Cystitis मूत्राशय में सूजन का कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपाय | पूरी जानकारी

Cystitis (सिस्टाइटिस) एक आम मूत्रमार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infection - UTI) का रूप है जिसमें मूत्राशय (Bladder) की भीतरी परत में सूजन (Inflammation) आ जाती है। यह आमतौर पर महिलाओं में अधिक होता है, लेकिन पुरुषों और बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है।

Cystitis क्या होता है  (What is Cystitis):

Cystitis में बैक्टीरिया मूत्राशय में घुसकर सूजन और जलन उत्पन्न करते हैं। यह संक्रमण के कारण भी हो सकता है या कभी-कभी गैर-संक्रामक कारणों से भी हो सकता है। यदि समय पर इलाज न हो तो संक्रमण किडनी तक फैल सकता है।

Cystitis के प्रकार (Types of Cystitis):

  1. Bacterial Cystitis (बैक्टीरियल सिस्टाइटिस):
    सबसे आम प्रकार, सामान्यत: E. coli बैक्टीरिया से होता है।

  2. Interstitial Cystitis (इंटरस्टिशियल सिस्टाइटिस):
    एक क्रॉनिक स्थिति जिसमें स्पष्ट संक्रमण नहीं होता लेकिन बार-बार सूजन और दर्द रहता है।

  3. Drug-Induced Cystitis:
    कुछ दवाओं के कारण सूजन हो सकती है।

  4. Radiation Cystitis:
    कैंसर रेडिएशन थेरेपी के कारण।

  5. Chemical Cystitis:
    कुछ उत्पादों जैसे – परफ्यूम या साबुन में मौजूद रसायनों के कारण।

Cystitis के कारण (Causes of Cystitis):

  • बैक्टीरिया का मूत्रमार्ग से मूत्राशय में जाना (जैसे – E. coli)
  • यौन संबंध (Sexual activity)
  • मूत्र अवरोध (Urinary retention)
  • कैथेटर का उपयोग
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • बार-बार टॉयलेट रोकना
  • हार्मोनल असंतुलन (मेनोपॉज़ में)
  • केमिकल युक्त साबुन या पाउडर का उपयोग

Cystitis के लक्षण (Symptoms of Cystitis):

  • पेशाब करते समय जलन या दर्द (Burning during urination)
  • बार-बार पेशाब आने की इच्छा (Frequent urination)
  • पेशाब रुक-रुक कर आना
  • पेशाब में दुर्गंध (Foul-smelling urine)
  • निचले पेट में दर्द या दबाव (Pelvic discomfort)
  • कभी-कभी पेशाब में खून आना (Hematuria)
  • हल्का बुखार (Low-grade fever)
  • थकान और चिड़चिड़ापन

Cystitis की पहचान (Diagnosis of Cystitis):

  • Urine test (मूत्र परीक्षण): संक्रमण की पुष्टि के लिए
  • Urine culture: किस बैक्टीरिया से संक्रमण हुआ है यह जानने के लिए
  • Cystoscopy: बार-बार संक्रमण होने पर मूत्राशय की जांच
  • Ultrasound या CT Scan: अन्य जटिल कारणों की जांच

Cystitis का इलाज (Treatment of Cystitis):

बैक्टीरियल सिस्टाइटिस में:

  • एंटीबायोटिक्स (Antibiotics): जैसे – Nitrofurantoin, Trimethoprim, Fosfomycin
  • Pain relievers (दर्द निवारक): जैसे – Phenazopyridine
  • पर्याप्त पानी पीना
  • पेशाब रोके बिना तुरंत जाएं

इंटरस्टिशियल सिस्टाइटिस में:

  • ब्लैडर ट्रेनिंग
  • एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं
  • शारीरिक चिकित्सा (Pelvic floor therapy)

Cystitis के घरेलू उपाय (Home Remedies for Cystitis):

  • खूब पानी पीएं (दिन में 8-10 गिलास)
  • क्रैनबेरी जूस लें (Cranberry juice) – बैक्टीरिया को चिपकने से रोकता है
  • गर्म पानी की थैली निचले पेट पर रखें
  • पेशाब न रोकें
  • कॉफी, शराब, मसालेदार चीजें और कैफीन से बचें

नोट: अगर लक्षण 2-3 दिन से अधिक रहें या बार-बार हों, तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूरी है।

Cystitis से बचाव (Prevention of Cystitis):

  • रोज़ाना खूब पानी पिएं
  • यौन संबंध के बाद पेशाब करें
  • साफ-सफाई बनाए रखें (Genital hygiene)
  • टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल आगे से पीछे की ओर करें
  • pH-neutral साबुन का उपयोग करें
  • टाइट अंडरवियर या सिंथेटिक कपड़ों से बचें

सावधानियाँ (Precautions):

  • एंटीबायोटिक कोर्स पूरा करें
  • बार-बार सिस्टाइटिस हो तो कारण की जांच करवाएं
  • पेशाब में खून आने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
  • गर्भवती महिलाओं को अधिक सतर्क रहना चाहिए

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

प्र.1: क्या सिस्टाइटिस पुरुषों में भी हो सकता है?
उत्तर: हाँ, लेकिन महिलाओं में यह अधिक आम है।

प्र.2: क्या सिस्टाइटिस संक्रामक है?
उत्तर: नहीं, लेकिन यौन संबंध के माध्यम से बैक्टीरिया ट्रांसफर हो सकता है।

प्र.3: क्या क्रैनबेरी जूस वाकई मदद करता है?
उत्तर: कुछ मामलों में यह बैक्टीरिया के चिपकने की प्रक्रिया को कम करता है, लेकिन यह इलाज नहीं है।

प्र.4: क्या सिस्टाइटिस किडनी को प्रभावित कर सकता है?
उत्तर: हाँ, यदि इलाज न किया जाए तो संक्रमण किडनी तक पहुंच सकता है (पायलोनेफ्राइटिस)।

निष्कर्ष (Conclusion):

Cystitis (सिस्टाइटिस) एक आम लेकिन तकलीफदेह स्थिति है, जो सही समय पर इलाज और सावधानी से पूरी तरह ठीक हो सकती है। बार-बार संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता, पर्याप्त पानी और डॉक्टर की सलाह का पालन ज़रूरी है। अगर आपको लगातार पेशाब में जलन या दर्द महसूस हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें – यह सिस्टाइटिस का संकेत हो सकता है।


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