Drug-Induced Hypopigmentation एक त्वचा विकार है जिसमें कुछ दवाओं के सेवन या त्वचा पर लगाने के कारण त्वचा की प्राकृतिक रंगत (melanin) कम हो जाती है। इसका परिणाम सफेद या हल्के रंग के धब्बों के रूप में होता है, जिन्हें कई बार लोगों द्वारा विटिलिगो या फंगल इन्फेक्शन समझ लिया जाता है। यह स्थिति रिवर्सिबल भी हो सकती है यदि समय पर पहचानी जाए और दवा बंद कर दी जाए।
Drug-Induced Hypopigmentation क्या होता है (What is Drug-Induced Hypopigmentation)?
यह एक त्वचा की प्रतिक्रिया (cutaneous adverse drug reaction) है, जिसमें दवा त्वचा के मेलानोसाइट्स (melanocytes) या मेलेनिन के उत्पादन को प्रभावित करती है। इसके कारण त्वचा की कुछ जगहों पर रंग हल्का हो जाता है या सफेद चकत्ते दिखने लगते हैं। ये चकत्ते त्वचा के एक हिस्से या पूरे शरीर में भी हो सकते हैं, यह इस पर निर्भर करता है कि दवा कितनी मात्रा में और कितने समय तक ली गई।
Drug-Induced Hypopigmentation कारण (Causes of Drug-Induced Hypopigmentation):
नीचे कुछ आम दवाएं दी गई हैं जिनके कारण हाइपो-पिग्मेंटेशन हो सकता है:
1. Topical medications (सामयिक दवाएं):
- Corticosteroids (जैसे Clobetasol, Betamethasone)
- Hydroquinone (fairness क्रीम में प्रयुक्त)
- Phenol derivatives
2. Systemic drugs (मौखिक या इंजेक्शन द्वारा):
- Chloroquine / Hydroxychloroquine (मलेरिया, ल्यूपस आदि के लिए)
- Imatinib (anti-cancer drug)
- Ketoconazole और अन्य antifungals
- Clofazimine (leprosy के इलाज में प्रयोग)
- Isotretinoin (मुंहासों के इलाज के लिए)
3. Chemotherapy drugs:
- Melphalan
- Cyclophosphamide
Drug-Induced Hypopigmentation के लक्षण (Symptoms of Drug-Induced Hypopigmentation):
- त्वचा पर सफेद या हल्के रंग के धब्बे
- धब्बों का आकार अनियमित हो सकता है
- धब्बे अधिकतर चेहरे, गर्दन, बाहों, हाथों या ट्रंक पर दिखते हैं
- खुजली या जलन नहीं होती, लेकिन कुछ मामलों में हल्की सूखापन या परतदार त्वचा हो सकती है
- कभी-कभी बालों का रंग भी हल्का हो सकता है उस हिस्से पर
- धीरे-धीरे बढ़ने वाली प्रक्रिया होती है
निदान (Diagnosis):
1. क्लिनिकल इतिहास (Clinical history):
- कौन सी दवा ली जा रही है और कब से?
2. Wood’s lamp examination:
- त्वचा के हल्केपन की गहराई जांचने के लिए
3. Skin biopsy (यदि आवश्यक हो):
- Melanin या melanocyte की कमी की पुष्टि के लिए
4. Exclude vitiligo/fungal infection:
- अन्य कारणों जैसे vitiligo या Tinea versicolor को बाहर निकालना
Drug-Induced Hypopigmentation इलाज (Treatment of Drug-Induced Hypopigmentation):
1. कारण बनने वाली दवा बंद करना:
- पहला और सबसे ज़रूरी कदम
2. Topical treatments (त्वचा पर लगाने वाली दवाएं):
- Tacrolimus ointment
- Pimecrolimus cream
- Mild topical corticosteroids (कुछ मामलों में)
- Vitamin D analogs: जैसे Calcipotriol
3. Phototherapy (UV light therapy):
- Narrow-band UVB (NB-UVB)
- PUVA therapy (in severe cases)
4. Cosmetic camouflage:
- हाइपो-पिगमेंटेड हिस्सों को मेकअप या स्किन टोन मैचिंग उत्पादों से ढंकना
Drug-Induced Hypopigmentation कैसे रोके (Prevention Tips):
- कोई भी त्वचा पर लगाने वाली दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लगाएं
- fairness creams में hydroquinone या steroids की मौजूदगी पर ध्यान दें
- एलर्जी या त्वचा पर कोई परिवर्तन होते ही तुरंत दवा बंद करें
- लंबे समय तक corticosteroids का प्रयोग न करें
- स्किन केयर उत्पादों के उपयोग से पहले पैच टेस्ट करें
घरेलू उपाय (Home Remedies):
घरेलू उपाय केवल सहायक हैं, और डॉक्टर की सलाह के साथ ही अपनाएं:
- एलोवेरा जेल (Aloe vera gel): त्वचा को मॉइस्चराइज़ करके प्राकृतिक रूप से सुधार में मदद
- हल्दी और सरसों का तेल: हल्के हल्के सफेद धब्बों पर मालिश करें
- बादाम का तेल: त्वचा की रंगत को सुधारने में सहायक
- संतरे का छिलका और दूध: पिगमेंटेशन सुधार के लिए
- धूप से हल्का एक्सपोज़र: विटामिन D और मेलेनिन उत्पादन को प्रेरित करता है
सावधानियाँ (Precautions):
- बिना परीक्षण के कोई क्रीम या दवा सीधे त्वचा पर न लगाएं
- लंबे समय तक उपयोग की जाने वाली topical creams का उपयोग सीमित करें
- हाइपो-पिगमेंटेशन की स्थिति में self-treatment न करें
- सूरज की रोशनी में जाने से पहले सनस्क्रीन लगाएं
- OTC (Over the counter) fairness products से सावधान रहें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्रश्न 1: क्या यह स्थिति स्थायी होती है?
उत्तर: नहीं, यदि समय पर पहचान कर दवा बंद की जाए तो यह रिवर्स हो सकती है।
प्रश्न 2: क्या यह विटिलिगो है?
उत्तर: नहीं, विटिलिगो autoimmune condition है जबकि यह दवा की प्रतिक्रिया से होता है।
प्रश्न 3: क्या बालों पर भी असर हो सकता है?
उत्तर: हां, प्रभावित क्षेत्र में बालों का रंग हल्का या सफेद हो सकता है।
प्रश्न 4: क्या यह संक्रामक है?
उत्तर: नहीं, यह किसी को नहीं फैलता क्योंकि यह दवा की प्रतिक्रिया से होता है।
कैसे पहचाने (How to Identify Drug-Induced Hypopigmentation):
- हाल ही में कोई नई दवा या क्रीम शुरू की गई हो
- त्वचा पर हल्के रंग के धब्बे दिखाई देना शुरू हो जाए
- धब्बे विटिलिगो जैसे दिखें लेकिन खुजली या जलन न हो
- दवा रोकने के कुछ समय बाद नए धब्बे आना बंद हो जाए
- Wood’s lamp जांच में मेलानिन की कमी स्पष्ट हो
निष्कर्ष (Conclusion):
Drug-Induced Hypopigmentation एक आम लेकिन अनदेखा त्वचा विकार है जो कई प्रकार की दवाओं के कारण हो सकता है। समय रहते इसकी पहचान, दवा को रोकना, और उचित त्वचा देखभाल से इस स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। किसी भी नई दवा या स्किन क्रीम का उपयोग करते समय सतर्क रहें और त्वचा में कोई भी बदलाव होने पर विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।