Descending Colon Cancer यानी डिसेंडिंग कोलन कैंसर, बड़ी आंत (large intestine) के उस हिस्से में होने वाला कैंसर होता है जो बाईं ओर नीचे की ओर स्थित होता है। यह कोलन कैंसर का एक उपप्रकार है और आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है लेकिन समय पर पहचान और इलाज न मिलने पर यह घातक हो सकता है।
Descending Colon Cancer क्या होता है (What is Descending Colon Cancer)?
डिसेंडिंग कोलन कैंसर एक प्रकार का एडेनोकार्सिनोमा (adenocarcinoma) होता है, जो कोलन की आंतरिक परत की ग्रंथियों से उत्पन्न होता है। यह बाईं ओर मल के रास्ते में रुकावट, दर्द और रक्तस्राव पैदा कर सकता है।
Descending Colon Cancer कारण (Causes of Descending Colon Cancer)
- आनुवंशिकता (Genetics) – परिवार में कोलन कैंसर का इतिहास
- उम्र (Age) – 50 वर्ष से अधिक आयु में जोखिम बढ़ जाता है
- आहार (Diet) – उच्च वसा और कम फाइबर युक्त भोजन
- धूम्रपान और शराब (Smoking and Alcohol)
- मोटापा (Obesity)
- लंबे समय तक सूजन आंत्र रोग (Inflammatory bowel disease - IBD)
- शारीरिक गतिविधियों की कमी (Sedentary lifestyle)
- पॉलिप्स (Polyps) – जो कैंसर में बदल सकते हैं
Descending Colon Cancer के लक्षण (Symptoms of Descending Colon Cancer):
- पेट के बाएं हिस्से में लगातार दर्द
- मल में खून आना (Blood in stool)
- मल त्याग की आदतों में बदलाव (जैसे कब्ज या दस्त)
- वजन का अचानक घटना
- कमजोरी और थकावट
- पेट फूला होना या भारीपन
- आयरन की कमी से एनीमिया
- मतली और उल्टी
- मल का पतला होना (pencil-like stools)
निदान (Diagnosis)
- कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy)
- बायोप्सी (Biopsy)
- सीटी स्कैन (CT scan)
- एमआरआई (MRI)
- फेकल इम्यूनोकेमिकल टेस्ट (FIT)
- ब्लड टेस्ट – सीईए (CEA marker)
Descending Colon Cancer इलाज (Treatment)
- सर्जरी (Surgery): कैंसर ग्रसित हिस्से को निकालना (Colectomy)
- कीमोथेरेपी (Chemotherapy): कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाएं
- रेडिएशन थेरेपी (Radiation therapy): खासकर जब ट्यूमर फैल चुका हो
- टारगेटेड थेरेपी (Targeted therapy): विशेष जीन या प्रोटीन पर हमला
- इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy): रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देना
Descending Colon Cancer कैसे रोके (Prevention)
- रेशेदार आहार लें (High fiber diet)
- प्रोसेस्ड और रेड मीट से परहेज करें
- नियमित व्यायाम करें
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखें
- वज़न नियंत्रित रखें
- कोलोनोस्कोपी द्वारा समय-समय पर स्क्रीनिंग कराएं (विशेषकर 50 की उम्र के बाद)
- पारिवारिक इतिहास हो तो जल्दी जांच कराएं
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- आंवला और एलोवेरा का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है
- हल्दी (Turmeric) में एंटी-कैंसर गुण होते हैं
- लहसुन (Garlic) एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है
- ग्रीन टी का सेवन लाभदायक हो सकता है
- फाइबर युक्त भोजन जैसे दलिया, ब्राउन राइस, हरी सब्जियाँ
(ध्यान दें: ये उपाय उपचार नहीं हैं, केवल सहायक हो सकते हैं। चिकित्सक की सलाह ज़रूरी है)
सावधानियाँ (Precautions)
- कोलन कैंसर के संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें
- पॉलिप्स को समय रहते हटवाना
- उच्च वसा युक्त आहार से बचाव
- कब्ज की समस्या लंबे समय तक न रहने देना
- परिवार में इतिहास हो तो समय पर जांच करवाना
Descending Colon Cancer कैसे पहचाने (How to Identify)
यदि आपको लगातार पेट दर्द, मल में खून, मल त्याग में बदलाव, वजन घटना या थकावट जैसे लक्षण हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और जांच करवाएं। कोलोनोस्कोपी शुरुआती पहचान के लिए सबसे अच्छा तरीका है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: क्या डिसेंडिंग कोलन कैंसर केवल बुजुर्गों को होता है?
उत्तर: नहीं, हालांकि यह बुजुर्गों में आम है, पर यह युवाओं में भी हो सकता है, खासकर जिनका पारिवारिक इतिहास है।
Q2: क्या कोलोनोस्कोपी दर्दनाक होती है?
उत्तर: नहीं, यह एक सुरक्षित प्रक्रिया है और अधिकांश मामलों में हल्की बेहोशी या सुन्न करने वाली दवा दी जाती है।
Q3: क्या कोलन कैंसर ठीक हो सकता है?
उत्तर: हां, यदि समय पर पहचाना जाए और इलाज शुरू किया जाए तो सफलता की संभावना अधिक होती है।
Q4: क्या पॉलिप कैंसर में बदल सकते हैं?
उत्तर: हां, कुछ पॉलिप्स कैंसरस बन सकते हैं, इसलिए समय रहते उन्हें हटाना ज़रूरी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Descending Colon Cancer (डिसेंडिंग कोलन कैंसर) एक गंभीर लेकिन समय पर पहचान और इलाज से काबू में आने वाली स्थिति है। इसके लक्षणों को समझना, नियमित स्क्रीनिंग करवाना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। अगर आप जोखिम समूह में आते हैं या किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।