जन्मजात लांग क्यूटी सिंड्रोम (Congenital Long QT Syndrome - LQTS) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर हृदय विकार (heart disorder) है, जो हृदय की विद्युत प्रणाली को प्रभावित करता है। इसमें ECG (Electrocardiogram) में "QT interval" सामान्य से लंबा होता है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है और जानलेवा हो सकती है।
यह स्थिति जन्म से ही मौजूद होती है और जेनेटिक म्यूटेशन (Genetic Mutation) के कारण होती है।
Congenital Long QT Syndrome क्या होता है ( What is Congenital Long QT Syndrome)?
LQTS एक प्रकार की हार्ट रिदम डिसऑर्डर (Arrhythmia) है जिसमें दिल की धड़कन बहुत तेज़ या अनियमित हो सकती है। इसका नाम ECG पर दिखाई देने वाले "QT interval" से लिया गया है, जो कि दिल की इलेक्ट्रिकल रिकवरी को दर्शाता है।
Congenital Long QT Syndrome कारण (Causes of Congenital Long QT Syndrome)
- जेनेटिक म्यूटेशन (Genetic Mutation):
- KCNQ1, KCNH2, और SCN5A जैसे जीन में बदलाव
- ऑटोसोमल डोमिनेंट विरासत (Autosomal Dominant Inheritance - Romano-Ward Syndrome)
- ऑटोसोमल रिसेसिव विरासत (Autosomal Recessive - Jervell and Lange-Nielsen Syndrome)
- इस प्रकार में LQTS के साथ बहरापन भी होता है।
- फैमिली हिस्ट्री में LQTS का होना
Congenital Long QT Syndrome लक्षण (Symptoms of Congenital Long QT Syndrome)
कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं:
- अचानक बेहोश होना (Sudden fainting)
- तेज़ या अनियमित दिल की धड़कन (Palpitations)
- झटके या दौरे (Seizures)
- दिल की धड़कन के दौरान चक्कर आना
- अचानक कार्डियक अरेस्ट (Sudden cardiac arrest)
- शारीरिक गतिविधि या तनाव के दौरान लक्षण बढ़ सकते हैं
Congenital Long QT Syndrome कैसे पहचाने (Diagnosis of LQTS)
- Electrocardiogram (ECG) – QT interval की लंबाई का पता चलता है
- Exercise Stress Test – व्यायाम के दौरान ECG
- Holter Monitoring – 24 घंटे तक ECG रिकॉर्डिंग
- Genetic Testing – जीन में म्यूटेशन का पता लगाने के लिए
- परिवार के अन्य सदस्यों की जांच – फैमिली हिस्ट्री के कारण
Congenital Long QT Syndrome इलाज (Treatment of Congenital Long QT Syndrome)
इलाज का उद्देश्य दिल की धड़कन को स्थिर रखना और अचानक मृत्यु के खतरे को कम करना है:
- Beta-blocker दवाएं – जैसे Propranolol या Nadolol
- Implantable Cardioverter-Defibrillator (ICD) – हृदय की घातक अनियमित धड़कनों को रोकने के लिए
- Pacemaker – कुछ मामलों में
- Left Cardiac Sympathetic Denervation (LCSD) – सर्जरी जिसमें दिल की कुछ नसों को काटा जाता है
- सख्त गतिविधियों से बचाव – खेल या तनावपूर्ण गतिविधियाँ
रोकथाम (Prevention Tips)
- Emotional या Physical stress से बचें
- कुछ दवाओं से परहेज़ करें (जैसे कुछ एंटीबायोटिक्स, एंटीहिस्टामिन, एंटीपсихोटिक)
- दवाएं नियमित रूप से लें
- परिवार के सभी सदस्यों की जांच कराएं
- ECG की नियमित जांच
घरेलू उपाय (Home Remedies)
नोट: यह एक मेडिकल स्थिति है जिसका घरेलू इलाज नहीं है, लेकिन सहयोगी उपायों से मदद मिल सकती है:
- तनाव कम करने के लिए योग या मेडिटेशन
- कैफीन या एनर्जी ड्रिंक्स से परहेज़
- नींद पूरी लेना
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें
सावधानियाँ (Precautions)
- शारीरिक मेहनत वाली गतिविधियाँ सीमित करें
- गर्मी या डिहाइड्रेशन से बचें
- इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ (जैसे ICD) होने पर चुंबकीय क्षेत्र से बचाव
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा या सप्लीमेंट न लें
- यात्रा या आपात स्थिति में मेडिकल ID पहनें
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्र. 1: क्या Long QT Syndrome जानलेवा है?
उत्तर: हाँ, यह जानलेवा हो सकता है यदि समय पर निदान और इलाज न हो।
प्र. 2: क्या बच्चे में इसके लक्षण जन्म के समय दिखते हैं?
उत्तर: नहीं, कई बार लक्षण बड़े होने तक नहीं दिखते, लेकिन ECG से पहचान की जा सकती है।
प्र. 3: क्या इसका इलाज संभव है?
उत्तर: जी हाँ, इलाज से लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है और जोखिम को कम किया जा सकता है।
प्र. 4: क्या ये अनुवांशिक बीमारी है?
उत्तर: हाँ, यह जेनेटिक (वांशिक) बीमारी है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चल सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Congenital Long QT Syndrome (LQTS) एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय हृदय विकार है। समय पर जांच, सही इलाज और सावधानियाँ अपनाकर मरीज सामान्य जीवन जी सकता है। अगर परिवार में किसी को यह रोग है, तो बाकी सदस्यों की भी जांच कराना जरूरी है।