क्रॉनिक अर्टिकेरिया (Chronic Urticaria) एक त्वचा संबंधी एलर्जिक विकार है जिसमें त्वचा पर बार-बार लाल, खुजलीदार, उभरी हुई चकत्ते (Wheals or Hives) बनते हैं। जब ये चकत्ते 6 सप्ताह से अधिक समय तक बने रहें या बार-बार हों, तो इसे क्रॉनिक अर्टिकेरिया कहा जाता है। यह स्थिति कभी-कभी महीनों या वर्षों तक रह सकती है और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती है।
क्रॉनिक अर्टिकेरिया क्या होता है (What is Chronic Urticaria):
यह एक दीर्घकालिक त्वचा विकार है जिसमें त्वचा की सतह पर एलर्जिक प्रतिक्रिया के कारण बार-बार खुजलीदार लाल चकत्ते बनते हैं। इनमें जलन, सूजन और खुजली होती है। कुछ मामलों में यह स्वतः ठीक हो सकता है, जबकि कुछ में दवा और देखभाल की आवश्यकता होती है।
क्रॉनिक अर्टिकेरिया कारण (Causes of Chronic Urticaria):
- ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (Autoimmune Response) – शरीर अपनी ही कोशिकाओं पर प्रतिक्रिया करता है
- एलर्जी (Allergic Triggers) – जैसे धूल, परागकण, खाद्य पदार्थ, दवाइयाँ
- तापमान में बदलाव (Temperature Changes) – सर्दी या गर्मी से एलर्जी
- दवाओं की प्रतिक्रिया (Drug Reactions) – जैसे NSAIDs, एंटीबायोटिक्स
- संक्रमण (Infections) – जैसे वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण
- मानसिक तनाव (Stress)
- थायरॉयड विकार (Thyroid Disorders)
- अज्ञात कारण (Idiopathic) – बहुत से मामलों में कारण का पता नहीं चलता
क्रॉनिक अर्टिकेरिया के लक्षण (Symptoms of Chronic Urticaria):
- त्वचा पर उभरे हुए लाल चकत्ते (Raised Red Hives or Wheals)
- तेज़ खुजली (Intense Itching)
- चकत्तों का जगह बदलते रहना (Shifting of Rash Location)
- त्वचा में जलन या चुभन (Burning or Stinging Sensation)
- सूजन (Swelling) – खासकर आंखों, होठों और चेहरे पर
- रात को लक्षण बढ़ना (Worsening at Night)
- कभी-कभी बुखार या थकान (Fever or Fatigue in Some Cases)
- कई बार लक्षण स्वतः 24 घंटे में ठीक हो जाते हैं, लेकिन फिर दोबारा हो सकते हैं
क्रॉनिक अर्टिकेरिया कैसे पहचानें (Diagnosis of Chronic Urticaria):
- क्लिनिकल हिस्ट्री और शारीरिक परीक्षण (Clinical History and Physical Exam)
- एलर्जी परीक्षण (Allergy Testing) – स्किन प्रिक टेस्ट, ब्लड टेस्ट
- ब्लड टेस्ट (Blood Tests) – CBC, ESR, थायरॉयड जांच
- ऑटोइम्यून टेस्ट (Autoimmune Panel) – ANA, Anti-thyroid antibodies
- बायोप्सी (Skin Biopsy) – दुर्लभ मामलों में
- इडियोपैथिक मामलों में कोई स्पष्ट कारण नहीं मिलता
क्रॉनिक अर्टिकेरिया इलाज (Treatment of Chronic Urticaria):
- एंटीहिस्टामिन दवाएं (Antihistamines) – जैसे लोरेटाडीन, सेटिरीज़िन
- हाइड्रोक्सीज़ीन (Hydroxyzine) – रात में खुजली के लिए
- मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज़ (Monoclonal Antibody Therapy) – जैसे ओमालिज़ुमैब (Omalizumab)
- कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroids) – केवल गंभीर और अस्थायी उपयोग के लिए
- इम्यूनोमॉडुलेटर्स (Immunomodulators) – जैसे साइक्लोस्पोरिन (Cyclosporine), गंभीर मामलों में
- एलर्जन से बचाव और ट्रिगर की पहचान
- तनाव प्रबंधन (Stress Management) – क्योंकि तनाव लक्षण बढ़ा सकता है
क्रॉनिक अर्टिकेरियाकैसे रोके (Prevention of Chronic Urticaria):
- एलर्जी ट्रिगर्स से बचें (Avoid Known Allergens)
- दवाओं का सावधानी से प्रयोग करें
- खाद्य पदार्थों में सावधानी रखें – जैसे नट्स, शेलफिश आदि से बचाव
- प्रदूषण और तेज परफ्यूम या केमिकल्स से दूर रहें
- तनाव और चिंता को नियंत्रित करें
- सही दिनचर्या और नींद बनाए रखें
- त्वचा को अत्यधिक गर्म या ठंडे पानी से न धोएं
घरेलू उपाय (Home Remedies for Chronic Urticaria):
- ठंडा पानी या ठंडी सिकाई (Cold Compress) – खुजली कम करने के लिए
- एलोवेरा जेल (Aloe Vera Gel) – त्वचा को ठंडक और आराम देने के लिए
- ओटमील बाथ (Oatmeal Bath) – खुजली में राहत
- नीम पानी से स्नान – संक्रमण और खुजली कम करने के लिए
- हल्दी और शहद का सेवन (Turmeric and Honey) – सूजन कम करने के लिए
- संतुलित आहार और हाइड्रेशन बनाए रखें
- गर्म-तेज मिर्च मसाले वाले भोजन से परहेज
सावधानियाँ (Precautions):
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें
- दैनिक जीवन में ट्रिगरिंग तत्वों का पता लगाकर उनसे दूरी बनाएं
- स्किन प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट करें
- धूप में अधिक समय तक रहने से बचें
- सिंथेटिक या तंग कपड़े पहनने से बचें
- खुजली करते समय त्वचा को न रगड़ें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्रश्न 1: क्या क्रॉनिक अर्टिकेरिया जानलेवा हो सकती है?
उत्तर: अधिकतर मामलों में नहीं, लेकिन यदि सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
प्रश्न 2: क्या यह छूने से फैलती है?
उत्तर: नहीं, क्रॉनिक अर्टिकेरिया संक्रामक नहीं होती।
प्रश्न 3: क्या यह पूरी तरह ठीक हो सकती है?
उत्तर: कुछ लोगों में समय के साथ ठीक हो जाती है, परंतु कुछ में यह वर्षों तक बनी रह सकती है।
प्रश्न 4: क्या अर्टिकेरिया केवल एलर्जी से होती है?
उत्तर: नहीं, इसके पीछे ऑटोइम्यून, तनाव, दवाएं और अज्ञात कारण भी हो सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion):
क्रॉनिक अर्टिकेरिया (Chronic Urticaria) एक असुविधाजनक लेकिन प्रबंधनीय त्वचा रोग है। सही निदान, ट्रिगर की पहचान, नियमित दवा और जीवनशैली में सुधार से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि लक्षण बार-बार आते हैं या गंभीर हो जाते हैं, तो त्वचा विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।