Chronic Pseudomembranous Colitis बार-बार होने वाला आंतों का संक्रमण – कारण, लक्षण और इलाज

Chronic Pseudomembranous Colitis यानी क्रोनिक स्यूडोमेब्रेनस कोलाइटिस एक गंभीर आंतों की बीमारी है, जिसमें कोलन (बड़ी आंत) की अंदरूनी सतह पर कृत्रिम झिल्ली (pseudomembrane) जैसी परतें बन जाती हैं। यह Clostridioides difficile (C. diff) नामक बैक्टीरिया के कारण होता है और आमतौर पर लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाएं लेने के बाद उत्पन्न होता है। जब यह समस्या बार-बार होती है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो इसे क्रोनिक कहा जाता है।

Chronic Pseudomembranous Colitis क्या होता है ( What is Chronic Pseudomembranous Colitis)?

यह एक दीर्घकालिक आंतों का संक्रमण है जिसमें C. difficile द्वारा बनाए गए टॉक्सिन्स कोलन की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे सूजन, घाव, और झिल्ली जैसी पीली परतें बन जाती हैं। यह स्थिति बार-बार दस्त, पेट दर्द और बुखार का कारण बनती है और बिना इलाज के यह जानलेवा भी हो सकती है।

Chronic Pseudomembranous Colitis कारण (Causes of Chronic Pseudomembranous Colitis):

  1. लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन (जैसे Clindamycin, Cephalosporins, Fluoroquinolones)
  2. बार-बार अस्पताल में भर्ती होना या ICU में रहना
  3. बुजुर्ग या कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति
  4. Chemotherapy या Organ Transplant के बाद
  5. Proton Pump Inhibitors (PPI) का अत्यधिक प्रयोग
  6. C. difficile संक्रमण का बार-बार होना
  7. आंतों की पूर्ववर्ती बीमारी (जैसे IBD)

Chronic Pseudomembranous Colitis के लक्षण (Symptoms of Chronic Pseudomembranous Colitis):

  • बार-बार पानी जैसे दस्त (Day में कई बार)
  • मल में म्यूकस या खून
  • पेट में मरोड़ और ऐंठन
  • बुखार
  • मतली या उल्टी
  • भूख में कमी
  • थकान और निर्जलीकरण
  • वजन में कमी
  • गंभीर मामलों में – पेट फूलना, टॉक्सिक मेगाकोलन या सेप्सिस

Chronic Pseudomembranous Colitis कैसे पहचाने (Diagnosis of Chronic Pseudomembranous Colitis):

  1. Stool Test (मल परीक्षण):

    1. C. difficile toxins A और B की जांच
    2. PCR (Polymerase Chain Reaction) – जीन की पहचान
  2. Colonoscopy या Sigmoidoscopy:

    1. कोलन में स्यूडोमेब्रेन दिखाने के लिए
  3. CT scan of Abdomen:

    1. सूजन और गंभीरता को जानने हेतु
  4. Blood tests:

    1. WBC की अधिकता, इलेक्ट्रोलाइट्स, एल्बुमिन स्तर की जांच

Chronic Pseudomembranous Colitis इलाज (Treatment of Chronic Pseudomembranous Colitis):

  1. C. difficile संक्रमण के लिए दवाएं:

    1. Vancomycin (oral)
    1. Fidaxomicin
    1. Metronidazole (हल्के मामलों में)
  2. Probiotics:

    1. अच्छे बैक्टीरिया को वापस लाने के लिए
  3. पुनरावर्ती मामलों में (Recurrent cases):

    1. Fecal Microbiota Transplant (FMT) – हेल्दी व्यक्ति के मल से बैक्टीरिया ट्रांसप्लांट किया जाता है
  4. Supportive therapy:

    1. ORS और तरल पदार्थ
    1. पोषण संतुलन बनाए रखना
  5. PPI (Proton Pump Inhibitors) बंद करना अगर जरूरी न हो

कैसे रोके Chronic Pseudomembranous Colitis को (Prevention Tips):

  • डॉक्टर के निर्देश अनुसार ही एंटीबायोटिक लें
  • अनावश्यक दवाओं से बचें
  • अस्पताल या क्लिनिक में साफ-सफाई का ध्यान रखें
  • दस्त होने पर तुरंत परीक्षण करवाएं
  • C. difficile पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क से बचें
  • नियमित रूप से हाथ धोएं और सैनिटाइज़ करें
  • भोजन और पानी की स्वच्छता बनाए रखें

घरेलू उपाय (Home Remedies – सिर्फ सहायक रूप में):

डॉक्टर के इलाज के साथ ही उपयोग करें:

  • दही या प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ – अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाते हैं
  • हल्का सुपाच्य भोजन (जैसे मूंग की खिचड़ी)
  • नारियल पानी और ORS – इलेक्ट्रोलाइट्स बनाए रखने के लिए
  • अदरक का पानी – मतली और पेट दर्द में राहत
  • हल्दी दूध (कम मात्रा में) – सूजन कम करने के लिए

सावधानियाँ (Precautions):

  • किसी भी एंटीबायोटिक का बार-बार प्रयोग न करें
  • संक्रमण दोबारा हो तो उसी दिन डॉक्टर से संपर्क करें
  • बिना परामर्श प्रोबायोटिक या सप्लीमेंट्स न लें
  • संक्रमण की स्थिति में स्वच्छता और अलग शौचालय का उपयोग करें
  • गंभीर लक्षणों (जैसे खून वाले दस्त या बुखार) को नजरअंदाज न करें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

Q1. क्या Chronic Pseudomembranous Colitis जानलेवा हो सकता है?
A: हां, यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह टॉक्सिक मेगाकोलन या सेप्सिस का कारण बन सकता है।

Q2. क्या यह बीमारी दूसरों में फैल सकती है?
A: हां, यह संक्रमण fecal-oral route से फैल सकता है, इसलिए साफ-सफाई जरूरी है।

Q3. क्या यह बार-बार हो सकता है?
A: हां, C. difficile संक्रमण पुनरावृत्ति की प्रवृत्ति रखता है। कुछ मामलों में FMT की जरूरत पड़ती है।

Q4. क्या इसका इलाज घर पर संभव है?
A: केवल हल्के मामलों में डॉक्टर की सलाह पर घरेलू देखभाल की जा सकती है। मध्यम या गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती जरूरी हो सकता है।

Q5. क्या बच्चों या बुजुर्गों को अधिक खतरा होता है?
A: हां, इम्यून कमजोर, बुजुर्ग, और अस्पताल में भर्ती मरीजों को यह बीमारी अधिक प्रभावित करती है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Chronic Pseudomembranous Colitis एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य संक्रमण है। समय पर पहचान, एंटीबायोटिक का सही इस्तेमाल, प्रोबायोटिक्स, और स्वच्छता से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपको लंबे समय तक दस्त, बुखार और कमजोरी हो रही है, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श करें।


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