ADHD Diagnostic Criteria (DSM-5): एडीएचडी की जाँच और पहचान की पूरी जानकारी

ADHD यानी अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (Attention Deficit Hyperactivity Disorder) एक मानसिक विकार (Neurodevelopmental Disorder) है, जो बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकता है। यह स्थिति ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, अत्यधिक सक्रियता और आवेगपूर्ण व्यवहार से जुड़ी होती है। इसके निदान के लिए DSM-5 (Diagnostic and Statistical Manual of Mental Disorders – 5th Edition) के मापदंड (criteria) का प्रयोग किया जाता है।

ADHD Diagnostic Criteria (DSM-5) क्या होता है ? (What is ADHD?):

ADHD एक ऐसा विकास संबंधी विकार है जिसमें मस्तिष्क के कुछ हिस्सों का विकास सामान्य नहीं होता, जिससे व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने, व्यवस्थित रहने और नियंत्रित व्यवहार बनाए रखने में कठिनाई होती है।

ADHD Diagnostic Criteria (DSM-5) के कारण (Causes of ADHD):

  1. जेनेटिक कारण (Genetic Factors)
  2. मस्तिष्क संरचना और रासायनिक परिवर्तन (Brain structure and neurotransmitter imbalance)
  3. गर्भावस्था में धूम्रपान या शराब का सेवन (Smoking/alcohol use during pregnancy)
  4. कम वजन या समय से पहले जन्म (Low birth weight or premature birth)
  5. सिर में चोट लगना (Traumatic brain injury)

ADHD Diagnostic Criteria (DSM-5) के लक्षण (Symptoms of ADHD):

1. अवधान की कमी (Inattention):

  • कार्यों में ध्यान न देना
  • असावधानी से गलतियाँ करना
  • कार्यों को व्यवस्थित करने में कठिनाई
  • निर्देशों का पालन न कर पाना
  • बार-बार चीजें खो देना
  • ध्यान जल्दी भटक जाना

2. अत्यधिक सक्रियता (Hyperactivity):

  • बार-बार हाथ-पाँव हिलाना
  • कुर्सी पर स्थिर न बैठ पाना
  • बहुत अधिक बात करना
  • चुपचाप खेलों में कठिनाई

3. आवेगशीलता (Impulsivity):

  • सवाल पूरा होने से पहले जवाब देना
  • अपनी बारी का इंतजार न कर पाना
  • दूसरों की बातों में हस्तक्षेप करना

ADHD Diagnostic Criteria (DSM-5) के प्रकार (Types of ADHD):

  1. Predominantly Inattentive Presentation
  2. Predominantly Hyperactive-Impulsive Presentation
  3. Combined Presentation

DSM-5 के अनुसार ADHD का निदान (DSM-5 Diagnostic Criteria):

बच्चों के लिए:

  • कम से कम 6 लक्षण Inattention के या Hyperactivity/Impulsivity के पिछले 6 महीनों में दिखाई देने चाहिए।
  • लक्षण 12 वर्ष की उम्र से पहले शुरू होने चाहिए।
  • दो या अधिक परिस्थितियों (जैसे स्कूल, घर, सामाजिक माहौल) में लक्षण दिखाई देने चाहिए।
  • लक्षण व्यक्ति के सामाजिक, शैक्षणिक या व्यावसायिक कार्यों में हस्तक्षेप करते हों।

वयस्कों के लिए:

  • कम से कम 5 लक्षण प्रत्येक श्रेणी में।
  • कार्य प्रदर्शन में महत्वपूर्ण गिरावट होनी चाहिए।

निदान कैसे किया जाता है (How is it Diagnosed):

  1. मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन (Psychological Evaluation)
  2. अभिभावक, शिक्षक और आत्म-रिपोर्टिंग प्रश्नावली
  3. DSM-5 Diagnostic Checklist
  4. IQ परीक्षण और अन्य न्यूरोसाइकोलॉजिकल जांच

ADHD Diagnostic Criteria (DSM-5) इलाज (Treatment):

  1. औषधियाँ (Medications):

    1. स्टिमुलेंट्स (Methylphenidate, Amphetamines)
    1. नॉन-स्टिमुलेंट्स (Atomoxetine)
  2. व्यवहारिक थेरेपी (Behavioral Therapy)

  3. परिवार और शिक्षक प्रशिक्षण (Parent and Teacher Education)

  4. कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT)

इसे कैसे रोका जाए (Prevention):

ADHD को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ कदम इसके जोखिम को कम कर सकते हैं:

  • गर्भावस्था में शराब और धूम्रपान से बचाव
  • पौष्टिक आहार और उचित देखभाल
  • बचपन में सिर की चोटों से बचाव

घरेलू उपाय (Home Remedies):

  • समय पर सोना और पर्याप्त नींद लेना
  • टीवी और स्क्रीन टाइम को सीमित करना
  • एक रूटीन बनाना और पालन करना
  • ध्यान केंद्रित करने वाले खेल या गतिविधियाँ अपनाना
  • स्वस्थ आहार देना (Omega-3 युक्त)

सावधानियाँ (Precautions):

  • बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें
  • बच्चों पर अत्यधिक दबाव न डालें
  • ADHD को “शरारत” समझकर नजरअंदाज न करें
  • स्कूल में स्पेशल एजुकेशन प्लान बनवाएं

कैसे पहचानें (How to Identify ADHD):

  • क्या बच्चा बार-बार चीजें भूल जाता है?
  • क्या वह हर समय हिलता-डुलता रहता है?
  • क्या वह निर्देशों का पालन करने में असमर्थ है?
  • क्या वह सामाजिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करता है?

अगर इनमें से कई लक्षण रोज़ दिखते हैं, तो विशेषज्ञ से संपर्क करें।

FAQs:

प्रश्न 1: क्या ADHD का इलाज संभव है?
उत्तर: हाँ, इसका प्रबंधन संभव है। दवा और थेरेपी से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

प्रश्न 2: क्या यह स्थिति जीवन भर रहती है?
उत्तर: कुछ लोगों में लक्षण वयस्कता तक बने रहते हैं, लेकिन प्रबंधन से जीवन बेहतर हो सकता है।

प्रश्न 3: क्या यह बौद्धिक कमजोरी है?
उत्तर: नहीं, ADHD बौद्धिक कमजोरी नहीं है। कई बुद्धिमान बच्चों में भी यह हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

ADHD एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है। समय पर निदान और उचित प्रबंधन से व्यक्ति एक सामान्य और सफल जीवन जी सकता है। DSM-5 की सहायता से डॉक्टर इस स्थिति की सही पहचान कर सकते हैं, जिससे सटीक इलाज मिल सके।


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