Continuous Renal Replacement Therapy : क्या है, कब दी जाती है, दुष्प्रभाव, सावधानियाँ, रोकथाम और जानकारी

Continuous Renal Replacement Therapy (CRRT) एक प्रकार की किडनी डायलिसिस थैरेपी है जो गम्भीर रूप से बीमार, एक्यूट किडनी फेलियर (Acute Kidney Failure) वाले मरीजों के लिए ICU में प्रयोग की जाती है। यह इलाज खासतौर पर उन मरीजों के लिए होता है जिनकी स्थिति इतनी नाज़ुक होती है कि वे सामान्य हेमोडायलिसिस (Hemodialysis) नहीं सह सकते।CRRT लगातार 24 घंटे तक चलती है और धीरे-धीरे रक्त से अपशिष्ट पदार्थ, अतिरिक्त तरल और टॉक्सिन्स को हटाने में मदद करती है। इसे ICU में मॉनिटर किया जाता है और विशेष मशीनों की सहायता से किया जाता है।









Continuous Renal Replacement Therapy क्या होता है  (What is CRRT in Hindi)

यह एक धीमी और लगातार चलने वाली डायलिसिस प्रक्रिया है, जो ICU में गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए किडनी की कार्यक्षमता को अस्थायी रूप से बदलने हेतु की जाती है। इसमें मरीज के रक्त को मशीन के ज़रिए फिल्टर कर वापस शरीर में भेजा जाता है। यह प्रक्रिया धीमी गति से होती है ताकि ब्लड प्रेशर स्थिर रहे।

Continuous Renal Replacement Therapy क्यों की जाती है? (Why is Continuous Renal Replacement Therapy Given?)

  1. एक्यूट किडनी फेलियर (AKI) वाले मरीजों में
  2. हेमोडायनामिकली अनस्टेबल मरीज (unstable blood pressure)
  3. जब सामान्य डायलिसिस से ब्लड प्रेशर बहुत गिरता है
  4. गंभीर सेप्सिस, मल्टी-ऑर्गन फेलियर या ICU के मरीजों में
  5. फ्लूड ओवरलोड (fluid overload) को नियंत्रित करने हेतु

Continuous Renal Replacement Therapy के दुष्प्रभाव (Side Effects of Continuous Renal Replacement Therapy in Hindi)

  1. हाइपोटेंशन (Low Blood Pressure)
    धीरे-धीरे फ्लूड हटाने के बावजूद कुछ मरीजों में ब्लड प्रेशर गिर सकता है।

  2. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन (Electrolyte Imbalance)
    जैसे:

    1. हाइपोकैल्सीमिया (Hypocalcemia)
    1. हाइपोफॉस्फेटेमिया (Hypophosphatemia)
    1. हाइपोकैलेमिया (Hypokalemia)
  3. ब्लीडिंग (Bleeding)
    रक्त पतला करने की दवाएं (Anticoagulants) CRRT में उपयोग होती हैं जिससे ब्लीडिंग का खतरा होता है।

  4. संक्रमण (Infection)
    कैथेटर या डिवाइस की वजह से संक्रमण का खतरा।

  5. हाइपोथर्मिया (Hypothermia)
    शरीर का तापमान कम होना क्योंकि रक्त मशीन से होकर गुजरता है।

  6. थ्रोम्बोसिस (Thrombosis)
    मशीन या कैथेटर में रक्त के थक्के बनने की संभावना।

  7. दवाओं की खपत में गड़बड़ी (Altered Drug Clearance)
    CRRT के दौरान कुछ दवाएं अधिक या कम हो सकती हैं जिससे उनका असर बदल सकता है।

Continuous Renal Replacement Therapy कैसे पहचाने (Diagnosis/Monitoring During CRRT)

  1. ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट की मॉनिटरिंग
  2. इलेक्ट्रोलाइट लेवल्स की रेगुलर जांच (Na+, K+, Ca2+, PO4)
  3. रक्त में यूरिया और क्रिएटिनिन स्तर की जाँच
  4. कैथेटर साइट का निरीक्षण संक्रमण के लिए
  5. यूरेन आउटपुट और फ्लूइड बैलेंस की निगरानी

Continuous Renal Replacement Therapy इलाज या प्रबंधन (Management of Side Effects of CRRT)

  1. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन को IV सप्लीमेंट से संतुलित करना
  2. संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स और कैथेटर चेंज
  3. ब्लीडिंग में एंटीकोआगुलेंट की मात्रा कम करना
  4. थ्रोम्बोसिस में हिपारिन या कैथेटर रोटेशन
  5. तापमान कम होने पर शरीर को गर्म रखने के उपाय

Continuous Renal Replacement Therapy कैसे रोके (Prevention of CRRT Side Effects)

  1. सही और नियमित मॉनिटरिंग (labs, vitals)
  2. Sterile टेक्निक से कैथेटर का रखरखाव
  3. संतुलित फ्लूइड और दवा मैनेजमेंट
  4. इलेक्ट्रोलाइट लेवल्स को लगातार मॉनिटर करना
  5. एंटीकोआगुलेंट्स का नियंत्रित उपयोग

घरेलू उपाय (Home Remedies for Recovery After CRRT)

ध्यान दें: CRRT ICU में दी जाती है और घरेलू उपाय केवल रिकवरी के समय सहायक हो सकते हैं।

  1. तरल सेवन का संतुलन – डॉक्टर द्वारा सुझाई गई मात्रा में पानी या लिक्विड लें।
  2. इलेक्ट्रोलाइट रिच डाइट – जैसे नारियल पानी, केला, दही
  3. प्रोटीन और ऊर्जा युक्त आहार
  4. आराम और नींद पूरी करें
  5. डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का नियमित सेवन

सावधानियाँ (Precautions During or After CRRT)

  1. ब्लड प्रेशर और यूरिन आउटपुट पर नजर रखें
  2. वजन बढ़ना या सूजन हो तो तुरंत डॉक्टर को बताएं
  3. कैथेटर साइट की साफ-सफाई बनाए रखें
  4. नियमित रूप से फॉलोअप करें
  5. डॉक्टर से पूछकर ही डाइट और दवाएं बदलें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या CRRT सभी किडनी फेलियर मरीजों को दी जाती है?
A1. नहीं, केवल गंभीर और ICU में भर्ती मरीजों को दी जाती है, जो पारंपरिक डायलिसिस सहन नहीं कर सकते।

Q2. क्या CRRT का कोई स्थायी दुष्प्रभाव होता है?
A2. आमतौर पर नहीं, लेकिन लंबे समय तक चलने पर संक्रमण, इलेक्ट्रोलाइट गड़बड़ी आदि हो सकते हैं।

Q3. क्या मरीज को CRRT के बाद नियमित डायलिसिस की ज़रूरत होती है?
A3. यह मरीज की किडनी रिकवरी पर निर्भर करता है।

Q4. क्या CRRT जानलेवा हो सकती है?
A4. स्वयं CRRT जानलेवा नहीं है, लेकिन इसका उपयोग गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए होता है, जिनकी हालत पहले से गंभीर होती है।

Q5. क्या CRRT महंगी होती है?
A5. हां, यह ICU में दी जाती है और निरंतर चलती है, इसलिए लागत सामान्य डायलिसिस से अधिक होती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Continuous Renal Replacement Therapy (CRRT) एक जीवन रक्षक तकनीक है जो गम्भीर रूप से बीमार मरीजों में किडनी की कार्यक्षमता को अस्थायी रूप से संभालती है। इसके दौरान कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, लेकिन समय पर निगरानी, सही प्रबंधन और सावधानियों से इन्हें काफी हद तक रोका जा सकता है। CRRT के दौरान और बाद में, डॉक्टर के दिशा-निर्देशों का पालन करना और नियमित जांच कराना बेहद आवश्यक है।


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