Convulsions कारण, लक्षण, इलाज, सावधानियाँ और पूरी जानकारी

Convulsions जिसे हिंदी में दौरे या कंपकंपी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के शरीर की मांसपेशियाँ अचानक और अनियंत्रित रूप से सिकुड़ने लगती हैं। यह आमतौर पर मस्तिष्क की असामान्य विद्युत गतिविधि के कारण होता है और यह मिर्गी (Epilepsy), बुखार, या अन्य तंत्रिका संबंधी विकारों का लक्षण हो सकता है।

Convulsion क्या होता है ? (What is Convulsion?)

Convulsion का मतलब है शरीर में अचानक और अनियंत्रित झटकों का आना, जिसमें व्यक्ति चेतना खो सकता है, शरीर कांपने लगता है, और मांसपेशियाँ सख्त या लचीली हो सकती हैं। यह मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में असंतुलन के कारण होता है और यह एक या कई बार हो सकता है।

Convulsions के प्रकार (Types of Convulsions)

  1. Generalized Convulsions (सामान्य दौरे) – पूरे शरीर में झटके, चेतना की कमी।
  2. Focal Convulsions (स्थानीय दौरे) – शरीर के किसी एक भाग में झटके।
  3. Febrile Convulsions (बुखार से संबंधित दौरे) – बच्चों में तेज बुखार के दौरान।
  4. Tonic-Clonic Seizures (टॉनिक-क्लॉनिक दौरे) – मांसपेशियों की कठोरता और तेज झटकों का मिश्रण।

Convulsions के कारण (Causes of Convulsions)

  1. मिर्गी (Epilepsy)
  2. तेज बुखार (High Fever) – खासकर बच्चों में (Febrile Seizures)
  3. मस्तिष्क की चोट (Head Injury)
  4. मस्तिष्क में ट्यूमर या संक्रमण (Brain Tumor or Infection)
  5. ब्लड शुगर का अत्यधिक गिरना या बढ़ना (Low/High Blood Sugar)
  6. ऑक्सीजन की कमी (Lack of Oxygen)
  7. दवाओं या जहर का प्रभाव (Drug Overdose or Poisoning)
  8. ब्रेन स्ट्रोक (Stroke)
  9. नवजात में जन्म के समय की कठिनाइयाँ (Birth Trauma in Newborns)

Convulsions के लक्षण (Symptoms of Convulsions)

  1. शरीर में अचानक झटके (Sudden Body Jerks)
  2. अचेत हो जाना (Loss of Consciousness)
  3. आंखों का ऊपर चढ़ जाना (Eyes Rolling Upward)
  4. दांत भींचना या झाग आना (Clenched Teeth or Frothing at Mouth)
  5. मूत्र या मल त्याग पर नियंत्रण न रहना (Loss of Bowel/Bladder Control)
  6. सांस लेने में कठिनाई (Breathing Difficulty)
  7. दौरे के बाद थकान और भ्रम (Fatigue and Confusion after Seizure)

Convulsions की पहचान कैसे करें (How to Identify Convulsions)

  1. अचानक व्यक्ति गिर जाए और झटके आने लगें।
  2. प्रतिक्रिया बंद हो जाए या आँखें पलट जाएं।
  3. मुंह से झाग या दांतों की चबचबाहट हो।
  4. दौरे के बाद व्यक्ति थका या भ्रमित लगे।

Convulsions का निदान (Diagnosis of Convulsions)

  1. मेडिकल हिस्ट्री और विवरण (History & Description of Episodes)
  2. EEG (Electroencephalogram) – मस्तिष्क की विद्युत गतिविधियों की जाँच।
  3. MRI/CT स्कैन – मस्तिष्क की संरचना की जाँच।
  4. ब्लड टेस्ट – संक्रमण, इलेक्ट्रोलाइट्स, शुगर लेवल आदि।
  5. लंबर पंक्चर (Lumbar Puncture) – संक्रमण की पुष्टि हेतु (जैसे मेनिन्जाइटिस)।

Convulsions का इलाज (Treatment of Convulsions)

  1. एंटी-एपिलेप्टिक दवाएं (Anti-Epileptic Drugs) – जैसे फेनाइटोइन, वेलप्रोएट।
  2. बुखार नियंत्रक (Antipyretics) – बच्चों में बुखार के दौरे रोकने के लिए।
  3. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का इलाज (Correcting Electrolyte Imbalance)
  4. सर्जरी – अगर मस्तिष्क में ट्यूमर या चोट हो।
  5. Vagus Nerve Stimulation – गंभीर और बार-बार होने वाले दौरों में।
  6. Ketogenic Diet – मिर्गी रोगियों में कारगर।

Convulsions से बचाव (Prevention of Convulsions)

  1. दवाओं को नियमित रूप से लेना।
  2. नींद पूरी लेना और तनाव से बचना।
  3. बुखार को समय पर नियंत्रित करना।
  4. दिमागी चोटों से बचाव (हेलमेट पहनना, सावधानी बरतना)।
  5. डॉक्टर के निर्देश के बिना दवा न छोड़ें।

Convulsions के घरेलू उपाय (Home Remedies for Convulsions)

नोट: दौरे का घरेलू इलाज नहीं होता, लेकिन नीचे दिए गए उपाय सहायक हो सकते हैं:

  1. संतुलित आहार और पर्याप्त पानी पिएं।
  2. प्राकृतिक विटामिन-बी6 युक्त आहार लें – जैसे केला, पालक, अंकुरित अनाज।
  3. योग और ध्यान से तनाव कम करें।
  4. कैफीन और शराब से बचें।
  5. जिन्हें दौरे आते हैं वे तेज रोशनी, थकान और नींद की कमी से बचें।

Convulsions में सावधानियाँ (Precautions in Convulsions)

  1. दौरे के दौरान व्यक्ति को एक सुरक्षित स्थान पर लिटाएं।
  2. कुछ भी मुंह में न डालें (चम्मच, उंगली आदि)।
  3. सिर के नीचे कुछ मुलायम रखें।
  4. दौरे के समय घड़ी देखें – 5 मिनट से अधिक हो तो तुरंत अस्पताल ले जाएं।
  5. दौरे के बाद व्यक्ति को करवट से लिटाएं ताकि वह ठीक से सांस ले सके।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: क्या Convulsion और Epilepsy एक ही हैं?
उत्तर: नहीं, Epilepsy एक दीर्घकालिक बीमारी है जिसमें बार-बार दौरे आते हैं। Convulsion एक लक्षण है, जो Epilepsy के अलावा कई अन्य कारणों से भी हो सकता है।

प्रश्न 2: क्या दौरे आने पर बेहोश होना जरूरी है?
उत्तर: नहीं, कुछ मामलों में व्यक्ति होश में भी रह सकता है, विशेषकर Focal Seizures में।

प्रश्न 3: क्या Convulsions जानलेवा होते हैं?
उत्तर: सामान्यतः नहीं, लेकिन यदि बार-बार और लंबे समय तक दौरे आएं तो यह खतरनाक हो सकता है।

प्रश्न 4: क्या बच्चों में बुखार से दौरे होना सामान्य है?
उत्तर: हाँ, इसे Febrile Seizure कहते हैं और ये आमतौर पर 5 वर्ष से कम आयु में होते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

Convulsions यानी दौरे मस्तिष्क की विद्युत गतिविधियों में गड़बड़ी के कारण होते हैं। यह स्थिति डरावनी लग सकती है, लेकिन समय पर इलाज और सही देखभाल से इसे नियंत्रण में लाया जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को बार-बार दौरे आते हैं, तो विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

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