Khushveer Choudhary

Biotinidase Deficiency क्या है? कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय और सावधानियाँ

बायोटिनिडेज़ की कमी (Biotinidase Deficiency) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर आनुवंशिक चयापचय विकार (genetic metabolic disorder) है, जिसमें शरीर बायोटिन (Biotin) नामक आवश्यक विटामिन को पुनः उपयोग करने में असमर्थ होता है। यह विटामिन B7 की कमी का कारण बनता है, जिससे त्वचा, बाल, तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह स्थिति जन्म से ही मौजूद होती है और शीघ्र पहचान न होने पर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।

बायोटिनिडेज़ की कमी क्या होता है  (What is Biotinidase Deficiency):

यह एक ऑटोसोमल रिसेसिव अनुवांशिक रोग (Autosomal Recessive Genetic Disorder) है, जिसमें बायोटिनिडेज़ एंजाइम (Biotinidase Enzyme) की कार्यक्षमता कम या पूर्णतः अनुपस्थित होती है। यह एंजाइम भोजन से मिलने वाले बायोटिन को सक्रिय रूप में परिवर्तित करने का कार्य करता है। जब यह एंजाइम कार्य नहीं करता, तो शरीर में बायोटिन की कमी हो जाती है और अनेक शारीरिक व मानसिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

बायोटिनिडेज़ की कमी कारण (Causes of Biotinidase Deficiency):

  1. बीटीडी जीन (BTD gene) में म्यूटेशन – यह एक आनुवंशिक परिवर्तन होता है।
  2. ऑटोसोमल रिसेसिव वंशानुक्रम – जब माता-पिता दोनों में दोषपूर्ण जीन होता है, तो बच्चा प्रभावित हो सकता है।
  3. परिवार में बीमारी का इतिहास – यदि परिवार में पहले यह विकार रहा हो।

बायोटिनिडेज़ की कमी के लक्षण (Symptoms of Biotinidase Deficiency):

लक्षण जन्म के कुछ सप्ताहों से लेकर कुछ महीनों में दिखने लगते हैं। इनमें शामिल हैं:

  1. त्वचा पर चकत्ते (Skin rash)
  2. बालों का झड़ना (Hair loss - Alopecia)
  3. दौरे (Seizures)
  4. मांसपेशियों में कमजोरी (Muscle weakness)
  5. सुनने में समस्या (Hearing loss)
  6. दृष्टि की समस्याएं (Vision problems)
  7. मानसिक विकास में देरी (Developmental delay)
  8. थकान और चिड़चिड़ापन (Fatigue and irritability)
  9. साँस लेने में परेशानी (Breathing problems)
  10. मेटाबोलिक एसिडोसिस (Metabolic acidosis)

बायोटिनिडेज़ की कमी कैसे पहचाने (Diagnosis of Biotinidase Deficiency):

  1. नवजात स्क्रीनिंग टेस्ट (Newborn Screening Test) – जन्म के तुरंत बाद की जाती है।
  2. सीरम में बायोटिनिडेज़ एंजाइम की गतिविधि (Biotinidase enzyme assay in serum)
  3. जेनेटिक परीक्षण (Genetic testing) – BTD gene mutation की पुष्टि के लिए।
  4. मेटाबोलिक प्रोफाइल (Metabolic profile) – ऑर्गेनिक एसिड्स की जाँच।

बायोटिनिडेज़ की कमी इलाज (Treatment of Biotinidase Deficiency):

  1. बायोटिन सप्लीमेंटेशन (Biotin supplementation) – जीवन भर उच्च खुराक में दिया जाता है (5–10 mg/day)।
  2. लक्षणों का इलाज (Symptomatic treatment) – दौरे, सुनने में कमी या स्किन की समस्याओं के अनुसार इलाज।
  3. निरंतर निगरानी (Regular monitoring) – मानसिक और शारीरिक विकास की समीक्षा।

इलाज समय पर शुरू कर देने से जीवन सामान्य और स्वस्थ रह सकता है।

बायोटिनिडेज़ की कमी कैसे रोके (Prevention):

  1. वंशानुगत परामर्श (Genetic counseling) – गर्भधारण से पूर्व माता-पिता के जीन की जांच।
  2. प्रसव पूर्व परीक्षण (Prenatal testing) – गर्भावस्था में भ्रूण की जाँच।
  3. नवजात स्क्रीनिंग (Newborn screening) – सभी नवजात शिशुओं में आवश्यक।

घरेलू उपाय (Home Remedies):

बायोटिनिडेज़ की कमी का इलाज केवल बायोटिन सप्लीमेंट से ही संभव है, लेकिन जीवनशैली और आहार में कुछ बातें ध्यान में रखी जा सकती हैं:

  1. बायोटिन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे – अंडा की जर्दी, अखरोट, मूंगफली, सोया, साबुत अनाज
  2. प्रोटीन युक्त आहार
  3. संतुलित पोषण और हाइड्रेशन बनाए रखें

लेकिन, केवल आहार से इसकी पूर्ति संभव नहीं है। डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सप्लीमेंट जरूरी हैं।

सावधानियाँ (Precautions):

  1. बायोटिन की खुराक डॉक्टर की सलाह अनुसार लें
  2. सप्लीमेंट लेना न छोड़ें, चाहे लक्षण कम भी हो जाएं
  3. नियमित रूप से बाल, त्वचा और न्यूरोलॉजिकल लक्षणों की जांच कराएं
  4. बच्चे की मानसिक व शारीरिक प्रगति पर नजर रखें
  5. किसी भी नई दवा से पहले डॉक्टर को सूचित करें

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

Q1. क्या बायोटिनिडेज़ की कमी को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है?
उत्तर: यह आजीवन स्थिति है लेकिन समय पर इलाज शुरू होने पर लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है और बच्चा सामान्य जीवन जी सकता है।

Q2. क्या इसका इलाज केवल बायोटिन सप्लीमेंट से संभव है?
उत्तर: हां, बायोटिन सप्लीमेंट ही इसका मुख्य और प्रभावी इलाज है।

Q3. क्या यह रोग माता-पिता से बच्चे में आता है?
उत्तर: हां, यह एक अनुवांशिक बीमारी है और ऑटोसोमल रिसेसिव तरीके से फैलती है।

Q4. बिना स्क्रीनिंग के इसे कैसे पहचाना जा सकता है?
उत्तर: अगर बच्चे में त्वचा की समस्या, बाल झड़ना, दौरे या सुनने की कमी हो रही हो तो इसकी जांच करानी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion):

बायोटिनिडेज़ की कमी (Biotinidase Deficiency) एक दुर्लभ लेकिन इलाज योग्य आनुवंशिक विकार है। समय पर पहचान, उचित बायोटिन सप्लीमेंटेशन और सतर्क देखभाल से इससे जुड़ी गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है। नवजात स्क्रीनिंग और माता-पिता की जेनेटिक काउंसलिंग इसके रोकथाम में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post