Biliary Stricture (बिलियरी स्ट्रिक्चर): कारण, लक्षण, इलाज और बचाव की पूरी जानकारी

Biliary Stricture (बिलियरी स्ट्रिक्चर) एक ऐसी स्थिति है जिसमें पित्त नली (bile duct) सिकुड़ जाती है या उसमें रुकावट आ जाती है। इससे पित्त लीवर से आंतों में नहीं जा पाता और लीवर में जमा हो जाता है, जिससे सूजन, पीलिया और संक्रमण जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं। यह स्थिति कभी सर्जरी या चोट के बाद भी उत्पन्न हो सकती है।

Biliary Stricture क्या होता है ? (What is Biliary Stricture?)

Biliary Stricture का अर्थ है बाइल डक्ट का संकरा होना या उसमें रुकावट। पित्त रस जो लीवर में बनता है, उसका आंतों में पहुंचना बाधित हो जाता है, जिससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है और लीवर डैमेज का खतरा बढ़ जाता है। यह स्थिति धीरे-धीरे विकसित होती है और समय पर इलाज न होने पर गंभीर हो सकती है।

Biliary Stricture के कारण (Causes of Biliary Stricture)

  1. गॉलब्लैडर सर्जरी (Cholecystectomy) के बाद चोट
  2. ERCP जैसे एंडोस्कोपिक प्रोसीजर के दौरान डक्ट को नुकसान
  3. Gallstones या पित्ताशय की सूजन (Cholangitis)
  4. Bile duct ट्यूमर या कैंसर
  5. Chronic pancreatitis (पुरानी अग्नाशय की सूजन)
  6. स्क्लेरोसिंग कोलैंजाइटिस (Primary Sclerosing Cholangitis)
  7. रेडिएशन थैरेपी या संक्रमण

Biliary Stricture के लक्षण (Symptoms of Biliary Stricture)

  1. पीलिया (Jaundice) – त्वचा और आंखों का पीला होना
  2. गहरे रंग का मूत्र (Dark-colored urine)
  3. हल्के रंग का मल (Pale-colored stool)
  4. पेट में दर्द (Abdominal pain) – विशेषकर दाईं ऊपरी ओर
  5. बुखार और ठंड लगना (Fever with chills)
  6. मतली और उल्टी (Nausea and vomiting)
  7. वजन में कमी और भूख की कमी (Weight loss and poor appetite)
  8. त्वचा में खुजली (Itching)

Biliary Stricture कैसे पहचानें (Diagnosis of Biliary Stricture)

  1. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFTs) – पित्त प्रवाह में अवरोध का संकेत देते हैं
  2. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound of abdomen)
  3. MRCP (Magnetic Resonance Cholangiopancreatography)
  4. ERCP (Endoscopic Retrograde Cholangiopancreatography) – निदान और इलाज दोनों में उपयोगी
  5. CT स्कैन या PET स्कैन
  6. बायोप्सी – कैंसर के संदेह की स्थिति में

Biliary Stricture का इलाज (Treatment of Biliary Stricture)

1. ERCP द्वारा स्टेंट डालना (Endoscopic Stenting):

  • ERCP के जरिए पित्त नली में स्टेंट डाला जाता है ताकि वह खुली रहे और पित्त का प्रवाह सुचारु हो सके।

2. बैलून डाइलेशन (Balloon dilation):

  • एक विशेष बैलून द्वारा संकुचित पित्त नली को फैलाया जाता है।

3. सर्जरी (Biliary Reconstruction Surgery):

  • यदि स्ट्रिक्चर गंभीर है, तो बाइल डक्ट की पुनः रचना की जाती है।

4. एंटीबायोटिक्स:

  • यदि संक्रमण है तो उसे कंट्रोल करने के लिए।

5. कैंसर की स्थिति में ट्यूमर रिमूवल या कीमोथैरेपी/रेडिएशन

(यदि कारण मैलिग्नेंसी हो)

घरेलू उपाय (Home Remedies for Biliary Stricture)

यह एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें घरेलू उपाय मुख्य इलाज का विकल्प नहीं हो सकते, परंतु ये सपोर्टिव हो सकते हैं:

  1. लो-फैट डाइट लेना
  2. हल्का और सुपाच्य खाना खाना
  3. गुनगुना नींबू पानी पित्त प्रवाह को प्रोत्साहित कर सकता है
  4. अदरक और हल्दी का सीमित सेवन (सूजन कम करने के लिए)
  5. पर्याप्त पानी पीना और एल्कोहॉल से परहेज

नोट: बिना चिकित्सकीय सलाह के घरेलू उपाय न अपनाएं।

सावधानियाँ (Precautions)

  1. सर्जरी के बाद पीलिया या दर्द को नजरअंदाज न करें
  2. गंभीर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें
  3. ERCP या स्टेंटिंग के बाद फॉलोअप नियमित कराएं
  4. दवाएं समय पर और डॉक्टर की सलाह से लें
  5. लीवर फंक्शन टेस्ट नियमित कराते रहें

रोकथाम (Prevention of Biliary Stricture)

  1. सर्जरी या एंडोस्कोपिक प्रक्रिया अनुभवी चिकित्सक से कराएं
  2. पित्ताशय की बीमारियों का समय पर इलाज कराएं
  3. एल्कोहॉल और वसायुक्त भोजन से बचें
  4. सर्जरी के बाद फॉलोअप टेस्ट समय पर करवाएं
  5. हेपेटाइटिस और पित्त नली संक्रमण से बचाव करें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या Biliary Stricture खतरनाक होता है?
हाँ, यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह संक्रमण, पीलिया और लिवर फेल्योर का कारण बन सकता है।

Q2. क्या यह स्थिति सर्जरी के बिना ठीक हो सकती है?
कुछ हल्के मामलों में एंडोस्कोपिक ट्रीटमेंट (जैसे स्टेंटिंग) से ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर मामलों में सर्जरी जरूरी होती है।

Q3. क्या यह कैंसर से संबंधित हो सकता है?
हाँ, कुछ मामलों में Biliary Stricture का कारण बाइल डक्ट कैंसर (Cholangiocarcinoma) हो सकता है।

Q4. क्या एक बार ठीक होने के बाद यह दोबारा हो सकता है?
हाँ, स्ट्रिक्चर दोबारा हो सकता है, इसलिए नियमित फॉलोअप जरूरी होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Biliary Stricture (बिलियरी स्ट्रिक्चर) एक गंभीर लिवर और पित्त प्रणाली की स्थिति है, जिसे समय पर पहचान कर सही इलाज से कंट्रोल किया जा सकता है। ERCP, स्टेंटिंग और सर्जरी जैसे उपायों से जीवन की गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है। लक्षणों को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर की सलाह पर पूर्ण इलाज करवाएं।


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