17-OH Progesterone Test क्या है? कारण, लक्षण, जांच, इलाज और सावधानियाँ

17-OH प्रोजेस्टेरोन टेस्ट (17-Hydroxyprogesterone Test) एक रक्त परीक्षण है जो अधिवृक्क ग्रंथियों (Adrenal Glands) या जननांग से संबंधित हार्मोनल असंतुलन की पहचान करने में मदद करता है। यह टेस्ट मुख्य रूप से Congenital Adrenal Hyperplasia (CAH) नामक जन्मजात हार्मोनल विकार की जांच के लिए किया जाता है। यह टेस्ट बच्चों, नवजात शिशुओं और महिलाओं में विशेष रूप से किया जाता है जिनमें हॉर्मोनल असामान्यता के लक्षण होते हैं।

17-OH प्रोजेस्टेरोन क्या होता है ? (What is 17-OH Progesterone?)

17-OH प्रोजेस्टेरोन एक स्टेरॉइड हार्मोन है जो प्रोजेस्टेरोन से बनता है और जो अंततः कोर्टिसोल (Cortisol) या एंड्रोजन (Androgens) में परिवर्तित होता है। यदि किसी व्यक्ति में 21-hydroxylase enzyme की कमी होती है, तो 17-OH प्रोजेस्टेरोन का स्तर शरीर में अत्यधिक बढ़ सकता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन उत्पन्न होता है।

17-OH प्रोजेस्टेरोन टेस्ट क्यों किया जाता है? (Why is the 17-OH Progesterone Test Done?)

  1. Congenital Adrenal Hyperplasia (CAH) की पहचान के लिए
  2. नवजात शिशुओं में जननांगों की असामान्यता की जांच के लिए
  3. स्त्रियों में अनियमित पीरियड्स या हिर्सुटिज़्म (अत्यधिक बालों की वृद्धि) के मामलों में
  4. बांझपन (Infertility) की जांच के लिए
  5. शिशुओं में समय से पहले यौवन (Precocious puberty) की स्थिति में

इसके लक्षण (Symptoms of High or Low 17-OH Progesterone Level):

उच्च स्तर (High Level) के लक्षण:

  1. जननांगों की असामान्यता (Ambiguous genitalia)
  2. हिर्सुटिज़्म (Hirsutism - महिलाओं में पुरुषों जैसे बाल)
  3. मुँहासे (Acne)
  4. अनियमित मासिक धर्म (Irregular periods)
  5. बांझपन (Infertility)
  6. मांसपेशियों का विकास (Muscle mass increase)

निम्न स्तर (Low Level) के लक्षण:

  1. थकान और कमजोरी
  2. लो ब्लड प्रेशर
  3. नमक की कमी (Hyponatremia)
  4. शरीर में बालों की कमी
  5. सुस्त विकास दर (Growth retardation)

परीक्षण कैसे किया जाता है? (How is the Test Performed?)

इस परीक्षण के लिए व्यक्ति का रक्त लिया जाता है और लैब में हार्मोन का स्तर जांचा जाता है। नवजात शिशुओं में यह टेस्ट जन्म के कुछ दिनों के भीतर किया जा सकता है। कुछ मामलों में सुबह के समय टेस्ट करवाना बेहतर होता है क्योंकि हार्मोन का स्तर दिनभर में बदलता रहता है।

17-OH प्रोजेस्टेरोन इलाज (Treatment):

  1. Congenital Adrenal Hyperplasia की स्थिति में स्टेरॉइड रिप्लेसमेंट थेरेपी (Steroid Replacement Therapy) दी जाती है।
  2. हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए नियमित मॉनिटरिंग जरूरी होती है।
  3. जिन महिलाओं में अनियमित पीरियड्स और हिर्सुटिज़्म हो, उन्हें एंटी-एंड्रोजन थेरेपी दी जा सकती है।
  4. बच्चों में समय से पहले यौवन के मामलों में उपयुक्त हॉर्मोन थेरेपी की जाती है।

17-OH प्रोजेस्टेरोन कैसे रोके (Prevention):

  1. यदि परिवार में CAH का इतिहास है तो गर्भावस्था से पहले जेनेटिक काउंसलिंग कराएं।
  2. नवजात की नियमित स्क्रीनिंग कराना आवश्यक है।
  3. स्टेरॉइड थेरेपी के दौरान डॉक्टर की निगरानी में दवा लेना जरूरी है।

घरेलू उपाय (Home Remedies):

यह एक हार्मोनल डिसऑर्डर है, इसलिए घरेलू उपाय केवल सहायक हो सकते हैं:

  1. संतुलित और पोषक आहार लें
  2. तनाव कम करें (Stress management)
  3. नियमित व्यायाम करें
  4. कैफीन और प्रोसेस्ड फूड से बचें

सावधानियाँ (Precautions):

  1. डॉक्टर द्वारा बताई गई समयावधि में ही टेस्ट कराएं
  2. रिपोर्ट को डॉक्टर से ही इंटरप्रेट करवाएं
  3. इलाज के दौरान दवाओं की डोज को खुद से ना बदलें
  4. बच्चों में यौन विकास के किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

Q1. क्या 17-OH प्रोजेस्टेरोन टेस्ट सभी के लिए जरूरी है?
A1. नहीं, यह केवल उन्हीं व्यक्तियों के लिए किया जाता है जिनमें हार्मोनल असामान्यता या CAH के लक्षण दिखाई दें।

Q2. क्या यह टेस्ट गर्भावस्था में किया जा सकता है?
A2. हां, कुछ मामलों में डॉक्टर इसे सलाह दे सकते हैं।

Q3. टेस्ट के लिए क्या फास्टिंग जरूरी है?
A3. जरूरी नहीं, लेकिन डॉक्टर के निर्देशानुसार करें।

Q4. क्या यह टेस्ट बच्चों में भी किया जाता है?
A4. हां, नवजात शिशुओं में CAH की जांच के लिए यह जरूरी है।

17-OH प्रोजेस्टेरोन कैसे पहचाने (How to Identify if You Need This Test):

  1. यदि मासिक धर्म अनियमित हो
  2. यदि अत्यधिक चेहरे या शरीर के बाल बढ़ने लगे
  3. यदि बांझपन की समस्या हो
  4. यदि बच्चों में यौन विकास जल्दी हो रहा हो
  5. नवजात शिशुओं के जननांग असामान्य दिखें

निष्कर्ष (Conclusion):

17-OH प्रोजेस्टेरोन टेस्ट एक महत्वपूर्ण जांच है जो हार्मोनल असंतुलन, विशेष रूप से Congenital Adrenal Hyperplasia की पहचान में सहायक है। सही समय पर जांच और इलाज से व्यक्ति एक सामान्य जीवन जी सकता है। यदि किसी बच्चे या स्त्री में इसके लक्षण नजर आएं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लें।


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