Allergy to Shellfish कारण, लक्षण, उपचार और बचाव के उपाय

शेलफिश एलर्जी (Allergy to Shellfish) एक सामान्य लेकिन गंभीर प्रकार की फूड एलर्जी है जो झींगा (shrimp), केकड़ा (crab), लॉबस्टर (lobster) जैसी समुद्री जीवों से हो सकती है। यह एलर्जी तब होती है जब शरीर का इम्यून सिस्टम शेलफिश में पाए जाने वाले प्रोटीन को हानिकारक समझ लेता है और उस पर प्रतिक्रिया देता है।

शेलफिश एलर्जी क्या होता है  (What is Shellfish Allergy):

शेलफिश एलर्जी एक प्रकार की इम्यून प्रतिक्रिया है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में शेलफिश खाने या छूने से एलर्जिक प्रतिक्रिया (allergic reaction) शुरू हो जाती है। यह हल्की खुजली से लेकर गंभीर एनेफिलेक्सिस (anaphylaxis) तक हो सकती है, जो जानलेवा स्थिति बन सकती है।

शेलफिश एलर्जी कारण (Causes of Shellfish Allergy):

  1. शरीर का इम्यून सिस्टम ट्रोपोमायोसिन (tropomyosin) नामक प्रोटीन को हानिकारक समझता है।
  2. आनुवंशिकता (Genetics) – परिवार में एलर्जी का इतिहास होना।
  3. बार-बार शेलफिश के संपर्क में आना।
  4. अन्य एलर्जी जैसे डस्ट या पोलन एलर्जी होना।

शेलफिश एलर्जी के लक्षण (Symptoms of Shellfish Allergy):

  1. त्वचा पर चकत्ते (Hives)
  2. खुजली और सूजन (Itching and Swelling)
  3. होंठ, जीभ या गले की सूजन
  4. पेट दर्द, उल्टी, दस्त
  5. साँस लेने में दिक्कत (Breathing difficulty)
  6. चक्कर आना या बेहोशी
  7. एनेफिलेक्सिस (Anaphylaxis)

निदान कैसे करें (Diagnosis):

  1. एलर्जी स्किन टेस्ट (Allergy Skin Test)
  2. ब्लड टेस्ट (IgE Antibody Test)
  3. फूड चैलेंज टेस्ट (Oral Food Challenge) – डॉक्टर की निगरानी में किया जाता है।

शेलफिश एलर्जी इलाज (Treatment of Shellfish Allergy):

  1. एंटीहिस्टामाइन (Antihistamines) – हल्के लक्षणों के लिए।
  2. एपिनेफ्रीन (Epinephrine Injection - EpiPen) – गंभीर एलर्जी के लिए।
  3. आपातकालीन मेडिकल सहायता लेना।

शेलफिश एलर्जी कैसे रोके (Prevention Tips):

  1. शेलफिश से पूरी तरह परहेज़ करें।
  2. बाहर खाने से पहले सामग्री की पुष्टि करें।
  3. रेस्टोरेंट में शेलफिश एलर्जी की जानकारी दें।
  4. लेबल पढ़कर ही पैक्ड फूड लें।
  5. एपिनेफ्रीन इंजेक्शन साथ रखें।

घरेलू उपाय (Home Remedies):

(ध्यान दें: ये उपाय एलर्जी को ठीक नहीं करते, केवल हल्के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकते हैं)

  1. हल्दी वाला दूध (Turmeric milk) – सूजन और खुजली में राहत।
  2. तुलसी का अर्क (Basil extract) – त्वचा पर लगाने से खुजली में आराम।
  3. एलोवेरा जेल (Aloe vera gel) – त्वचा पर लगाने से जलन कम होती है।

सावधानियाँ (Precautions):

  1. भोजन के लेबल ध्यान से पढ़ें।
  2. क्रॉस-कंटैमिनेशन से बचें।
  3. एलर्जी ब्रेसलेट पहनें।
  4. यात्रा के दौरान आवश्यक दवाएं साथ रखें।
  5. बच्चों को स्कूल में एलर्जी की जानकारी दें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

प्र.1: क्या शेलफिश एलर्जी ठीक हो सकती है?
उत्तर: नहीं, शेलफिश एलर्जी आमतौर पर जीवनभर बनी रहती है। केवल परहेज़ ही उपाय है।

प्र.2: क्या मछली और शेलफिश एलर्जी एक ही होती है?
उत्तर: नहीं, मछली और शेलफिश अलग-अलग एलर्जी होती हैं।

प्र.3: क्या केवल शेलफिश को छूने से भी एलर्जी हो सकती है?
उत्तर: हां, कुछ लोगों को केवल शेलफिश के संपर्क में आने से भी प्रतिक्रिया हो सकती है।

प्र.4: क्या पकाए हुए शेलफिश से एलर्जी नहीं होती?
उत्तर: नहीं, पकाने के बाद भी एलर्जी हो सकती है क्योंकि प्रोटीन खत्म नहीं होते।

कैसे पहचाने (How to Recognize):

अगर शेलफिश खाने या संपर्क में आने के कुछ ही मिनटों से लेकर एक घंटे के अंदर त्वचा, साँस या पाचन संबंधी लक्षण दिखें तो यह शेलफिश एलर्जी हो सकती है। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

निष्कर्ष (Conclusion):

शेलफिश एलर्जी एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन उचित परहेज़, सतर्कता और जानकारी से इससे सुरक्षित रहा जा सकता है। यदि आपको या आपके परिवार में किसी को यह एलर्जी है, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लें और आवश्यक एहतियात बरतें।


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