Contagious Keratoconjunctivitis: कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय और सावधानियाँ

Contagious Keratoconjunctivitis, जिसे हिंदी में संक्रामक केरेटोकंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है, एक तीव्र और संक्रामक आंखों का संक्रमण (acute and contagious eye infection) है। यह बीमारी मुख्य रूप से पशुओं विशेष रूप से गाय, भैंस, भेड़ और बकरियों में पाई जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह मानवों में भी फैल सकती है। यह रोग आंखों की कॉर्निया (cornea) और कंजंक्टिवा (conjunctiva) को प्रभावित करता है और आंखों में लालपन, पानी आना और सूजन जैसे लक्षण उत्पन्न करता है।









Contagious Keratoconjunctivitis क्या होता है  (What is Contagious Keratoconjunctivitis in Hindi)

यह एक संक्रामक नेत्र रोग है जो आंखों की सतह (कॉर्निया और कंजंक्टिवा) में सूजन और जलन उत्पन्न करता है। यह रोग आमतौर पर बैक्टीरिया (bacteria), वायरस (viruses) या पर्यावरणीय कारणों से फैलता है। पशुओं में इसे Pink Eye या Infectious Bovine Keratoconjunctivitis भी कहा जाता है।

Contagious Keratoconjunctivitis कारण (Causes of Contagious Keratoconjunctivitis)

  1. Moraxella bovis नामक बैक्टीरिया (मुख्य कारण पशुओं में)
  2. Chlamydia spp., Mycoplasma spp., और Neisseria spp.
  3. वायरल संक्रमण जैसे: Herpesvirus या Adenovirus
  4. धूल, हवा, कीड़े या चोट के कारण संक्रमण
  5. संक्रमित जानवर या व्यक्ति से सीधा संपर्क

Contagious Keratoconjunctivitis के लक्षण (Symptoms of Contagious Keratoconjunctivitis)

  1. आंखों में तेज़ लालिमा (Redness)
  2. आंखों से पानी या मवाद (Watery or purulent discharge)
  3. आंखों की सूजन (Swelling)
  4. धुंधला दिखाई देना (Blurred vision)
  5. आंखों में तेज दर्द या जलन (Pain or burning sensation)
  6. आंखें बंद रखना या फोटोफोबिया (Photophobia) – तेज रोशनी से परेशानी
  7. कॉर्निया में अल्सर या धब्बे (Corneal ulcer or opacity)

Contagious Keratoconjunctivitis कैसे पहचाने (Diagnosis of Contagious Keratoconjunctivitis)

  1. नेत्र रोग विशेषज्ञ की जांच (Clinical eye examination)
  2. फ्लुओरेसिन डाई टेस्ट (Fluorescein dye test) – कॉर्नियल अल्सर की पहचान
  3. क्लिनिकल हिस्ट्री और संपर्क ट्रेसिंग
  4. कंजंक्टिवल स्वैब कल्चर (Conjunctival swab culture) – बैक्टीरिया की पहचान के लिए
  5. PCR टेस्ट (अगर वायरस संदिग्ध हो)

Contagious Keratoconjunctivitis इलाज (Treatment of Contagious Keratoconjunctivitis)

  1. एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स या मलहम (Antibiotic eye drops/ointments) – जैसे Chloramphenicol, Oxytetracycline
  2. एंटीवायरल दवाएं – अगर वायरल संक्रमण हो
  3. आई लुब्रिकेंट्स – जलन और सूखापन कम करने के लिए
  4. दर्द निवारक दवाएं (Painkillers) – जैसे पेरासिटामोल
  5. संक्रमित जानवरों/व्यक्तियों को अलग करना
  6. गंभीर मामलों में कॉर्नियल अल्सर के इलाज हेतु सर्जरी या विशेष दवाएं

Contagious Keratoconjunctivitis कैसे रोके (Prevention of Contagious Keratoconjunctivitis)

  1. संक्रमित व्यक्ति या पशु से सीधा संपर्क टालें
  2. व्यक्तिगत हाइजीन बनाए रखें, आंखों को बार-बार न छुएं
  3. आंखों की साफ-सफाई और सुरक्षा उपाय अपनाएं
  4. पशुओं को धूल और मक्खियों से बचाने के लिए फेस मास्क या कीटरोधी उपाय
  5. समय पर पशुओं का टीकाकरण और उपचार
  6. संक्रमित पशुओं को अलग करके रखें

घरेलू उपाय (Home Remedies for Contagious Keratoconjunctivitis)

घरेलू उपाय केवल हल्के लक्षणों में सहायक हो सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।

  1. गुलाब जल (Rose water) – आंखों को धोने के लिए
  2. त्रिफला जल – प्राकृतिक एंटीसेप्टिक के रूप में
  3. एलोवेरा का जेल – जलन कम करने में सहायक
  4. गुनगुने पानी की पट्टी (Warm compress) – सूजन और दर्द में राहत
  5. धूल और तेज़ रोशनी से आंखों की सुरक्षा

सावधानियाँ (Precautions for Contagious Keratoconjunctivitis)

  1. संक्रमित आंख को न छुएं या रगड़ें नहीं
  2. साफ रूमाल या टिशू का ही प्रयोग करें
  3. आंखों में आई ड्रॉप डालने से पहले हाथ धोएं
  4. दूसरों के तौलिया, तकिया या चश्मा इस्तेमाल न करें
  5. पशुपालन या पशु चिकित्सा करते समय दस्ताने और चश्मा पहनें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या Contagious Keratoconjunctivitis जानवरों से इंसानों में फैलता है?
A1. हां, कुछ मामलों में यह संक्रमण जानवरों से इंसानों में फैल सकता है।

Q2. यह बीमारी कितने दिनों में ठीक हो जाती है?
A2. हल्के मामलों में 5-7 दिनों में और गंभीर मामलों में 2-3 हफ्तों तक लग सकते हैं।

Q3. क्या घरेलू इलाज से यह ठीक हो सकता है?
A3. केवल हल्के मामलों में कुछ राहत मिल सकती है, परंतु डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

Q4. क्या यह बीमारी बार-बार हो सकती है?
A4. यदि सावधानी न बरती जाए तो पुनः संक्रमण संभव है।

Q5. क्या यह आंखों की रोशनी को प्रभावित कर सकती है?
A5. हां, अगर इलाज में देर हो तो कॉर्निया को नुकसान हो सकता है, जिससे दृष्टि पर असर पड़ सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Contagious Keratoconjunctivitis (संक्रामक केरेटोकंजंक्टिवाइटिस) एक गंभीर लेकिन बचाव योग्य और इलाज योग्य आंखों का संक्रमण है। यह बीमारी यदि समय पर पहचानी जाए और उचित इलाज किया जाए, तो जटिलताओं से बचा जा सकता है। पशुपालकों, पशु चिकित्सकों और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।


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