Chronic Malaria : लंबे समय तक रहने वाला मलेरिया – कारण, लक्षण, इलाज और रोकथाम

Chronic Malaria यानी दीर्घकालिक मलेरिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें मलेरिया संक्रमण लंबे समय तक शरीर में बना रहता है और बार-बार लक्षण दिखाता है। यह विशेष रूप से उन क्षेत्रों में देखा जाता है जहाँ मलेरिया स्थानिक (endemic) होता है और संक्रमण का इलाज अधूरा या गलत हो जाता है।

Chronic Malaria क्या होता है ? (What is Chronic Malaria?)

जब मलेरिया का परजीवी शरीर से पूरी तरह समाप्त नहीं होता और बार-बार सक्रिय होकर लक्षण उत्पन्न करता है, तो इस स्थिति को Chronic Malaria कहा जाता है। यह Plasmodium vivax और कभी-कभी Plasmodium ovale के कारण अधिक होता है, क्योंकि ये लिवर में छिपकर दोबारा सक्रिय हो सकते हैं।

Chronic Malaria कारण (Causes of Chronic Malaria):

  1. Plasmodium vivax या P. ovale संक्रमण का अधूरा इलाज
  2. मलेरिया के इलाज में असावधानी
  3. प्रतिरोधी मलेरिया परजीवी (Drug-resistant strains)
  4. इम्यून सिस्टम की कमजोरी
  5. स्थानीय रूप से बार-बार संक्रमित होना (Reinfection)
  6. गंभीर कुपोषण

Chronic Malaria के लक्षण (Symptoms of Chronic Malaria):

  • बार-बार बुखार आना (intermittent fever with chills)
  • अत्यधिक पसीना और कमजोरी
  • सिरदर्द
  • भूख न लगना
  • वजन में कमी
  • तिल्ली (spleen) का बढ़ना
  • एनीमिया (खून की कमी)
  • शरीर में दर्द या मांसपेशियों में अकड़न
  • बार-बार मलेरिया की पुनरावृत्ति (Relapse episodes)

Chronic Malaria कैसे पहचाने (Diagnosis of Chronic Malaria):

  1. Peripheral Blood Smear (PBS): मलेरिया परजीवी की पुष्टि के लिए
  2. Rapid Diagnostic Test (RDT)
  3. PCR Test: जीन स्तर पर परजीवी की पहचान
  4. Complete Blood Count (CBC): एनीमिया और प्लेटलेट की कमी की जांच
  5. Ultrasound: Enlarged spleen या liver की पुष्टि हेतु

Chronic Malaria इलाज (Treatment of Chronic Malaria):

  1. Antimalarial Drugs:

    1. Chloroquine (यदि संवेदनशील हो)
    2. Primaquine (लिवर में छिपे हाइपोन्ज़ोइट्स को खत्म करने के लिए)
    3. Artemisinin-based combination therapy (ACT) – ड्रग-रेसिस्टेंट मामलों में
  2. Supporting Treatment:

    1. एंटीपायरेटिक्स (बुखार कम करने के लिए)
    2. आयरन और फोलिक एसिड (एनीमिया सुधारने के लिए)
    3. पर्याप्त पानी और पोषण
  3. Liver stage treatment:

    1. Primaquine हमेशा डॉक्टर की सलाह पर लें क्योंकि यह G6PD-deficiency में खतरनाक हो सकता है।

कैसे रोके Chronic Malaria को (Prevention Tips):

  • मलेरिया का पूरा और सही इलाज करवाएं
  • मच्छरदानी का उपयोग करें (especially रात में)
  • शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
  • मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट्स लगाएं
  • पानी जमा होने से रोकें (कूलर, टायर, गमले आदि में)
  • यात्रा से पहले मलेरिया प्रिवेंटिव दवाएं (Prophylaxis) लें (अगर एंडेमिक एरिया में जा रहे हों)

घरेलू उपाय (Home Remedies for Chronic Malaria):

ध्यान दें: ये उपाय केवल लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकते हैं, इलाज का विकल्प नहीं हैं

  • नीम और गिलोय का काढ़ा: रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है
  • तुलसी के पत्ते और काली मिर्च: बुखार और दर्द में राहत
  • अनार का रस: एनीमिया और कमजोरी में लाभकारी
  • पपीते के पत्तों का रस: प्लेटलेट सुधारने में सहायक (कुछ मामलों में)
  • संतुलित और पौष्टिक आहार: रोग से उबरने में सहायक

सावधानियाँ (Precautions):

  • मलेरिया की दवा बीच में बंद न करें
  • बार-बार बुखार को हल्के में न लें
  • बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों में विशेष ध्यान रखें
  • Primaquine का उपयोग करने से पहले G6PD टेस्ट अवश्य करवाएं
  • बुखार की पुनरावृत्ति होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

Q1. क्या मलेरिया क्रोनिक हो सकता है?
A: हां, खासकर Plasmodium vivax या ovale के कारण यदि इलाज अधूरा रह जाए।

Q2. क्या Chronic Malaria जानलेवा हो सकता है?
A: हां, अगर बार-बार हो और शरीर में खून की कमी या अंगों को नुकसान पहुंचाए तो यह गंभीर हो सकता है।

Q3. क्या घरेलू नुस्खों से Chronic Malaria ठीक हो सकता है?
A: नहीं, घरेलू उपाय केवल सहायक हैं। उचित एंटीमलेरियल दवाओं से इलाज आवश्यक है।

Q4. क्या मलेरिया का फिर से आना दोबारा संक्रमण है या पुराना मलेरिया?
A: दोनों संभावनाएं हो सकती हैं – Relapse (लिवर में छिपे परजीवी के कारण) या Reinfection (फिर से मच्छर काटने के कारण)।

Q5. Chronic Malaria की पुष्टि कैसे होती है?
A: लगातार बुखार और रक्त परीक्षण जैसे Peripheral smear, RDT, और PCR से पुष्टि होती है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Chronic Malaria एक ऐसा संक्रमण है जो अधूरे इलाज या कमजोर प्रतिरक्षा के कारण बार-बार वापस आ सकता है। इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। सही समय पर निदान, पूरा इलाज और मच्छर से बचाव ही इस रोग से बचाव के मुख्य उपाय हैं। यदि आपको बार-बार बुखार हो रहा है, तो मलेरिया की जांच जरूर करवाएं और इलाज में लापरवाही न करें।


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