलो-अप

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

Q1. क्या Bile Duct Injury खतरनाक होती है?
हाँ, यदि इलाज न हो तो यह लीवर फेल्योर और संक्रमण का कारण बन सकती है।

Q2. क्या इसका इलाज संभव है?
हाँ, अगर समय पर पता चल जाए तो यह सर्जिकल या एंडोस्कोपिक तरीके से पूरी तरह ठीक की जा सकती है।

Q3. क्या यह सिर्फ गॉलब्लैडर की सर्जरी में होता है?
अधिकतर मामलों में हाँ, लेकिन अन्य सर्जरी या चोट में भी हो सकता है।

Q4. क्या मरीज को दोबारा सर्जरी करानी पड़ती है?
यदि इंजरी गंभीर हो या पित्त रिसाव हो रहा हो, तो हाँ, दोबारा सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Bile Duct Injury (बाइल डक्ट इंजरी) एक गंभीर लेकिन उपचार योग्य स्थिति है जो अक्सर गॉलब्लैडर सर्जरी के दौरान होती है। समय पर पहचान और सही इलाज से मरीज को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। पेट दर्द, पीलिया या सर्जरी के बाद असामान्य लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


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