Khushveer Choudhary

Biophysical Profile टेस्ट क्या है? जानिए इसके उद्देश्य, प्रक्रिया, फायदे और सावधानियाँ

Biophysical Profile (BPP) टेस्ट गर्भावस्था के दौरान भ्रूण (fetus) की सेहत और विकास का मूल्यांकन करने के लिए किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण परीक्षण है। यह एक नॉन-इनवेसिव (non-invasive) टेस्ट है जिसमें अल्ट्रासाउंड और नॉन-स्ट्रेस टेस्ट (NST) के जरिए भ्रूण की गतिविधियाँ, हृदयगति, साँस लेने की क्रियाएं, मांसपेशियों की गति और एमनियोटिक द्रव (amniotic fluid) की मात्रा का विश्लेषण किया जाता है।









Biophysical Profile टेस्ट क्या होता है ? (What is Biophysical Profile Test?)

Biophysical Profile टेस्ट एक विस्तृत अल्ट्रासाउंड आधारित जांच है जिसका उद्देश्य गर्भ में पल रहे शिशु की स्थिति और स्वास्थ्य का मूल्यांकन करना होता है। यह परीक्षण गर्भावस्था के तीसरे तिमाही (third trimester) में किया जाता है, खासकर तब जब गर्भ में शिशु की सेहत को लेकर कोई संदेह हो।

परीक्षण के मुख्य घटक (Components of the Test):

  1. Fetal Breathing Movements (भ्रूण की श्वसन गतिविधियाँ)
  2. Gross Body Movements (शरीर की बड़ी गतिविधियाँ)
  3. Fetal Tone (मांसपेशियों का स्वर)
  4. Amniotic Fluid Volume (एमनियोटिक द्रव की मात्रा)
  5. Non-Stress Test (NST) - भ्रूण की हृदय गति और उसकी प्रतिक्रिया

प्रत्येक पैरामीटर को 0 या 2 अंकों में मापा जाता है। कुल स्कोर 10 होता है। स्कोर जितना अधिक होता है, भ्रूण की स्थिति उतनी ही अच्छी मानी जाती है।

कब किया जाता है यह टेस्ट? (When is Biophysical Profile Done?)

Biophysical Profile टेस्ट आमतौर पर गर्भावस्था के 32वें से 40वें सप्ताह के बीच किया जाता है, खासकर निम्नलिखित स्थितियों में:

  • उच्च रक्तचाप (Hypertension in pregnancy)
  • मधुमेह (Gestational diabetes)
  • देरी से डिलीवरी (Post-term pregnancy)
  • भ्रूण की कम गतिविधि (Reduced fetal movement)
  • पिछले बार गर्भपात या मृत शिशु का इतिहास

Biophysical Profile टेस्ट कारण (Causes for Recommending the Test):

  • भ्रूण की हरकत कम लगना
  • प्लेसेंटा की कार्यक्षमता की चिंता
  • माँ को क्रोनिक बीमारियाँ होना (जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़)
  • पिछले गर्भ में जटिलता
  • एमनियोटिक द्रव की कमी या अधिकता

Biophysical Profile टेस्ट के लक्षण (Symptoms when Test is Recommended):

  • पेट में शिशु की गतिविधियाँ कम महसूस होना
  • अनियमित या धीमी भ्रूण की धड़कनें
  • माँ का हाई ब्लड प्रेशर या शुगर लेवल असामान्य होना
  • पूर्व प्रसव पीड़ा या जटिल गर्भावस्था का इतिहास

Biophysical Profile टेस्ट इलाज (Management Based on Result):

  • यदि स्कोर 8-10 है: शिशु स्वस्थ माना जाता है और कोई तत्काल चिकित्सा आवश्यकता नहीं होती।
  • स्कोर 6: अतिरिक्त निगरानी की जाती है, कभी-कभी 24 घंटे में दोबारा टेस्ट किया जाता है।
  • स्कोर 4 या उससे कम: प्रसव की योजना बनाई जा सकती है, विशेषकर अगर 37 सप्ताह से अधिक गर्भ हो।

Biophysical Profile टेस्ट कैसे रोके (Prevention):

Biophysical Profile टेस्ट किसी बीमारी को रोकने के लिए नहीं होता, बल्कि भ्रूण की स्थिति को समझने के लिए किया जाता है। लेकिन निम्न उपाय गर्भ में शिशु के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:

  • नियमित प्रसव पूर्व जांच कराना
  • संतुलित आहार लेना
  • डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सप्लीमेंट्स लेना
  • गर्भ में शिशु की हरकतों को मॉनिटर करना

घरेलू उपाय (Home Remedies):

Biophysical Profile टेस्ट के लिए कोई घरेलू उपाय नहीं होते, परंतु गर्भवती महिला इन बातों का ध्यान रख सकती है:

  • भरपूर पानी पीना जिससे एमनियोटिक द्रव की मात्रा बनी रहे
  • शारीरिक गतिविधियाँ (हल्की वॉक) करना
  • आराम करना और तनाव कम करना

सावधानियाँ (Precautions):

  • किसी भी असामान्य लक्षण (जैसे रक्तस्राव, पेट दर्द, शिशु की गतिविधियों में गिरावट) को नजरअंदाज न करें
  • डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें
  • अगर डॉक्टर BPP की सलाह दें तो समय पर टेस्ट करवाएं

कैसे पहचाने कि यह टेस्ट करवाना चाहिए? (How to Identify the Need for Test?)

यदि नीचे दी गई स्थितियाँ दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें:

  • पेट में लंबे समय तक शिशु की गतिविधियाँ महसूस न होना
  • शारीरिक रूप से कमजोरी और चक्कर आना
  • गर्भावस्था में कोई पूर्व समस्या हो चुकी हो
  • डॉक्टर द्वारा सुझाया गया हो

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

प्र.1: क्या Biophysical Profile टेस्ट दर्दनाक होता है?
उत्तर: नहीं, यह एक नॉन-इनवेसिव टेस्ट है और दर्द रहित होता है।

प्र.2: यह टेस्ट कितने समय में पूरा होता है?
उत्तर: लगभग 30 से 60 मिनट में यह परीक्षण पूरा हो जाता है।

प्र.3: क्या हर गर्भवती महिला को यह टेस्ट करवाना जरूरी है?
उत्तर: नहीं, केवल उन्हीं महिलाओं को यह टेस्ट करवाने की जरूरत होती है जिनकी गर्भावस्था में कुछ जटिलताएँ हो सकती हैं।

प्र.4: अगर टेस्ट का स्कोर कम आए तो क्या होगा?
उत्तर: यदि स्कोर कम आता है तो डॉक्टर प्रसव से पहले विशेष निगरानी या डिलीवरी की योजना बना सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion):

Biophysical Profile एक महत्वपूर्ण और सुरक्षित परीक्षण है जो गर्भ में शिशु की स्थिति की सटीक जानकारी देता है। यह विशेष रूप से उन गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक है जिनकी गर्भावस्था में कोई जोखिम हो। समय पर यह टेस्ट करवाना माँ और शिशु दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है।


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