Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura : कारण, लक्षण, इलाज, घरेलू उपाय और सावधानियाँ

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura एक गंभीर रक्त विकार (serious blood disorder) है, जिसमें कुछ दवाओं के कारण शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या अत्यधिक घट जाती है। इससे त्वचा पर नीले-लाल रंग के चकत्ते (purpura), नाक से खून, मसूड़ों से रक्तस्राव, और अत्यधिक रक्तस्राव की समस्या हो सकती है।

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura क्या होता है (What is Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura)?

Thrombocytopenic Purpura में प्लेटलेट्स (thrombocytes) की संख्या 1,50,000/μL से कम हो जाती है। जब यह स्थिति किसी दवा के कारण उत्पन्न होती है, तो उसे Drug-induced कहा जाता है। यह एक प्रकार की इम्यून-मध्यस्थ प्रतिक्रिया (immune-mediated reaction) है, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली दवा के प्रभाव से प्लेटलेट्स को नष्ट करने लगती है।

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura कारण (Causes of Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura):

1. प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया (Immune reaction):

कुछ दवाएं प्लेटलेट्स के साथ मिलकर एंटीबॉडी के खिलाफ प्रतिक्रिया उत्पन्न करती हैं, जिससे वे जल्दी नष्ट हो जाते हैं।

2. सीधे प्लेटलेट्स पर विषैला असर (Direct toxicity):

कुछ दवाएं सीधे बोन मैरो (अस्थि मज्जा) को प्रभावित करती हैं, जहां प्लेटलेट्स बनते हैं।

किन दवाओं से हो सकता है (Common Drugs Causing Thrombocytopenia):

  • Heparin (Heparin-induced thrombocytopenia – HIT)
  • Quinine और Quinidine
  • Sulfonamides (जैसे Sulfamethoxazole)
  • NSAIDs (जैसे Ibuprofen, Naproxen)
  • Carbamazepine (मिर्गी की दवा)
  • Phenytoin
  • Rifampin (टीबी की दवा)
  • Vancomycin
  • Gold salts (गंभीर गठिया के इलाज में)

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura के लक्षण (Symptoms of Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura):

  • त्वचा पर छोटे-छोटे नीले-लाल बिंदु (Petechiae)
  • बड़े नीले-लाल चकत्ते (Purpura)
  • अत्यधिक मासिक रक्तस्राव (Menorrhagia)
  • मसूड़ों या नाक से रक्त आना (Gum bleeding, Nosebleeds)
  • पेशाब या मल में खून आना
  • थकान और कमजोरी
  • सिरदर्द या विजन समस्या (यदि आंतरिक रक्तस्राव हो)
  • प्लेटलेट्स की संख्या < 50,000/μL या बहुत कम (< 10,000/μL)

निदान (Diagnosis):

  • Complete Blood Count (CBC): प्लेटलेट काउंट कम मिलेगा
  • Peripheral smear: प्लेटलेट्स की संख्या और रूप की पुष्टि
  • Bone marrow biopsy: यदि आवश्यक हो
  • Platelet antibody testing (विशेष मामलों में)
  • Drug history: कौन सी दवा के बाद लक्षण शुरू हुए

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura इलाज (Treatment of Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura):

1. दवा बंद करना (Discontinuation of offending drug):

  • सबसे पहले उस दवा को बंद किया जाता है जो समस्या का कारण है

2. Supportive care:

  • आराम और शरीर में जल की मात्रा बनाए रखना
  • संक्रमित या खून बहने वाले हिस्सों की निगरानी

3. Steroids (Immunosuppressants):

  • Prednisolone
  • Dexamethasone

4. Intravenous Immunoglobulin (IVIG):

  • इम्यून-सिस्टम को दबाने और प्लेटलेट्स को बचाने के लिए

5. Platelet transfusion:

  • यदि प्लेटलेट्स की संख्या बहुत कम हो और रक्तस्राव हो रहा हो

6. Plasmapheresis:

  • गंभीर मामलों में, विशेषकर जब immune complex अधिक सक्रिय हों

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura कैसे रोके (Prevention Tips):

  • दवाओं को केवल डॉक्टर की सलाह से लें
  • पहले से प्लेटलेट कम होने का इतिहास हो तो डॉक्टर को जरूर बताएं
  • जिन दवाओं से पहले प्रतिक्रिया हुई हो, उन्हें भविष्य में न लें
  • चिकित्सा फॉलोअप नियमित रखें
  • मेडिकल पहचान पत्र या Allergy ID कार्ड रखें

घरेलू उपाय (Home Remedies – केवल डॉक्टर की निगरानी में):

  • अनार का रस: प्लेटलेट उत्पादन में मदद करता है
  • पपीते के पत्तों का रस: आयुर्वेद में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए माना जाता है
  • गिलोय: इम्यून सिस्टम को बैलेंस करता है
  • एलोवेरा और आंवला: शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं
  • प्रोटीन युक्त आहार: बोन मैरो को सपोर्ट करता है
    (इनका प्रयोग केवल सहायक रूप में करें, मेडिकल इलाज के विकल्प के रूप में नहीं)

सावधानियाँ (Precautions):

  • NSAIDs या Antiplatelet दवाएं खुद से न लें
  • प्लेटलेट्स बहुत कम हों तो भारी व्यायाम या चोट से बचें
  • मसूड़ों से खून आना या नाक से खून बहने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
  • ब्लड टेस्ट की निगरानी नियमित रखें
  • एक ही दवा के दोबारा उपयोग से बचें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

प्रश्न 1: क्या यह स्थिति जानलेवा हो सकती है?
उत्तर: हां, यदि प्लेटलेट्स बहुत कम हो जाएं और आंतरिक रक्तस्राव हो तो यह जानलेवा हो सकता है।

प्रश्न 2: क्या यह समस्या दवा बंद करने के बाद ठीक हो जाती है?
उत्तर: हां, अधिकतर मामलों में दवा बंद करने के बाद प्लेटलेट काउंट धीरे-धीरे सामान्य हो जाता है।

प्रश्न 3: क्या यह दोबारा हो सकती है?
उत्तर: यदि वही दवा दोबारा ली जाए, तो प्रतिक्रिया पहले से अधिक तीव्र हो सकती है।

प्रश्न 4: क्या यह स्थिति लंबी चल सकती है?
उत्तर: सामान्यतः यह स्थिति अस्थायी होती है लेकिन कुछ मामलों में यह क्रॉनिक भी हो सकती है।

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura कैसे पहचाने (How to Identify Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura):

  • नई दवा शुरू करने के 5–14 दिन के भीतर शरीर पर नीले-लाल चकत्ते
  • अचानक नाक या मसूड़ों से खून आना
  • कोई चोट न लगने पर भी खून जमने वाले निशान
  • प्लेटलेट काउंट का गिरना
  • डॉक्टर द्वारा बताए गए CBC में platelets कम आना

निष्कर्ष (Conclusion):

Drug-Induced Thrombocytopenic Purpura (दवा से उत्पन्न थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पर्पुरा) एक खतरनाक लेकिन इलाज योग्य स्थिति है। यदि समय रहते इसे पहचाना जाए और कारण बनने वाली दवा बंद कर दी जाए तो स्थिति सामान्य हो सकती है। किसी भी नई दवा के बाद यदि रक्तस्राव या चकत्ते दिखें तो तुरंत जांच कराएं और डॉक्टर से परामर्श लें।


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