Khushveer Choudhary

Cellulitis: कारण, लक्षण, इलाज, घरेलू उपाय और बचाव की पूरी जानकारी

सेल्युलाईटिस (Cellulitis) एक आम लेकिन गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण (bacterial infection) है, जो त्वचा (skin) की गहराई में जाकर उसके नीचे की टिशू (subcutaneous tissues) को प्रभावित करता है। यह आमतौर पर त्वचा की किसी चोट, कट या दरार से बैक्टीरिया के प्रवेश करने के कारण होता है। यह संक्रमण त्वचा को लाल, सूजनयुक्त और गर्म बना देता है।

सेल्युलाईटिस क्या होता है  (What is Cellulitis):

सेल्युलाईटिस एक नॉन-कम्युनिकेबल इंफेक्शन (non-communicable infection) है यानी यह एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलता, लेकिन अगर समय पर इलाज न हो तो यह ब्लडस्ट्रीम (bloodstream) या लिम्फ नोड्स (lymph nodes) में फैल सकता है और जानलेवा भी बन सकता है।

सेल्युलाईटिस के कारण (Causes of Cellulitis):

  1. बैक्टीरिया – आमतौर पर Streptococcus या Staphylococcus बैक्टीरिया।
  2. त्वचा में चोट या कटाव – जिससे बैक्टीरिया प्रवेश कर पाते हैं।
  3. कीड़े या जानवरों के काटने से
  4. सर्जरी के बाद घाव
  5. एक्जिमा (Eczema) या फंगल संक्रमण के कारण त्वचा की बाधा टूटना।
  6. डायबिटीज (Diabetes) जैसी बीमारियों में कम रोग प्रतिरोधक क्षमता।

सेल्युलाईटिस के लक्षण (Symptoms of Cellulitis):

  1. त्वचा पर लालिमा (Redness of the skin)
  2. सूजन (Swelling)
  3. दर्द या कोमलता (Pain or tenderness)
  4. गर्माहट महसूस होना (Warm sensation in affected area)
  5. बुखार (Fever)
  6. ठंड लगना (Chills)
  7. छाले बनना (Blister formation)
  8. प्रभावित भाग में गति कठिन होना

सेल्युलाईटिस की पहचान कैसे करें (Diagnosis of Cellulitis):

  1. क्लिनिकल जांच (Clinical examination) – डॉक्टर त्वचा का निरीक्षण करते हैं।
  2. ब्लड टेस्ट (Blood tests) – संक्रमण की पुष्टि के लिए।
  3. कल्चर टेस्ट (Wound culture) – बैक्टीरिया की पहचान के लिए।
  4. इमेजिंग (Ultrasound, MRI, X-ray) – गहरे संक्रमण या पस (pus) की उपस्थिति देखने के लिए।

सेल्युलाईटिस का इलाज (Treatment of Cellulitis):

  1. एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) – मौखिक या कभी-कभी IV रूप में।
  2. पेन रिलीवर (Pain relievers) – दर्द और सूजन को कम करने के लिए।
  3. घाव की सफाई और ड्रेसिंग (Wound care and dressing)
  4. बुखार नियंत्रक दवाइयाँ
  5. गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती और IV एंटीबायोटिक।

सेल्युलाईटिस से बचाव (Prevention of Cellulitis):

  1. त्वचा की सफाई बनाए रखें।
  2. किसी भी कट या घाव को तुरंत साफ करें और पट्टी लगाएं।
  3. फंगल संक्रमण या एक्जिमा का समय पर इलाज कराएं।
  4. मधुमेह रोगी पैरों की नियमित जांच करें।
  5. त्वचा को अत्यधिक सूखने से बचाएं।

घरेलू उपाय (Home Remedies for Cellulitis):

घरेलू उपाय केवल प्राथमिक मदद के रूप में उपयोग करें। किसी भी संक्रमण में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

  1. गर्म सेंक (Warm Compress) – सूजन और दर्द को कम करने में सहायक।
  2. हल्दी (Turmeric) – एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण उपयोगी। दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
  3. नीम पत्ता पेस्ट (Neem leaf paste) – एंटीसेप्टिक के रूप में प्रयोग करें।
  4. लहसुन (Garlic) – इसमें मौजूद एलिसिन संक्रमण से लड़ने में सहायक हो सकता है।

सावधानियाँ (Precautions):

  1. घाव को खरोंचे नहीं और साफ-सुथरा रखें।
  2. एंटीबायोटिक को पूरा कोर्स करें, बीच में न छोड़ें।
  3. संक्रमण का क्षेत्र बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
  4. टाइट कपड़े न पहनें, जिससे क्षेत्र पर दबाव न पड़े।
  5. डायबिटीज नियंत्रण में रखें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

प्रश्न 1: क्या सेल्युलाईटिस संक्रामक होता है?
उत्तर: नहीं, यह सीधे संपर्क से नहीं फैलता।

प्रश्न 2: क्या यह बार-बार हो सकता है?
उत्तर: हाँ, यदि इम्यून सिस्टम कमजोर हो या त्वचा को बार-बार चोट लगे।

प्रश्न 3: सेल्युलाईटिस में डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
उत्तर: अगर लक्षण 24-48 घंटे में ठीक न हों, तेज बुखार हो, या लाली फैलती जाए।

प्रश्न 4: क्या घर पर इसका इलाज संभव है?
उत्तर: हल्के मामलों में हाँ, परंतु मध्यम या गंभीर स्थिति में मेडिकल ट्रीटमेंट जरूरी है।

निष्कर्ष (Conclusion):

सेल्युलाईटिस (Cellulitis) एक गंभीर त्वचा संक्रमण है जो यदि समय पर इलाज न हो तो जटिलताओं का कारण बन सकता है। हालांकि, नियमित साफ-सफाई, चोट का ध्यान रखना और इम्यून सिस्टम मजबूत बनाए रखना इससे बचाव में सहायक है। किसी भी लक्षण की शुरुआत पर तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।


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