Brain Hemorrhage (Hemorrhagic Stroke) कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

ब्रेन हैमरेज (Brain Hemorrhage) मस्तिष्क के अंदर या उसके चारों ओर रक्तस्राव (bleeding) की एक गंभीर और जानलेवा स्थिति होती है। यह रक्तस्राव किसी रक्त वाहिका (blood vessel) के फटने से होता है, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होती हैं और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है। ब्रेन हैमरेज को "हैमरेजिक स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke)" भी कहा जाता है।

ब्रेन हैमरेज क्या होता है? (What is Brain Hemorrhage?)

जब मस्तिष्क की किसी रक्त वाहिका से अचानक खून बहने लगता है और वह मस्तिष्क के ऊतकों में फैल जाता है, तो इस स्थिति को ब्रेन हैमरेज कहा जाता है। इससे मस्तिष्क में दबाव बढ़ता है और ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं।

ब्रेन हैमरेज के कारण (Causes of Brain Hemorrhage)

  1. उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
  2. Brain Aneurysm (धमनी का फुलाव और फटना)
  3. Brain Trauma (सिर की चोट या एक्सीडेंट)
  4. Blood thinners का सेवन
  5. Arteriovenous Malformation (AVM)
  6. Brain Tumor
  7. ड्रग्स या शराब का अत्यधिक सेवन
  8. लीवर रोग या रक्त विकार (Clotting disorders)
  9. Straining (जैसे बहुत जोर से खांसी या मल त्याग)
  10. नवजात या वृद्ध व्यक्तियों में रक्त वाहिकाओं की कमजोरी

ब्रेन हैमरेज के लक्षण (Symptoms of Brain Hemorrhage)

  1. अचानक और तेज सिरदर्द
  2. उल्टी या मिचली
  3. दृष्टि में समस्या (धुंधला या दोहरा दिखना)
  4. बोलने या समझने में दिक्कत
  5. शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या सुन्नता
  6. संतुलन और समन्वय में परेशानी
  7. दौरे (Seizures)
  8. चक्कर या बेहोशी
  9. मानसिक भ्रम या व्यवहार में बदलाव

ब्रेन हैमरेज के प्रकार (Types of Brain Hemorrhage)

  1. Intracerebral Hemorrhage: मस्तिष्क के अंदर रक्तस्राव
  2. Subarachnoid Hemorrhage: मस्तिष्क और उसके आवरण के बीच
  3. Subdural Hemorrhage: दिमाग और खोपड़ी के बीच
  4. Epidural Hemorrhage: खोपड़ी और मस्तिष्क की बाहरी झिल्ली के बीच

ब्रेन हैमरेज की जांच (Diagnosis of Brain Hemorrhage)

  1. CT स्कैन (Head CT Scan) – सबसे जल्दी और सटीक
  2. MRI स्कैन – मस्तिष्क की विस्तृत छवि
  3. Cerebral Angiography – रक्त वाहिकाओं का विश्लेषण
  4. Blood Tests – क्लॉटिंग प्रोफाइल, प्लेटलेट्स आदि
  5. Lumbar Puncture – विशेष मामलों में

ब्रेन हैमरेज का इलाज (Treatment of Brain Hemorrhage)

दवाओं द्वारा इलाज:

  • ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की दवाएं
  • Anti-seizure दवाएं
  • दर्द और सूजन कम करने की दवाएं
  • ICU में निगरानी

सर्जरी:

  • Craniotomy – खोपड़ी खोलकर खून हटाना
  • Clipping / Coiling – यदि Aneurysm फटने के कारण हो
  • Drainage – यदि तरल जमा हो रहा हो

घरेलू देखभाल (Post-Hemorrhage Home Care)

  • आराम और तनाव रहित वातावरण
  • ब्लड प्रेशर की नियमित निगरानी
  • दवाओं का समय पर सेवन
  • संतुलित और कम नमक वाला आहार
  • फिजियोथैरेपी, स्पीच थेरेपी और मानसिक सहारा
  • नियमित फॉलोअप और स्कैन

ब्रेन हैमरेज से बचाव (Prevention Tips)

  1. उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करें
  2. धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें
  3. स्वस्थ और संतुलित आहार लें
  4. नियमित व्यायाम करें
  5. सिर की सुरक्षा के लिए हेलमेट आदि पहनें
  6. ब्लड थिनर दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लें

सावधानियाँ (Precautions)

  • अचानक सिरदर्द, उल्टी या चक्कर को नजरअंदाज न करें
  • यदि स्ट्रोक का इतिहास है तो नियमित जांच जरूरी है
  • दवाओं को कभी अचानक बंद न करें
  • मानसिक और भावनात्मक सहयोग दें
  • तुरंत अस्पताल जाएं यदि दौरे, कमजोरी, या बोलने में दिक्कत ह 

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1: क्या ब्रेन हैमरेज स्ट्रोक है?
उत्तर: हां, यह हैमरेजिक स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke) का एक प्रकार है।

प्र.2: क्या ब्रेन हैमरेज जानलेवा है?
उत्तर: हां, यदि समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा हो सकता है।

प्र.3: क्या ब्रेन हैमरेज से व्यक्ति पूरी तरह ठीक हो सकता है?
उत्तर: कुछ मामलों में हां, लेकिन कुछ मरीजों को स्थायी न्यूरोलॉजिकल दिक्कतें भी हो सकती हैं।

प्र.4: क्या यह दोबारा हो सकता है?
उत्तर: यदि मूल कारण को नियंत्रित नहीं किया गया हो, तो दोबारा हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

ब्रेन हैमरेज एक गंभीर और जानलेवा मस्तिष्क संबंधी स्थिति है, जो अक्सर अचानक होती है। इसके लक्षणों की तुरंत पहचान और इलाज से मरीज की जान बचाई जा सकती है। रक्तचाप नियंत्रण, जीवनशैली में बदलाव और नियमित जांच से इससे बचाव संभव है।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post